कैलाश केसरी हॉस्पिटल ( डॉ. कमलचंद सैनी MBBS, MD (Medicine) कंसलटेंट फिजिशियन )( नये अस्पताल का नया भवन )अत्याधुनिक सुविधाओं के साथजिले के सबसे बड़े आईसीयू के साथ व इमरजेंसी सेवाएं 24 घंटे लगातारओपीडी समय प्रतिदिन सुबह 10 से शाम 4 बजे तक ( नेतराम मघराज कॉलेज के सामने, झुंझुनूं CALL: 9462058888 / 9462078888 )

Manoj medical & optical )हमारे यहां सभी प्रकार की आंखों की दवाईयां व नजर व धूप के चश्मे उचित दर पर मिलते हैं ।( आई केयर सेंटर )कंप्यूटर द्वारा निशुल्क जांच कर चश्मे बनाए जाते हैं। सभी बड़ी ब्रांड कंपनी के चश्मे के फ्रेम. ग्लास. लेंस व गोगल्स मिलते है।यहां आँखो के डॉक्टर की सुविधा उपलब्धसमय सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक मनोज कुमार कायां 9694185927 बुद्धि प्रकाश कायां 9314419404श्रद्धा एन्क्लेव के सामने, रानी सती रोड, झुंझुनूं (राज.) 333001

  Jjn goodnews youtube चैनल को subscribe करे Bell (घंटी) 🔔का बटन दबाकर All पर कर दें जिससे सबसे पहले खबर पहुंचे आप तक*झुंझुनूं की किसी भी तरह की छोटी-बड़ी खबर Jjn goodnews डिजीटल में चलवाने या विज्ञापन के लिए  सम्पर्क करे- 8949053753

May 31, 2021

प्रदेश में तम्बाकू उत्पादों पर निषेध के लिए बनेगी नीति

प्रदेश में तम्बाकू उत्पादों पर निषेध के लिए बनेगी नीति

चूरू, 31 मई। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि युवाओं में बढ़ती नशे की प्रवृत्ति हमारे परिवार, समाज, प्रदेश एवं देश के लिए गम्भीर चिंता का विषय है। युवाओं को नशे की आदतों से दूर रखने एवं आमजन को तम्बाकू उत्पादों के दुष्प्रभाव के प्रति जागरुक करने के लिए स्वयं सेवी संगठनों एवं नशामुक्ति से जुड़े संस्थानों के सहयोग से जन आंदोलन के रूप में एक व्यापक अभियान चलाया जाए।

गहलोत सोमवार को विश्व तम्बाकू निषेध दिवस के अवसर पर राज्य स्तरीय वर्चुअल आमुखीकरण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर जिला मुख्यालय स्थित राजीव गांधी सेवा केंद्र पर जिला कलक्टर सांवर मल वर्मा, एसपी नारायण टोगस, एडीएम पीआर मीना, सीईओ सत्तार खान, एसडीएम अभिषेक खन्ना, सीएमएचओ डॉ मनोज शर्मा, पीएमओ डॉ एफ एच गौरी, मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ गजेंद्र सक्सेना, एनटीपीसी सलाहकार लाड कंवर, डीआरसीएचओ डॉ विश्वास मथुरिया, एडिशनल सीएमएचओ डॉ बीएल सर्वा, सहायक निदेशक (जनसंपर्क) कुमार अजय आदि मौजूद थे।

मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि प्रतिवर्ष तम्बाकू निषेध दिवस मनाने के साथ-साथ हमें नशे की प्रवृत्ति को रोकने के लिए गम्भीरता से जमीनी स्तर पर कार्य करना होगा। उन्होंने सभी से अपील की कि निरोगी राजस्थान का सपना साकार करने के लिए प्रदेशवासी बीड़ी, सिगरेट एवं तम्बाकू उत्पादों का सेवन नहीं करें तथा नई पीढ़ी को नशे की गिरफ्त में आने से बचाएं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान सरकार के एक साल पूरा होने पर हमने दिसम्बर 2019 में प्रदेश में निरोगी राजस्थान अभियान शुरू किया था। इस अभियान का मुख्य उदद्ेश्य प्रदेशवासियों को स्वस्थ जीवन शैली अपनाकर निरोगी बनने के लिए जागरुक करना था। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस फेफड़ों पर सर्वाधिक असर कर रहा है। ऎसे लोग जो धूम्रपान करते हैं अथवा तम्बाकू उत्पादों का सेवन करते हैं, उन्हें कोरोना से फेफड़ों में संक्रमण का सर्वाधिक खतरा है। तम्बाकू से कैंसर होने का खतरा भी बढ़ जाता है। तम्बाकू का सेवन अथवा किसी भी तरह का नशा व्यक्ति के स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक है। ऎसे में, तम्बाकू उत्पादों के उपयोग को हतोत्साहित करने के लिए हमारी सरकार हरसंभव प्रयास कर रही है। हमारी पिछली सरकार के समय सिगरेट पर 65 प्रतिशत वैट लगाया गया था, जो देश के किसी भी राज्य में सर्वाधिक था।

गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार देश के अन्य राज्यों में सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पादों पर लगाए गए प्रतिबंधों का अध्ययन कर प्रदेश में तम्बाकू उत्पादों पर निषेध के लिए नीति बनाएगी। उन्होंने उम्मीद जताई कि विश्व तम्बाकू निषेध दिवस पर आयोजित इस आमुखीकरण कार्यक्रम से प्रदेश में तम्बाकू उत्पादों एवं अन्य नशे के पदाथार्ें के सेवन पर प्रतिबंध के प्रति जागरुकता का वातावरण तैयार करने में मदद मिलेगी।

मुख्यमंत्री ने प्रदेश भर में नियोजित 90 हजार स्वास्थ्य मित्रों की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करते हुए कहा कि स्वास्थ्य मित्र ग्रामीणों की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओें का पता लगाकर उनकी परेशानी प्रशासन तक पहुंचाने में सेतु बने। उन्होंने प्रदेश में कोरोना संक्रमण रोकने में स्वास्थ्य मित्र, आशा सहयोगिनी, एएनएम, नर्सिंग स्टाफ, चिकित्सकों एवं अन्य फ्रंटलाइन वर्कर्स द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना भी की।

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि प्रदेशभर में आईईसी गतिविधियों के माध्यम से तम्बाकू सेवन से होने वाले नुकसान के बारे में जागरुकता फैलाई जा रही है। निरोगी राजस्थान अभियान के तहत नशामुक्ति पर चर्चा की जा रही है। प्रदेश के जिला अस्पतालाें में तम्बाकू मुक्ति उपचार एवं परामर्श केंद्र संचालित किए जा रहे हैं। आंगनबाड़ी केंद्रों, शिक्षण संस्थानों एवं अस्पतालों के 100 गज के दायरे में तम्बाकू उत्पादों की बिक्री पर रोक लगाई गई है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने ई-सिगरेट एवं हुक्का बार पर पूर्णतः प्रतिबंध लगाया है।

निदेशक जन स्वास्थ्य डॉ. के.के. शर्मा ने तम्बाकू उत्पादों से होने वाले नुकसान के बारे में आर्ईईसी के माध्यम से किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि शिक्षण संस्थाओें में सेन्सिटाइजेशन कार्यक्रम चलाया गया है। एसएमएस मेडिकल कॉलेज के ईएनटी विभाग के प्रोफेसर डॉ. पवन सिंघल ने अपने प्रस्तुतीकरण में बताया कि देश में सर्वाधिक मौतें तम्बाकू जनित रोगों के कारण होती हैं।

आमुखीकरण कार्यक्रम में वीसी के माध्यम से संभागीय आयुक्त, आईजी रेंज, जिला कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, जिला परिषद सीईओ, मेडिकल कॉलेज प्राचार्य, चिकित्सा विभाग के अधिकारी, जनप्रतिनिधि, स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि, एएनएम, आशा सहयोगिनी, स्वास्थ्य मित्र आदि जुड़े रहे। निदेशक (एनएचएम) सुधीर शर्मा ने विभागीय गतिविधियों की जानकारी दी। निदेशक (आरसीएच) डॉ. लक्ष्मण सिंह ओला ने कार्यक्रम की शुरुआत में मुख्यमंत्री एवं अन्य अतिथियों का स्वागत किया।