आज से कोविड की गाईड लाईन का उल्लघंन करने वालों पर होगी सख्ती कार्रवाई - जिला कलक्टर
पार्षद अपील कर करें लोगों को जागरूक करने का काम
झुंझुनू, शहरी क्षेत्रों में कोविड 19 के बढ़ते प्रकोप की रोकथाम, कोरोना से बचाव एवं टीकाकरण में गति लाने के संबंध में बुधवार को जिला कलक्टर उमर दीन खान की अध्यक्षता में कलेक्टे्रट सभागार में बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में निकाय स्तर के जनप्रतिनिधियों से स्थानीय स्तर पर कोविड से बचाव, मास्क के प्रति सख्ती बरतने, वैक्सीनेशन को बढ़ावा देने, जन जागरूकता अभियान प्रारम्भ करने, पार्षदों के माध्यम से जागरूकता की अपील करने के संबध में रणनीति तैयार करने का आह्वान किया।
जिला कलक्टर ने कहा कि जिले में अन्य राज्यों से आने वाले लोगों को आरटीपीसीआर लैब से कोरोना नगेटिव रिपोर्ट साथ लानी होगी। अगर जांच रिपोर्ट नहीं है तो आवश्यक रूप से अपनी सैम्पलिंग करवानी होगी, जिसके प्रति प्रशासन सख्त रूख अपनाएगा। वहीं विदेश से आने वाले प्रत्येक व्यक्ति की आवश्यक रूप से सैम्पलिंग की जाएगी। इसके लिए स्थानीय स्तर पर पार्षदगण अपने वार्ड की पूरी मॉनिटरिंग रखें और प्रशासन का सहयोग करें। अगर कोई पार्षद अपने वार्ड में वैक्सीनेशन कैम्प आयोजित करवाना चाहता है तो नगर पालिका स्तर से रणनीति तैयार करवाकर जिला प्रशासन को भिजवायें, ताकि वार्डवासियों को उनके वार्ड में ही वैक्सीनेशन की सुविधा मुहैया करवाई जा सकें।
जिला कलक्टर ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री के निर्देशों के तहत 1 अप्रैल से जिला प्रशासन जिले में सख्त रूख अपनाएगा। अब तक हरियाणा बॉर्डर की तरफ से आने वाले लोगों की चैकिंग एवं सैम्पलिंग का कार्य किया जा रहा था। अब नवलगढ़ के पास भी टीमों का गठन कर सीकर की साईड से आने वालों पर सख्ती की जाएगी। उन्होंने कहा कि बाजारों, सब्जी मण्डी सहित अन्य ऎसे सावर्जनिक स्थानों पर जहां भीड़ का आवागमन अधिक होता है, वहां पर मास्क नहीं लगाने वाले लोगों के चालान काटने की कार्रवाई की जाएगी, इसके लिए प्रत्येक स्तर पर टीमों का गठन कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि शादी समारोह सहित अन्य कार्यक्रमों में भी कम से कम भीड़ हो आयोजक इस बात का विशेष ध्यान रखें अन्यथा उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने बताया कि वर्तमान में प्रतिदिन 800 से अधिक सैम्पलिंग की जा रही है, जिसे आने वाले समय में 2000 तक बढ़ाया जाएगा। उन्होंने कहा कि चिकित्सा विभाग की टीम रैण्डमली सुपर स्पीडर सैम्पलिंग भी करवाएं। उन्होंने निकाय स्तर पर सैम्पलिंग करवाने तथा वैक्सीनेशन करवाने के संबंध में होर्डिंस, पम्पलेट, मौहल्ला कमेटियों के माध्यम से जागरूकता पैदा करें। जिला कलक्टर ने कहा कि नगर पालिका स्तर पर भी कंट्रोल रूम स्थापित किया जा सकता है, ताकि इस संबंध में प्रभावी मॉनिटरिंग की जा सकें।
बैठक में नवलगढ़ नगर पालिका के उपाध्यक्ष कैलाश चोटिया ने भीड़ भाड़ वाले क्षेत्रों में मास्क के प्रति लोगों को जागरूक करने तथा वैक्सीनेशन को बढ़ावा देने की बात कही। मुकुन्दगढ़ पालिका अध्यक्ष मनीष कुमार ने वैक्सीनेशन के प्रति लोगों में सकारात्मक सोच पैदा करने के लिए जागरूकता अभियान चलाने का सुझाव दिया। नगर परिषद के उप सभापति राकेश झाझड़िया ने वैक्सीनेशन करवाते समय उपयोग में लिए जाने वाले 9 दस्तावेजों का प्रचार प्रसार करने का सुझाव दिया। बगड़ नगर पालिका के अध्यक्ष गोविन्द सिंह राठौड़ ने सोशल डिस्टेसिंग की पालना सुनिश्चित करवाने के लिए पुलिस की मद्द दिलवाने, पुलिस द्वारा चालान काटने की कार्रवाई में तेजी लाने तथा बगड़ नगर पालिका के उपाध्यक्ष सुनिल कुमार ने बगड़ सब्जी मण्ड़ी में कोरोना 19 की गाईड लाईन की पालना सुनिश्चित करवाने तथा अधिक से अधिक सैम्पलिंग करवाने का सुझाव दिया। नवलगढ़ ई.ओ.राकेश कुमार ने बताया कि शाम के समय क्षेत्र की भीड़भाड़ वाली जगहों पर स्थानीय पार्षदों की मद्द से जागरूकता अपील की जा सकती है। बैठक में सूरजगढ़ पालिका अध्यक्ष पुष्पा देवी गुप्ता, मण्डावा पालिका अध्यक्ष नरेश कुमार सोनी, मण्डावा पालिका उपाध्यक्ष मो. नवाब खत्री, सूरजगढ़ पालिका उपाध्यक्ष रामस्वरूप, सीएमएचओ डॉ. छोटेलाल गुर्जर, वैक्सीनेशन प्रभारी डॉ. दयानंद सहित चिकित्सा विभाग के अधिकारी, नगर पालिका के अधिशाषी अधिकारी, नगर परिषद आयुक्त, ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी उपस्थित रहे।
जिले में अब तक 1.82 लाख लोगों को लगा कोरोना का टीका
झुंझुनू, जिला कलक्टर उमर दीन खान ने बताया कि 1 अप्रैल से जिले की 110 साईटों पर वैक्सीनेशन का कार्य प्रारम्भ हो जाएगा, जिसमें 15 अप्रेल तक 6 लाख से अधिक लोगों के वैक्सीनेशन करवाने का लक्ष्य रखा गया है। आरसीएचओ डॉ. दयानंद ने बताया कि 1 अप्रैल से 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के सभी लोग टीकाकरण करवा सकते हैं, जिन्हें अपने नजदीकी वैक्सीनेशन सेंटर पर अपना फोटोयुक्त आई कार्ड साथ लेकर जाना होगा।
इन बातों का रखें विशेष ध्यान ः कोविड 19 का टीका केवल 18 वर्ष और उससे अधिक आयु वाले व्यक्तियों को ही लगाना है। यदि कोविड 19 के साथ कोई अन्य वैक्सीन लगाना आवश्यक हो, तो कोविड 19 वैक्सीन और अन्य टीकों के बीच कम से कम 14 दिनों का अंतराल रहें। एक व्यक्ति को एक ही वैक्सीन निर्माता की दोनों खुराक दी जानी है।
इनको नहीं लगेगी वैक्सीन ः गर्भवती एवं स्तनपान कराने वाली महिलाएं अब तक किसी भी कोविड 19 वैक्सीन क्लिनिकल परीक्षण का हिस्सा नहीं रही है। इसलिए इनको अभी यह टीका नहीं लगवाना है। कोविड 19 की एक खुराक के बाद एनाफिलेक्सिस या एलर्जी का रियेक्शन होने पर दूसरी खुराक नहीं लगेगी। टीके या इंजेक्टेबल थैरेपी, दवा उत्पाद, खाद्य पदार्थ इत्यादि के बाद तत्काल या देरी से एनाफिलेक्सिस या एलर्जी के रियक्शन की शुरूआत।
इन स्थिति में 4-8 सप्ताह तक नहीं लगवाएं टीका ः
अल्पकालीन/अस्थायी ः
सार्स-कोव-2 संक्रमण के सक्रिय लक्षण वाले व्यक्ति , सार्स-कोव-2 के मरीज जिन्हें सार्स-को-2 मोनोक्लोनल एंटीबॉडी या कान्वलेसेन्ट प्लाज्मा दिया गया हो या किसी भी बीमारी के कारण अस्वस्थ और अस्पताल में भर्ती (गहन देखभाल के साथ या बिना) मरीज
विशेष सावधानियां ः
किसी भी रक्तस्त्राव या कौगुलेशन डिसऑर्डर (जैसे क्लोटींग फैक्टर की कमी, कोगुलोपैथी या प्लेटलेट डिस्आर्डर) जैसी बीमारी से ग्रस्त व्यक्तियों में सावधानी से टीका लगाया जायेगा।
कोविड 19 टीकों के लिए परिस्थितियां ः
पूर्व में सार्स-कोव-2 संक्रमण से ग्रसित (सीरो-पॉजिटिविटी) और आरटीपीसीआर पॉजिटिव व्यक्ति।
ऎसे व्यक्ति जिन्हें लम्बें समय से दिल, उच्च रक्तचाप, डायबिटिज, दमा, किडनी, कैंसर, न्यूरोलोजी से संबंधित बीमारी हो।
इम्यून-डिफेश्येंसी या एचआईवी से ग्रसित व्यक्ति, जिन्हें किसी भी स्थिति के कारण इम्यून-दबाव हो ऎसे व्यक्तियों के लिए कोविड-19 वैक्सीन की प्रतिक्रिया कम हो सकती है।
उत्कृष्ट मातृत्व सेवा देने पर निजी चिकित्सकों और संस्थान प्रभारियों का हुआ सम्मान
झुंझुनूं प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत उत्कृष्ट और सराहनीय सेवाएं देने वाले जिले के तीन संस्थान और तीन निजी चिकित्सकों को बुधवार को सम्मानित किया गया। सीएमएचओ डॉ. छोटेलाल गुर्जर ने बताया कि वर्ष 2019-20 में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान में जिन तीन संस्थाओं और तीन निजी डॉक्टरों ने सबसे अच्छा प्रदर्शन किया उन्हें विभाग बुधवार को सम्मानित किया गया। सम्मानित होने वाले संस्थानों का पुरस्कार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पिलानी के प्रभारी डॉ राजेन्द्र प्रसाद, सीएचसी चिड़ावा के प्रभारी डॉ. नितेश जांगिड़ और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र इस्लामपुर की प्रभारी डॉ. ललिता शर्मा को दिया गया। इसके साथ ही निजी चिकित्सकों का पुरुस्कार डॉ. प्रियंका चौधरी, डॉ. इंदु शर्मा और डॉ. ज्योति मोखरिया को दिया दिया। जिले में बाल लिंगानुपात में सर्वाधिक सुधार करने व पीसीपीएनडीटी एक्ट पालना करवाने पर खेतड़ी बीसीएमओ डॉ. हरीश यादव को सम्मानित किया गया। सीएमएचओ डॉ. गुर्जर ने समारोह में उपस्थित निजी चिकित्सकों से आह्वान किया कि निजी डॉक्टर महीने में एक दिन अपनी निशुल्क सेवाएं देकर अपना सामाजिक दायित्व निभाये। प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व दिवस हर महीने 9 तारीख को सभी पीएचसी सीएचसी डीएच पर मनाया जाता हैं। जहां पर निशुल्क सेवाएं प्रदान की जाती हैं। जहां पर निजी चिकित्सक अपनी निशुल्क सेवाएं दे सकते है।
कानिस्टेबल भर्ती 2019 के उत्र्तीण अभ्यर्थी का शारीरिक दक्षता परीक्षा 7 अप्रेल को अलवर में
झुंझुनूँ कानिस्टेबल भर्ती 2019 के जिला झुंझुनू की लिखित परीक्षा में उत्र्तीण अभ्यर्थियों की शारीरिक दक्षता/शारीरिक मापतौल परीक्षा अलवर के आठवीं बटालियन आर.ए.सी. ग्राउण्ड मीनावाला में 7 अप्रेल को सुबह 5 बजे से आयोजित की जाएगी। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक वीरेन्द्र कुमार ने बताया कि उत्र्तीण अभ्यर्थी शारीरिक दक्षता/मापतौल के लिए प्रवेश पत्र पुलिस विभाग की वेबसाईट से डाउनलोड कर सकते हैं। इस परीक्षा में सम्मिलित होने के लिए अभ्यर्थी अपना प्रवेश पत्र, लिखित परीक्षा का प्रवेश पत्र, वैध फोटो पहचान पत्र, 2 पासपोर्ट साईज फोटोग्राफ्स एवं कानिस्टेबल भर्ती 2019 की विज्ञप्ति के बिन्दू संख्या 11 में अंकित समस्त मूल प्रमाण पत्रों व उनकी स्वप्रमाणित फोटो प्रतियां तथा राजकीय चिकित्सक द्वारा जारी आरोग्य एवं फिटनेस प्रमाण पत्र सहित आवश्यक दस्तावेज लाने होंगे।
मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना को लेकर पंजीकरण अभियान आज से
शहरों में वार्ड एवं गांवों में पंचायत स्तर पर लगेंगे शिविर
झुंझुनूं, । प्रदेश में यूनिवर्सल हैल्थ कवरेज लागू करने को लेकर आगामी एक मई से मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना की शुरूआत की जाएगी, जिसे लेकर निर्धारित पात्र लाभार्थी परिवारों के पंजीयन को लेकर शहर व गांव स्तर पर शिविरों का आयोजन एक अप्रेल 2021 यानी गुरूवार से किया जाना है। इसे लेकर मुख्य सचिव निरंजन आर्य के आदेशानुसार जिला कलक्टर उमरदीन खान ने संबंधित विभागीय अधिकारियों को गाइडलाइन के मुताबिक दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं।
सीएमएचओ डॉ. छोटेलाल गुर्जर ने बताया कि मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना के तहत पात्र परिवारों का पंजीयन करने को लेकर एक अप्रेल, गुरूवार से शुरू किए जाने वाला विशेष अभियान 10 अप्रेल तक संचालित किया जाएगा। अभियान के तहत जिले के प्रत्येक ग्राम पंचायत मुख्यालय पर स्थित राजीव गांधी सेवा केन्द्र पर पंजीयन शिविर लगाए जाएंगे, जहां योजनान्र्तगत पात्र लाभार्थी परिवारों का रजिस्ट्रेशन किया जाएगा। साथ ही दूरस्थ गांव में भी सार्वजनिक स्थल पर यथा स्कूल अथवा ई-मित्र केन्द्र पर भी यह शिविर आयोजित किया जा सकेगा। शिविर की संपूर्ण व्यवस्था ग्राम विकास अधिकारी की रहेगी। वहीं शिविर का व्यापक प्रचार-प्रचार तथा मोबिलाइजेशन का काम आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आशा सहयोगिनी व एएनएम के जिम्मे व लार्भाथियों के पंजीयन करने की जिम्मेदारी ई मित्र संचालक की रहेगी। इसी प्रकार शहरी क्षेत्रों में वार्ड वार पंजीयन शिविर के आयोजन को लेकर सभी व्यवस्थाएं नगरीय निकाय विभाग द्वारा की जाएगी। मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना में पंजीयन कराने के लिए जन आधार कार्ड, जन आधार कार्ड नम्बर, जन आधार पंजीयन रसीद एवं आधार कार्ड नम्बर होना जरूरी है।
ये रहेंगे योजना के पात्र लाभार्थी
राजस्थान स्टेट एश्योरेंस एंजेसी की मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरूणा राजोरिया ने बताया कि मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ जनआधार कार्ड के माध्यम से ही दिया जाएगा। इसके लिए लाभार्थी परिवार के जन आधार कार्ड पर पात्रता श्रेणी ही सीडिंग होना आवश्यक है। योजना में खाद्य सुरक्षा अधिनियम के अंर्तगत पात्र परिवार, सामाजिक र्आथिक जनगणना 2011 के पात्र परिवार, राज्य के समस्त विभागों में कार्यरत संविदा र्कामिक, लघु एवं सीमांत कृषक लाभान्वित होंगे. इनके अतिरिक्त राज्य के अन्य परिवार जिनको वर्तमान में राज्य/केन्द्र सरकार द्वारा मेडिक्लेम/मेडिकल अटेन्डेंस नियमों के अंर्तगत लाभ नहीं मिल रहा है, वे भी प्रीमियम की 50 प्रतिशत राशि जमा कर योजना का लाभ ले सकते हैं।
मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत पात्र परिवार को 500000 तक का कैशलेस इलाज का लाभ मिलेगा. जन आधार कार्ड/भामाशाह कार्ड पर अंकित परिवार पहचान संख्या अथवा जन आधार कार्ड पंजीयन रसीद को योजना के सॉफ्टवेयर पर में दर्ज करने पर योजनान्र्तगत चयनित श्रेणी का विवरण प्रर्दशित होने पर ही परिवार को योजना में लाभ दिया जा सकेगा। योजनान्र्तगत पात्र परिवारों का योजना के सॉफ्टवेयर पर पंजीयन उपरांत संलग्न प्रारूप दस्तावेज डाउनलोड कर प्राप्त किया जा सकता है, जिसमें लाभार्थी परिवार के जन आधार एवं पॉलिसी विवरण दर्ज होगा। लाभार्थी ई मित्र कियोस्क को निर्धारित शुल्क का भुगतान कर पॉलिसी दस्तावेज का प्रिंट ले सकेंगे। साथ ही प्रत्येक लाभार्थी परिवार को योजना की जानकारी देने के लिए एक पेम्पलेट भी दिया जाएगा।
स्थानांतरण होने पर हिसारिया को दी विदाई
झुंझुनू, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव मधु हिसारिया का झुंझुनूं से चुरू जिले में स्थानांतर होने पर महिला अधिकारिता विभाग के कार्यालय में विदाई समारोह आयोजित किया गया। हिसारिया ने विदाई समारोह में कहा महिला अधिकारिता विभाग और जिला विधिक सेवा प्राधिकरण दोनों का भाई-बहन का रिश्ता बन गया है, जब भी कोई कार्यक्रम होता है दोनों की सहभागिता बराबर की होती है। हिसारिया अपने संबोधन के दौरान भावुक हो गई और कहा कि यहाँ से उन्हें बहुत कुछ सीखने को मिला है। यहां उन्हें जो स्नेह ओर सहयोग मिला वे हमेशा याद रखेंगी। इस अवसर पर महिला अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक विप्लव न्योला ने हिसारिया की कार्यप्रणाली का वर्णन करते हुए कहा कि पीड़ित को न्याय दिलवाने में वे हमेशा तत्पर रहती हैं। कोषाधिकारी दीपिका सोहू व श्रम कल्याण अधकिारी अरुणा शर्मा, सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी हिमांशु सिंह, झुंझुनूं सीडीपीओ ज्योति रेपस्वाल ने भी समारोह को संबोधति किया। वक्ताओं ने कहा की हिसारिया ने जिले में विधिक सेवाओं की योजनाओं का तो धरातल पर क्रियान्वयन किया ही है साथ ही पीड़ितों के लिए न्याय के मार्ग भी आसान किये। सरकार की विभिन्न योजनाओं से पात्र लोगों को लाभान्वित करवाने में भी हिसारिया की महत्वपूर्ण भूमिका रही। इस मौके पर हिसारिया को शॉल ओढ़ाकर व प्रतीक चिह्न भेंट कर विदाई दी गई।
धुलवा का ई-मित्र स्थाई रूप से बंद
झुंझुनूं । जिला कलक्टर उमर दीन खान ने बुहाना ब्लॉक की धुलवा ग्राम पंचायत के भारत निर्माण राजीव गांधी सेवा केन्द्र में संचालित ईमित्र को स्थाई रूप से बंद करने तथा ब्लैकलिस्ट करने के निर्देश जारी किए हैं। खान ने बताया कि ईमित्र कियोस्क धारक दिनेश सिंह द्वारा ईओआई के तहत अनियमितता कर सेवा स्तरीय अनुबंध का उल्लघंन किया गया है। साथ ही ग्राम विकास अधिकारी धूलवा द्वारा कियोस्क धारक के साथ परिसर में बैठने की अनुमति का अनुबंध भी तुरन्त प्रभाव से निरस्त किया जाता है।प्रदेश में यूनिवर्सल हैल्थ कवरेज लागू करने को लेकर आगामी एक मई से मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना की शुरूआत की जाएगी, जिसे लेकर निर्धारित पात्र लाभार्थी परिवारों के पंजीयन को लेकर शहर व गांव स्तर पर शिविरों का आयोजन एक अप्रेल 2021 यानी गुरूवार से किया जाना है। इसे लेकर मुख्य सचिव निरंजन आर्य के आदेशानुसार जिला कलक्टर उमरदीन खान ने संबंधित विभागीय अधिकारियों को गाइडलाइन के मुताबिक दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं।
सीएमएचओ डॉ. छोटेलाल गुर्जर ने बताया कि मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना के तहत पात्र परिवारों का पंजीयन करने को लेकर एक अप्रेल, गुरूवार से शुरू किए जाने वाला विशेष अभियान 10 अप्रेल तक संचालित किया जाएगा। अभियान के तहत जिले के प्रत्येक ग्राम पंचायत मुख्यालय पर स्थित राजीव गांधी सेवा केन्द्र पर पंजीयन शिविर लगाए जाएंगे, जहां योजनान्र्तगत पात्र लाभार्थी परिवारों का रजिस्ट्रेशन किया जाएगा। साथ ही दूरस्थ गांव में भी सार्वजनिक स्थल पर यथा स्कूल अथवा ई-मित्र केन्द्र पर भी यह शिविर आयोजित किया जा सकेगा। शिविर की संपूर्ण व्यवस्था ग्राम विकास अधिकारी की रहेगी। वहीं शिविर का व्यापक प्रचार-प्रचार तथा मोबिलाइजेशन का काम आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आशा सहयोगिनी व एएनएम के जिम्मे व लार्भाथियों के पंजीयन करने की जिम्मेदारी ई मित्र संचालक की रहेगी। इसी प्रकार शहरी क्षेत्रों में वार्ड वार पंजीयन शिविर के आयोजन को लेकर सभी व्यवस्थाएं नगरीय निकाय विभाग द्वारा की जाएगी। मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना में पंजीयन कराने के लिए जन आधार कार्ड, जन आधार कार्ड नम्बर, जन आधार पंजीयन रसीद एवं आधार कार्ड नम्बर होना जरूरी है।
ये रहेंगे योजना के पात्र लाभार्थी
राजस्थान स्टेट एश्योरेंस एंजेसी की मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरूणा राजोरिया ने बताया कि मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ जनआधार कार्ड के माध्यम से ही दिया जाएगा। इसके लिए लाभार्थी परिवार के जन आधार कार्ड पर पात्रता श्रेणी ही सीडिंग होना आवश्यक है। योजना में खाद्य सुरक्षा अधिनियम के अंर्तगत पात्र परिवार, सामाजिक र्आथिक जनगणना 2011 के पात्र परिवार, राज्य के समस्त विभागों में कार्यरत संविदा र्कामिक, लघु एवं सीमांत कृषक लाभान्वित होंगे. इनके अतिरिक्त राज्य के अन्य परिवार जिनको वर्तमान में राज्य/केन्द्र सरकार द्वारा मेडिक्लेम/मेडिकल अटेन्डेंस नियमों के अंर्तगत लाभ नहीं मिल रहा है, वे भी प्रीमियम की 50 प्रतिशत राशि जमा कर योजना का लाभ ले सकते हैं।
मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत पात्र परिवार को 500000 तक का कैशलेस इलाज का लाभ मिलेगा. जन आधार कार्ड/भामाशाह कार्ड पर अंकित परिवार पहचान संख्या अथवा जन आधार कार्ड पंजीयन रसीद को योजना के सॉफ्टवेयर पर में दर्ज करने पर योजनान्र्तगत चयनित श्रेणी का विवरण प्रर्दशित होने पर ही परिवार को योजना में लाभ दिया जा सकेगा। योजनान्र्तगत पात्र परिवारों का योजना के सॉफ्टवेयर पर पंजीयन उपरांत संलग्न प्रारूप दस्तावेज डाउनलोड कर प्राप्त किया जा सकता है, जिसमें लाभार्थी परिवार के जन आधार एवं पॉलिसी विवरण दर्ज होगा। लाभार्थी ई मित्र कियोस्क को निर्धारित शुल्क का भुगतान कर पॉलिसी दस्तावेज का प्रिंट ले सकेंगे। साथ ही प्रत्येक लाभार्थी परिवार को योजना की जानकारी देने के लिए एक पेम्पलेट भी दिया जाएगा।
जिले में गुरुवार से 45 से अधिक आयु के सभी लोगों को लग सकेंगे टीके
झुंझुनूं, जिले में चल रहे कोविड टीकाकरण कार्यक्रम के तहत गुरुवार से 45 वर्ष व उससे अधिक आयु के लोगों का टीकाकरण किया जायेगा। इसके लिए जिले भर में 142 सरकारी व चार निजी साइट बनाई गई हैं। सीएमएचओ डॉ. छोटेलाल गुर्जर ने बताया कि प्रदेश व जिले में कोविड19 के संक्रमण रोकने के लिए सभी जिलेवासियों से अपील है कि वो मास्क, सामाजिक दूरी और स्वच्छता के नियमों का आवश्यक रूप से पालन करें। साथ ही 45 व उससे अधिक आयु के लोगों का टीकाकरण शुरू किया जा रहा है तो नजदीक के स्वास्थ्य केन्द्र पर जाकर जल्द से जल्द अपना टीकाकरण करवाये। टीकाकरण के बाद भी कोविड नियमों की पालना करें। आरसीएचओ डॉ. दयानंद सिंह ने बताया कि कोविड टीकाकरण के जाते समय अपने साथ अपना एक आईडी प्रूफ जरूर लेकर जाये। उन्होंने बताया कि कि इस चौथे चरण में जिले में चार लाख से अधिक लोगों का टीकाकरण किया जा सकेगा। लोग अपने आप को कोविड से बचाने के लिए सरकार के टीकाकरण का लाभ लेवें।
बीडीके अस्पताल, सीएचसी खेतड़ी और उदयपुरवाटी में कोवेक्सीन के सेंटर भी स्थापित आरसीएचओ डॉ दयानंद सिंह ने बताया कि बीडीके जिला अस्पताल, सीएचसी खेतड़ी और उदयपुर वाटी में कोविशिल्ड के साथ साथ कोवेक्सीन के अलग से साइट बनाई गई है। जहाँ कोवेक्सीन का टीकाकरण होगा। आरसीएचओ डॉ दयानंद सिंह ने बताया कि नवलगढ़ के पुराना अस्पताल में संचालित शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को कोवेक्सीन का परमानेंट सेंटर बनाया गया है जहां पर नवलगढ़ क्षेत्र के कोवेक्सीन की फस्र्ट डोज लेने वाले निर्धारित समय पूर्ण होने पर अपनी सेकेंड डोज यहाँ ले सकते हैं। आरसीएचओ ने सभी प्रभारियों को निर्देश दिए हैं कि कोविशिल्ड की प्रथम डोज के बाद 6 सप्ताह यानी 42 दिन पूर्ण होने ही दूसरी डोज लगाई जानी है पहले ये डोज 28 दिन पूर्ण होने पर लगाई जा रही थी।