मोटरसाईकिल चोरी का आरोपी गिरफतार
झुंझुनूं 30 अगस्त21 मनीष त्रिपाठी, आई. पी. एस. पुलिस अधीक्षक, जिला झुंझुनूं के आदेशानुसार विरेन्द्र मीणा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक झुंझुनूं लोकेन्द्र दादरवाल वृताधिकारी वृत झुंझुनूं के निर्देशन में सुरेन्द्रसिंह देगडा पु.नि. थानाधिकारी, थाना कोतवाली झुंझुनूं के नेतृत्व में गठित टीम द्वारा मोटरसाईकिल चोरी के मामलों में वांछित आरोपी अजय कुमार को दिनांक 28.08.2021 को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की गई।
अपराध का विवरण:- 28 अगस्त 21 को परिवादि मुनेश कुमार निवासी खाजपुर नया
का बास ने एक लिखित रिपोर्ट इस आश्य कि पेश की कि दिनांक 27.08.21 को समय करीब 6.30 बजे रात्री को मेरी मोटर साईकिल न. आरजे 18 एसजेड 0792 को मेरी दुकान बालाजी मार्बल रिको के अन्दर खड़ी थी। जिसको हमने 9.30 पीएम पर संभाला तो वहां पर मोटर साइकिल नही मिली जिसको तलाश किया आस पास पुछताछ की तो पता चला कि ये मोटर साइकिल अजय पुत्र प्रकाश नट निवासी रीको झुग्गी झोपडी झुंझुनूं चुराकर ले गया। आदि पर अ.स. 471 / 21 धारा 379 भादस में दर्ज कर अनुसंधान किया गया।
दौराने अनुसंधान मुल्जिम अजय पुत्र प्रकाश नट निवासी रीको झुग्गी झोपडी झुंझुनूं को बाद अनुसंधान गिरफतार किया गया।
विशेष विवरण- अजय पुत्र प्रकाश नट निवासी रीको झुग्गी झोपडी झंझुनूं है जो मुनेश कुमार की दुकान पर पलदारी का काम करता था जिस की तलाश हेतु टीम गठीत कर तलाश शुरू की गई सीसीटीवी फुटेज खंगाले गये सीसीटीवी फुटेज व अन्य संत्रोत से पता रशी लगाकर आरोपी की तलाश की जाकर पुछताछ की गई आरोपी द्वारा जुर्म स्वीकार किया गया उक्त आरोपी द्वारा मोटर साईकिल चोरी की गई मोटरसाइकिल को बरामद कर मुलजिम को आज न्यायालय में पेश कर जे / सी रिमाण्ड हासिल कर जेल दाखिल करवाया गया। टीम का विवरण:
01. सुरेन्द्रसिंह देगडा पुलिस निरीक्षक थानाधिकारी पुलिस थाना कोतवाली झुंझुनूं |
02. महावीर प्रसाद एचसी न 33 पुलिस थाना कोतवाली झुंझुनूं 03. सत्येन्द्र कुमार कानि 954 पुलिस थाना कोतवाली झुंझुनूं 04. इन्द्रा देवी कानि 463 पुलिस थाना कोतवाली झुंझुनूं
05. नगेश कुमार कानि 1428 पुलिस थाना कोतवाली झुंझुनूं
06. सुशिल कुमार कानि 227 पुलिस थाना कोतवाली झुंझुनूं
स्वर्णिम उम्मीदों के साथ सोमवार सवेरे टोक्यो में भाला फेंकेंगे देवेेंद्र झाझड़िया
चूरू, 30 अगस्त। टोक्यो पैरालंपिक में सोमवार को दिन भारत के लिए स्वर्णिम उम्मीदों वाला रहेगा। वर्ष 2004 के एथेंस और वर्ष 2016 के रियो पैरालंपिक में जेवलिन थ्रो में गोल्ड मेडल जीतने वाले देवेंद्र झाझड़िया सोमवार सवेरे टोक्यो में भाला फेंकेंगे। जोरदार फॉर्म में चल रहे देवेंद्र झाझड़िया रिकॉर्ड प्रदर्शन के साथ टोक्यो पैरालिंपिक में अपने इवेंट में गोल्ड मेडल के प्रबल दावेदार हैं।
उल्लेखनीय है कि देवेंद्र झाझड़िया ने अपने ही रिकॉर्ड को तोड़ते हुए 65.71 मीटर भाला फेंककर पैरालंपिक के लिए क्वालीफाई किया था। टोक्यो पैरालंपिक के लिए रवाना होने से पहले उन्होंने 67 से 69 मीटर जेवलिन थ्रो करने की उम्मीद जताई और अपने फिटनेस लेवल को लेकर वे बहुत आश्वस्त नजर आए। उल्लेखनीय बात यह है कि बीस वर्ष की उम्र में देवेंद्र जितना देवेंद्र जेवलिन थ्रो कर रहे थे, आज चालीस की उम्र में उससे भी बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं। देवेंद्र के इवेंट को लेकर देवेंद्र के गांव में और उनके चाहने वालों में बड़ा उत्साह है और वे बड़ी ही बेसब्री से सोमवार की सुबह का इंतजार कर रहे हैं।
चूरू, 30 अगस्त। टोक्यो पैरालंपिक में सोमवार को दिन भारत के लिए स्वर्णिम उम्मीदों वाला रहेगा। वर्ष 2004 के एथेंस और वर्ष 2016 के रियो पैरालंपिक में जेवलिन थ्रो में गोल्ड मेडल जीतने वाले देवेंद्र झाझड़िया सोमवार सवेरे टोक्यो में भाला फेंकेंगे। जोरदार फॉर्म में चल रहे देवेंद्र झाझड़िया रिकॉर्ड प्रदर्शन के साथ टोक्यो पैरालिंपिक में अपने इवेंट में गोल्ड मेडल के प्रबल दावेदार हैं।
उल्लेखनीय है कि देवेंद्र झाझड़िया ने अपने ही रिकॉर्ड को तोड़ते हुए 65.71 मीटर भाला फेंककर पैरालंपिक के लिए क्वालीफाई किया था। टोक्यो पैरालंपिक के लिए रवाना होने से पहले उन्होंने 67 से 69 मीटर जेवलिन थ्रो करने की उम्मीद जताई और अपने फिटनेस लेवल को लेकर वे बहुत आश्वस्त नजर आए। उल्लेखनीय बात यह है कि बीस वर्ष की उम्र में देवेंद्र जितना देवेंद्र जेवलिन थ्रो कर रहे थे, आज चालीस की उम्र में उससे भी बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं। देवेंद्र के इवेंट को लेकर देवेंद्र के गांव में और उनके चाहने वालों में बड़ा उत्साह है और वे बड़ी ही बेसब्री से सोमवार की सुबह का इंतजार कर रहे हैं।
श्रमदान को बनाएं दिनचर्या का हिस्सा : यूनुस खान
घांघू के बैकुंठ धाम में युवाओं ने किया श्रमदान, साफ-सफाई की और पौधे लगाए
चूरू, 30 अगस्त। घांघू के बैकुंठ धाम में युवाओं ने रविवार सवेरे पूर्व एथलीट हरफूल सिंह रेवाड़ के नेतृत्व में श्रमदान कर साफ-सफाई की और पौधरोपण किया। इस मौके पर पूर्व में लगाये गए पौधों की निराई-गुड़ाई कर पानी दिया गया।
इस मौके पर नेवी से सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट यूनुस खान ने कहा कि युवाओं द्वारा निरंतर किया जा रहा श्रमदान सराहनीय है। श्रमदान को यदि हम दिनचर्या का हिस्सा बनाएं तो स्वयं को नीरोगी बनाये रख सकते हैं। उन्होंने कहा कि प्रकृति से दूर होने के कारण ही मनुष्य आज विभिन्न परेशानियों से घिर गया है। यदि हम प्रकृति के नजदीक रहें तो जीवन को वास्तविक आनंद दे सकते हैं।
सामाजिक कार्यकर्ता महावीर नेहरा ने कहा कि प्रत्येक रविवार बैकुंठ धाम में युवाओं का श्रमदान सराहनीय निर्णय है। उन्होंने कहा कि हमें अधिक से अधिक पौधे लगाकर प्रकृति का पोषण करना चाहिए क्योंकि प्रकृति हर तरह से हमारा पोषण करती है।
पूर्व एथलीट हरफूल सिंह रेवाड़ ने कहा कि जब तक हम श्रम से जुड़े रहेंगे, हम तभी तक वास्तव में जिंदा रहेंगे।
सहायक निदेशक (जनसम्पर्क) कुमार अजय ने युवाओं का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि वर्तमान समय का सबसे बड़ा संकट शारीरिक और मानसिक बीमारियां हैं। कमोबेश हम सभी इन चीजों से परेशान हैं। शारीरिक श्रम और सामूहिक श्रमदान जैसी गतिविधियां हमें तनाव से बचाती हैं और शारीरिक स्वास्थ्य देती हैं।
इस दौरान सुगनाराम मांझू, संजय दर्जी, ग्राम पंचायत एलडीसी सत्यप्रकाश मीणा, केशर देव प्रजापत, हीरालाल भादू, हेमराज दर्जी, योगेश जांगिड़, पंकज जांगिड़, सुरक्षित रेवाड़, बीरबल नोखवाल, मनीष बाटू, विजेंद्र सिहाग, अभय नेहरा, नरेंद्र सिहाग, मनीष दर्जी आदि युवाओं में श्रमदान किया।
घांघू के बैकुंठ धाम में युवाओं ने किया श्रमदान, साफ-सफाई की और पौधे लगाए
चूरू, 30 अगस्त। घांघू के बैकुंठ धाम में युवाओं ने रविवार सवेरे पूर्व एथलीट हरफूल सिंह रेवाड़ के नेतृत्व में श्रमदान कर साफ-सफाई की और पौधरोपण किया। इस मौके पर पूर्व में लगाये गए पौधों की निराई-गुड़ाई कर पानी दिया गया।
इस मौके पर नेवी से सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट यूनुस खान ने कहा कि युवाओं द्वारा निरंतर किया जा रहा श्रमदान सराहनीय है। श्रमदान को यदि हम दिनचर्या का हिस्सा बनाएं तो स्वयं को नीरोगी बनाये रख सकते हैं। उन्होंने कहा कि प्रकृति से दूर होने के कारण ही मनुष्य आज विभिन्न परेशानियों से घिर गया है। यदि हम प्रकृति के नजदीक रहें तो जीवन को वास्तविक आनंद दे सकते हैं।
सामाजिक कार्यकर्ता महावीर नेहरा ने कहा कि प्रत्येक रविवार बैकुंठ धाम में युवाओं का श्रमदान सराहनीय निर्णय है। उन्होंने कहा कि हमें अधिक से अधिक पौधे लगाकर प्रकृति का पोषण करना चाहिए क्योंकि प्रकृति हर तरह से हमारा पोषण करती है।
पूर्व एथलीट हरफूल सिंह रेवाड़ ने कहा कि जब तक हम श्रम से जुड़े रहेंगे, हम तभी तक वास्तव में जिंदा रहेंगे।
सहायक निदेशक (जनसम्पर्क) कुमार अजय ने युवाओं का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि वर्तमान समय का सबसे बड़ा संकट शारीरिक और मानसिक बीमारियां हैं। कमोबेश हम सभी इन चीजों से परेशान हैं। शारीरिक श्रम और सामूहिक श्रमदान जैसी गतिविधियां हमें तनाव से बचाती हैं और शारीरिक स्वास्थ्य देती हैं।
इस दौरान सुगनाराम मांझू, संजय दर्जी, ग्राम पंचायत एलडीसी सत्यप्रकाश मीणा, केशर देव प्रजापत, हीरालाल भादू, हेमराज दर्जी, योगेश जांगिड़, पंकज जांगिड़, सुरक्षित रेवाड़, बीरबल नोखवाल, मनीष बाटू, विजेंद्र सिहाग, अभय नेहरा, नरेंद्र सिहाग, मनीष दर्जी आदि युवाओं में श्रमदान किया।
धमोरा। गोगा नवमी के शुभ अवसर पर गांव में भव्य कलश यात्रा (झांकी के साथ) निकाली गई । इस अवसर पर भारतीय राष्ट्रवादी पार्टी के युवा मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष दिनेश जाखड़ ने बताया कि रविवार को गोगामेडी मंदिर धमोरा से 1100 कलशों के साथ डीजे की धुनों पर झांकी व कलश यात्रा निकाली गई। जो गांव के मुख्य मार्गो से दर्जनभर डीजे व ऊंट-घोड़ीयों के साथ शिवालय चौक में बना शिव मंदिर पर पहुंची। जिसमें ग्रामीणों व गोगामेडी समिति के कार्यकर्ताओं ने जगह जगह पर जूस व फल फ्रूट और पुष्पवर्षा कर स्वागत किया । फिर वापस उसी मार्ग से गोगामेडी मंदिर प्रांगण में आकर संपन्न हुई। इस अवसर पर गांव के हजारों पुरुष महिलाएं युवक युवतियों व बालकों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।
*भंडारा व प्रतियोगिताएं आज*
सोमवार को मंदिर प्रांगण में भंडारा किया जाएगा । तथा विभिन्न प्रतियोगिताएं का आयोजन किया जाएगा । जिसमें ऊंट-घोड़ी का दौड़ व नृत्य, पुरुष कुश्ती, पुरुष दौड़, पुरुष- महिला रस्सा कस्सी, महिला मटका दौड़ सहित अनेक प्रतियोगिताओं का आयोजन वह पुरस्कार वितरण किया जाएगा।
कोविड-19 अपडेट 29.08.2021
जिला कोरोना मुक्त होने की ओर अग्रसर @ एक्टिव केस की संख्या 2
सीकर, 30 अगस्त। जिले में कोरोना वायरस की दूसरी लहर लगातार दम तोड़ती जा रही है। दिन प्रतिदिन कोरोना संक्रमितों व एक्टिव कम होती जा रही है। इससे जिला अब कोरोना फ्री होने की ओर अग्रसर है। जिला प्रशासन व चिकित्सा विभाग तीसरी लहर की रोकथाम में जुटा हुआ है। जिला प्रशासन व चिकित्सा विभाग नेे आमजन से जरूरी होने पर घर से बाहर जाने और मॉस्क लगाने व बार बार हाथ धोकर स्वच्छता बरतने की अपील की है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अजय चौधरी ने जिले में 1 मार्च से लेकर अब तक 1 लाख 56 हजार 748 सैम्पल लिए गए। इनमें से 21 हजार 526 कोरोना संक्रमित रोगी आए हैं। 1 लाख 35 हजार 119 सैम्पल की रिपोर्ट नगेटिव आई है।एक्टिव केस की संख्या 2 है। रविवार को जिले में कोरोना पॉजीटिव की संख्या शून्य रही है।
विभाग की ओर से गत वर्ष से लेकर अब तक 3 लाख 13 हजार 679 सैम्पलों की जांच की गई है। इनमें से 30 हजार 987 पॉजीटिव पाए गए है। वहीं 30 हजार 650 स्वस्थ हो चुके हैं। रविवार को 52 सेम्पल लिए गए।
सीकर शहर में रविवार को आनस्पोट रजिस्ट्रेशन वेक्सिनेशन साइट @ Sk School दो साइट और मारू स्कूल में दो साइट सभी आयु वर्ग के लोगो के लिए कोविशिल्ड 1st डोज तथा Sk college दो साइट में कोवेक्सिन ist डोज लगाई जाएगी। सभी आयु के लोगो के ओपन कर दी गई है। इन सभी साइट पर पहले आओ, पहले पाओ की तर्ज पर टीका लगाया जा रहा है।
👉👉🏼 *रेलयात्रियों के लिए अच्छी खबर! अब आपके कंफर्म टिकट पर कोई दूसरा यात्री भी कर सकता है सफर, जानें कैसे* 👇🏽👇
🗞️भारतीय रेलवे (Indian Railway) ने रेल यात्रियों के लिए खुशखबरी दी है. दरअसल, अब आप अपना कंफर्म टिकट किसी दूसरे यात्री को ट्रांसफर (Transfer Confirm Ticket) कर सकते हैं. इसके लिए रेलवे ने कुछ नियमों में बदलाव किया है.
🔸इस नियम में बदलाव से पहले तक अगर आपके कंफर्म टिकट पर कोई दूसरा व्यक्ति रेल यात्रा करता हुआ पाया जाता था, तो इसे दंडनीय अपराध (Punishable Offence) माना जाता था. आसान शब्दों में समझें तो अगर टिकट बुक कराने के बाद अगर आप किसी वजह से यात्रा नहीं कर पाते थे तो आपको कंफर्म टिकट कैसिंल कराना पड़ता था.
🔸 *स्टेशन मास्टर को देनी होगी एप्लीकेशन*
🔸 रेलयात्रियों को टिकट कैंसिल कराने पर कई बार आर्थिक नुकसान भी होता था. रेलवे ने इसी नियम में बदलाव किया है. इंडियन रेलवे ने आरक्षित टिकट पर यात्रियों को एक खास सुविधा मुहैया कराई है.
🔸 इसके तहत जो लोग कंफर्म टिकट पर यात्रा नहीं करना चाहते हैं वो अपने परिवार में किसी के नाम पर टिकट ट्रांसफर कर सकते हैं. टिकट ट्रांसफर कराने के लिए आपको एक एप्लीकेशन स्टेशन मास्टर (Station Master) को देनी होगी. इस प्रक्रिया को पूरा करने के बाद ही आप अपने परिवार में किसी को अपना कंफर्म टिकट ट्रांसफर कर सकते हैं.
🔸 *किस-किस के नाम कर सकते हैं ट्रांसफर*
_
🔸 रेलयात्री अपना कंफर्म टिकट सिर्फ अपने माता-पिता, भाई-बहन, पुत्र-पुत्री, पति और पत्नी के नाम पर ही ट्रांसफर करा सकते हैं. बदले हुए नियम के मुताबिक, आप अपना कंफर्म टिकट किसी दोस्त के नाम पर ट्रांसफर नहीं करा सकते हैं.
🔸 किसी शादी या पार्टी में जाने वाले लोगों के सामने ऐसी स्थिति आने पर शादी और पार्टी के आयोजक को 48 घंटे पहले जरूरी दस्तावेज जमा कराने होते हैं. व्यक्तिगत तौर पर रेलवे स्टेशन जाकर टिकट ट्रांसफर प्रॉसेसे पूरी कराने के साथ ही आप ऑनलाइन भी इस प्रक्रिया को पूरा कर सकते हैं.
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🗞️भारतीय रेलवे (Indian Railway) ने रेल यात्रियों के लिए खुशखबरी दी है. दरअसल, अब आप अपना कंफर्म टिकट किसी दूसरे यात्री को ट्रांसफर (Transfer Confirm Ticket) कर सकते हैं. इसके लिए रेलवे ने कुछ नियमों में बदलाव किया है.
🔸इस नियम में बदलाव से पहले तक अगर आपके कंफर्म टिकट पर कोई दूसरा व्यक्ति रेल यात्रा करता हुआ पाया जाता था, तो इसे दंडनीय अपराध (Punishable Offence) माना जाता था. आसान शब्दों में समझें तो अगर टिकट बुक कराने के बाद अगर आप किसी वजह से यात्रा नहीं कर पाते थे तो आपको कंफर्म टिकट कैसिंल कराना पड़ता था.
🔸 *स्टेशन मास्टर को देनी होगी एप्लीकेशन*
🔸 रेलयात्रियों को टिकट कैंसिल कराने पर कई बार आर्थिक नुकसान भी होता था. रेलवे ने इसी नियम में बदलाव किया है. इंडियन रेलवे ने आरक्षित टिकट पर यात्रियों को एक खास सुविधा मुहैया कराई है.
🔸 इसके तहत जो लोग कंफर्म टिकट पर यात्रा नहीं करना चाहते हैं वो अपने परिवार में किसी के नाम पर टिकट ट्रांसफर कर सकते हैं. टिकट ट्रांसफर कराने के लिए आपको एक एप्लीकेशन स्टेशन मास्टर (Station Master) को देनी होगी. इस प्रक्रिया को पूरा करने के बाद ही आप अपने परिवार में किसी को अपना कंफर्म टिकट ट्रांसफर कर सकते हैं.
🔸 *किस-किस के नाम कर सकते हैं ट्रांसफर*
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🔸 रेलयात्री अपना कंफर्म टिकट सिर्फ अपने माता-पिता, भाई-बहन, पुत्र-पुत्री, पति और पत्नी के नाम पर ही ट्रांसफर करा सकते हैं. बदले हुए नियम के मुताबिक, आप अपना कंफर्म टिकट किसी दोस्त के नाम पर ट्रांसफर नहीं करा सकते हैं.
🔸 किसी शादी या पार्टी में जाने वाले लोगों के सामने ऐसी स्थिति आने पर शादी और पार्टी के आयोजक को 48 घंटे पहले जरूरी दस्तावेज जमा कराने होते हैं. व्यक्तिगत तौर पर रेलवे स्टेशन जाकर टिकट ट्रांसफर प्रॉसेसे पूरी कराने के साथ ही आप ऑनलाइन भी इस प्रक्रिया को पूरा कर सकते हैं.