**गरीब कल्याण रोजगार अभियान के तहत कौशल प्रशिक्षण का आयोजन सोमवार से**
झुंझुनू, केन्द्र सरकार की गरीब कल्याण रोजगार अभियान योजना के तहत कृषि तकनीकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान जोधपुर के निर्देशानुसार कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा लॉकडाउन के दौरान जिले में लौटे प्रवासी कामगारों के लिए बकरी पालन विषय पर तीन दिवसीय दक्षता आधारित कौशल प्रशिक्षण कृषि विज्ञान केन्द्र पर 6 जुलाई सोमवार को आयोजित किया जा रहा है। केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ. दयानन्द ने बताया कि इस प्रशिक्षण में भाग लेने के लिए प्रवासी कामगार का नाम जिला प्रशासन की सर्वे सूची में शामिल होना चाहिए। प्रशिक्षण के नोडल अधिकारी डॉ. आर.एस.राठौड़ ने बताया कि प्रशिक्षण में पंजीयन पहले आओ-पहले पाओ के आधार पर किया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण निःशुल्क होगा तथा प्रशिक्षणार्थियों को रहने व खाने की सुविधा भी केन्द्र द्वारा उपलब्ध कराई जाएगी। इच्छुक प्रशिक्षणार्थी अपना पंजीयन कार्यालय समय में 01592-233420, 9079639352 व 8696062296 पर करवा सकते हैं।
**गौशाला संचालक एसएसओ आईडी बनाकर सहायता आवेदन ऑनलाईन भिजवाएं, 10 जुलाई सर्वे की अंतिम तिथि**
झुंझुनू, राज्य में संचालित समस्त गौशालाओं की एसएसओ आईडी इन्टीग्रेटेड गोपालन वेब एप्लीकेशन में जुड़वाने के लिए निर्देशित किया गया है, पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. सुरेन्द्र सैनी ने बताया कि सहायता आवेदन ऑनलाईन किए जाने के लिए प्रत्येक गौशाला को एसएसओ-आईडी बनाकर पशुपालन विभाग को निर्धारित प्रपत्र में 15 जुलाई तक भिजवाया जाना अनिवार्य ह, ताकि 20 जुलाई से पूर्व वेब एप्लीकेशन पोर्टल पर एसएसओ-आईडी को समस्त गौशालाओं से कनेक्ट किया जा सके।
सैनी ने बताया कि जिले में संचालित गौशालाओं के संचालक सूचनायें समय पर प्रदान करावें एवं गोपालन विभाग के समस्त कार्यो जैसे गौशाला पंजीयन, सहायता विवरण, मासिक सूचना इन्द्राज के लिए नये इन्टीग्रेटेड गोपालन वेब एप्लीकेशन को तैयार करवाया गया है जो www.gopalanapp.rajasthan.gov.
**पीएचसी निर्माण कार्य में रखें गुणवत्ता का पूरा ध्यान - पायल सैनी
सभापति पायल सैनी ने किया जिला मुख्यालय के वार्ड 51 में शहरी पीएचसी के निर्माणाधीन भवन का निरीक्षण**
चूरू नगर परिषद सभापति पायल सैनी ने शुक्रवार को जिला मुख्यालय पर वार्ड 51 में शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के निर्माणाधीन भवन का निरीक्षण किया और आवश्यक निर्देश दिए। इस मौके पर जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी मो. नियाज भी उनके साथ रहे।
इस मौके पर सभापति ने एनआरएचएम अधिकारियों से कहा कि पीएचसी के निर्माण में गुणवत्ता का पूरा ध्यान रखें। निर्माण सामग्री की गुणवत्ता से किसी प्रकार का समझौता नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के एक-एक पैसे का सदुपयोग होना चाहिए और काम बेहतरीन गुणवत्ता का होना चाहिए।
जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी मो. नियाज ने बताया कि प्रधानमंत्री जन विकास कार्यक्रम के अंतर्गत अल्पसंख्यक मामलात विभाग की ओर से शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के भवन का निर्माण कार्य कराया जा रहा है। विभाग की ओर से इस कार्य के लिए 95 लाख रुपए की प्रशासनिक व वित्तीय स्वीकृति जारी की जा चुकी है। कार्यस्थल पर एनआरएचएम के सहायक अभियंता सागरमल, नगर परिषद के सहायक अभियंता इरफान खान, सीताराम खटीक, घनश्याम अलवरिया आदि मौजूद थे।
**जिले में 13 लाख लोगों को होम्योपैथी दवा पिलाई गई**
चूरू जिला कलक्टर संदेश नायक की प्रेरणा से एवं जिला नोडल अधिकारी (होम्योपैथी) डॉ. नवीन बेनीवाल के निर्देशन में राजस्थान शिक्षक संघ (शेखावत) के जिला मंत्री वेदपाल मालिक के नेतृत्व में जिले के 13 लाख लोगों को कोरोना महामारी से बचाव हेतु ‘‘आर्सेनिक एल्ब 30’’ दवा वितरित कर रिकॉर्ड कायम किया गया है।
संगठन के जिलाध्यक्ष विजय पोटलिया ने कहा कि शिक्षक टीम द्वारा जिले में प्रत्येक व्यक्ति को आर्सेनिक एल्ब 30 दवा वितरित की गई है। जिले में प्रत्येक गांव व ढाणी में शिक्षक टीम पहुंचकर शत-प्रतिशत ग्रामीणों को यह होम्योपैथी दवा पिलाई गई।
कोरोना योद्धाओं का सम्मान
शिक्षक संघ द्वारा कोरोना जागरुकता अभियान के तहत जिले में श्रेष्ठ कार्य करने वाले शिक्षक संजय कुमार वर्मा व सुरेन्द्र सारण (सरदारशहर), सुमेर सिंह सिहाग (तारानगर) एवं संजय कुमार खीचड़ (राजगढ), डॉ. लक्ष्मी (होम्योपैथी), डॉ. सुदेश (चूरू), कम्पाउडर कैलाश चन्द्र शर्मा (मालासी), रामावतार सैनी (चूरू) को सम्मानित किया गया।
समारोह में जिला नोडल अधिकारी डॉ. नवीन बेनीवाल व संगठन प्रदेश उपाध्यक्ष भंवरलाल कस्वां ने कहा कि जिले में लोगों को होम्योपैथी दवा का वितरण कर शिक्षक संघ ने सराहनीय कार्य किया है।
**पशु क्रुरता निवारण समिति की कार्यकारी समिति का गठन**
चूरू पशुपालन विभाग द्वारा जिला कलक्टर संदेश नायक की अध्यक्षता में 2 जुलाई को जिला पशु क्रुरता निवारण समिति चूरू की कार्यकारी समिति का गठन किया गया है।
संयुक्त निदेशक डॉ. जगदीश बरबड़ ने बताया कि समिति के उपाध्यक्ष पुलिस अधीक्षक, सदस्य सचिव अतिरिक्त जिला कलक्टर, सदस्य चूरू नगर परिषद आयुक्त व एक मनोनित सदस्य हैं।
**सड़क दुर्घटना में मृतकों के आश्रितों को आर्थिक सहायता**
चूरू जिले में हुई विभिन्न सड़क दुर्घटनाओं में 10 मृतकों के आश्रितों को संबंधित तहसीलदारों से प्राप्त जांच रिपोर्ट के आधार पर राजस्थान मुख्यमंत्री सहायता कोष से 10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता का भुगतान किया जायेगा।
जिला कलक्टर संदेश नायक द्वारा जारी स्वीकृति आदेशानुसार प्रत्येक मृतक के आश्रित को एक-एक लाख रुपये की सहायता राशि का भुगतान किया जायेगा।
**जिले के कृषकों को मिला करोड़ों का ऋण**
चूरू केन्द्रीय सहकारी बैंक, चूरू द्वारा जिले में खरीफ 2020 हेतु बैंक द्वारा ग्राम सेवा सहकारी समितियों के मार्फत 30 जून, 2020 तक कुल 62 हजार 855 किसानों को 174.17 करोड़ रुपये का फसली ऋण उपलब्ध कराया गया एवं किसानों को उपज रहन ऋण के रूप में 1.15 करोड़ रुपये का ऋण वितरित किया गया।
बैंक अध्यक्ष पूर्णाराम गिल ने बताया कि गत वर्ष खरीफ में 107 करोड़ रुपये का ऋण वितरण हुआ था। इस वर्ष गत वर्ष की तुलना में 67 करोड़ रुपये का अधिक ऋण वितरण हुआ है। खरीफ 2020 के अन्तर्गत 9 हजार 740 नये सदस्यों को 14.24 करोड़ रुपये का ऋण भी वितरित किया गया। बैंक के प्रबंध निदेशक मदनलाल शर्मा ने बताया कि कोरोना महामारी के काल में राज्य सरकार के निर्देशानुसार जिले के किसानों को ऋण वितरण कर उल्लेखनीय राहत प्रदान की गई है।
**जांच अधिकारी द्वारा जांच प्रतिवेदन से असन्तुष्ट है तो वह उपभोक्ता सुनवाई के लिए अपील कर सकता है**
सीकर अ.वि.वि.नि.लि के अधीक्षण अभियंता एन.एस.गढ़वाल ने बताया कि सीकर जिला अजमेर विद्युत वितरण निगम के अधीन आने वाले जिलों में सर्वाधिक विद्युत चोरी वाले जिलों में शामिल था। परन्तु उपभोक्ताओं की जागरूकता एवं निगम प्रशासन के सकारात्मक प्रयासों से विद्युत चोरी के प्रकरणों में पिछले वर्षों की तुलना में लगातार कमी आयी है। निगम के अभियन्ताओं द्वारा सतर्कता जांच के दौरान विद्युत चोरी पाये जाने पर मौके पर पाये गये वास्तविक भार के अनुरूप ही जांच प्रतिवेदन तैयार किया जाता है, फिर भी यदि कोई उपभोक्ता, गैर उपभोक्ता जांच अधिकारी द्वारा तैयार किये सतर्कता जांच प्रतिवेदन से असन्तुष्ट है तो वह निगम द्वारा विभिन्न स्तरों पर गठित वी.सी.आर.मॉनिटरिंग एण्ड रिव्यूईंग कमेटी में सुनवाई के लिए अपील कर सकता है।
उन्होंने बताया कि अतिरिक्त मुख्य अभियन्ता (मुख्यालय), अ.वि.वि.नि.लि., अजमेर द्वारा एक जुलाई 2020 को जारी आदेश के अनुसार सतर्कता जांच प्रतिवेदन से अंसन्तुष्ट कोई भी उपभोक्ता, गैर उपभोक्ता नोटिस में दर्ज सम्पूर्ण प्रशमन राशि एवं वैधानिक दायित्व की राशि की कम से कम 70 प्रतिशत राशि मय निर्धारित आवेदन शुल्क जमा देकर प्रकरण को सुनवाई के लिए पंजीकृत करवा सकता है। पंजीकृत आवेदकों को प्रतिमाह आयोजित होने वाली समिति की बैठक में उपस्थित होकर अपना पक्ष रखने पर प्रकरण का गुणावगुणों के आधार पर निस्तारण किये जाने का प्रावधान है। जिला स्तर पर गठित समिति द्वारा 5 लाख रूपये तक के प्रकरणों की सुनवाई कर निस्तारण किया जाता है। 5 लाख रूपये से 20 लाख रूपये तक राशि वाले प्रकरणों की सुनवाई सम्भाग स्तरीय समिति द्वारा तथा इससे अधिक राशि वाले प्रकरणों की सुनवाई निगम स्तरीय समिति द्वारा की जाती है। विद्युत विपत्रों का 30 जून 2020 तक भुगतान करने पर विलम्ब भुगतान शुल्क में दी जाने वाली छूट की अवधि समाप्त हो चुकी है। उन्होंने उपभोक्ताओं से अपील की है कि वे अपने विद्युत विपत्रों की बकाया राशि का अविलम्ब भुगतान कर भीषण गर्मी में विद्युत संबंध विच्छेद होने जैसी अप्रिय स्थिति से बचें।
**अनुकम्पा नियुक्ति के तहत नियुक्त कार्मिकों की टंकण परीक्षा 30 सितम्बर तक आयोजित करवा दी जायेगी ः एडीएम जयप्रकाश**
सीकर अतिरिक्त जिला कलेक्टर जयप्रकाश ने बताया कि राज्य सरकार के द्वारा अनुकम्पा नियुक्ति के तहत राजकीय कार्मिक नियुक्त किये जाते है उनकों एक नियत अवधि के दौरान टाईपिंग का टेस्ट पास करना होता है जिसके लिए टंकण परीक्षा पहले राज्य स्तर पर होती है अब जिला स्तर पर होती है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा एक प्रावधान किया गया था जो अनुकम्पा नियुक्ति में आये है और ऎसे व्यक्तियों को पर्याप्त अवसर देने के बाद भी टंकण परीक्षा पास नहीं कर पाये उसकी वजह से उनका स्थायीकरण कार्य और उनका वेतन नियमितिकरण का कार्य नहीं हों पा रहा था। उसके लिए उनको दो विशेष अवसर दो विशेष टंकण परीक्षाओं के माध्यम से करवाने के लिए प्रावधान कार्मिक विभाग द्वारा किया गया था। उन्होंने बताया कि 30 जून तक परीक्षा करवाई जानी थी लेकिन कोविड- 19 के दौरान परीक्षा नहीं करवा पाये। कार्मिक विभाग द्वारा 30 जून तक दो परीक्षा करवाने की समय अवधि थी जिसको 30 सितम्बर कर दिया है।
अतिरिक्त जिला कलेक्टर ने बताया कि जिला प्रशासन जुलाई के अंतिम सप्ताह में प्रथम विशेष टंकण परीक्षा ऎसे कार्मिकों के लिए जो 2016 से पहले के नियुक्त है तथा अनुकम्पा नियुक्ति के रूप में है जो अब तक टाईपिंग टेस्ट को पास नहीं कर पाये उनके लिए जुलाई के आखरी सप्ताह में प्रथम परीक्षा जो विशेष टंकण परीक्षा का होना है आयोजित की जायेगी उसके बाद उसके परिणम के बाद में 30 सितम्बर से पूर्व एक और विशेष टंकण परीक्षा का आयोजन किया जायेगा। साथ ही नियमित रूप से प्रतिवर्ष जो टंकण परीक्षा का आयोजन किया जाता है वो भी हमारा 30 मई को आयोजित करवाना प्रस्तावित था वह कोविड-19 के कारण नहीं कर पाये थे, उसके लिए भी कार्मिकों ने 31 मार्च तक फॉर्म भर दिये थे ऎसे कार्मिकों की परीक्षा भी अगस्त के प्रथम सप्ताह में करवायेंगे। उनके लिए भी राज्य सरकार ने निर्देश दिये है कि जो परीक्षा 30 मई तक कराना था वह 30 सितम्बर तक करवा सकते है।
**कोविड-19 महामारी में लोगों को घर के नजदीक मिला चिकित्सकीय परामर्श**
चिकित्सा विभाग की मोबाइल ओपीडी यूनिट सेवा
शुक्रवार को जिले के 20 स्थानों पर लगे शिविर
सीकर कोरोना वायरस की वैश्विक महामारी के काल में भी चिकित्सा विभाग की ओर से आमजन को उनके घर के नजदीक चिकित्सकीय परामर्श व उपचार की सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है। विभाग की ओर से मोबाइल ओपीडी यूनिट के माध्यम से गांव, ढाणी व कस्बों में शिविर लगाए जा रहे हैं। इसके तहत शुक्रवार को जिले में 20 स्थानों पर शिविर लगाए गए और 571 रोगियों का चिकित्सकों ने उपचार कर निःशुल्क दवाइयां दी। मोबाइल ओपीडी यूनिट के माध्यम से लोगों को उनके गांव, ढाणी में ही चिकित्सकीय परामर्श, उपचार व निःशुल्क दवा की सेवाएं उपलब्ध हो रही है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अजय चौधरी ने बताया कोविड 19 संक्रमण को देखते हुए जिन गांवों में चिकित्सा सेवाओं की पहुंच कम है। उन गांवों में लोगों को प्राथमिक चिकित्सा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से राज्य सरकार की ओर से मोबाइल ओपीडी यूनिट वाहन सेवा शुरू की है। इसके तहत विभाग की एमएमवी व एमएमयू द्वारा आमजन को प्राथमिक चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराई गई।
सीएमएचओ डॉ. चौधरी ने बताया कि ने बताया कि जिले के 20 स्थानों पर लगे शिविरों में 202 पुरूष, 279 महिलाएं और 90 बच्चों का मोबाइल ओपीडी यूनिट सेवा के तहत उपचार किया गया। इस दौरान 38 गर्भवती महिलाओं के भी स्वास्थ्य की जांच की गई। गांव व सीकर शहर में लगे शिविर में 73 लोग खांसी से पीड़ित पाए गए। वहीं 5 बुखार, 20 मधूमेह और 33 हाइपर टेंशन की बीमारी से ग्रसित पाए गए। इन सभी रोगियों का उपचार कर निःशुल्क दवा उपलब्ध करवाई गई है। 50 रोगियों की जांच की गई।
**सीकर जिले में सात नए कोरोना पॉजीटिव
सीकर शहर और दांता ब्लॉक में एक-एक, फतेहपुर क्षेत्र में पांच पॉजीटिव**
सीकर, चिकित्सा विभाग की ओर से कोरोना वायरस की रोकथाम व नियंत्रण को लेकर मुश्तैदी के साथ रणनीति बनाकर कार्य किया जा रहा हैं। सीकर जिले में शुक्रवार को सात नए कोरोना पॉजीटिव पाए गए हैं। इनमें छह पुरूष व एक महिला है। सीकर शहर और दांता क्षेत्र में एक-एक नया कोरोना पॉजीटिव पाए गए हैं। वहीं फतेहपुर क्षेत्र में पांच व्यक्ति पॉजीटिव पाए गए हैं। इनमें छह माइग्रेट हैं, जो दूसरे राज्यों से आए थे। वहीं एक क्लॉज कान्टेक्ट में आने से संक्रमित हुआ है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अजय चौधरी ने बताया कि संबंधित क्षेत्र में कान्टेनमेंट व बफर जोन बनाकर कार्यवाही शुरू कर दी गई है। विभाग की ओर से स्प्रे, सैम्पलिंग व सैनेटाइजेशन की गतिविधि की गई हैं। सीएमएचओ डॉ. चौधरी ने बताया कि जिले में कोरोना पॉजीटिव की संख्या बढकर 597 हो गई है। इनमें से 496 स्वस्थ हो चुके है, जबकि 95 व्यक्ति उपचाराधीन है। वहीं 455 माइग्रेट अभी तक पॉजीटिव पाए गए है।
उन्होंने बताया कि शुक्रवार को सीकर शहर के वार्ड 40 के हाकीम साहब की दरगाह क्षेत्र में क्लॉज कान्टेक्ट में आने से 58 वर्षीय पॉजीटिव पाया गया है। वहीं दांता क्षेत्र में बुरडकों की ढाणी बानूडा में आंध्रप्रदेश से आया 27 वर्षीय युवक पॉजीटिव पाया गया, जो आईटीबीपी में कांस्टेबल के पद पर कार्यरत है। वहीं फतेहपुर कस्बे के वार्ड 25 में मुंबई से आया 61 वर्षीय व्यक्ति और 51 वर्षीय उसकी पत्नी, 34 वर्षीय, 32 वर्षीय तथा 30 वर्षीय उसके बेटे कोरोना पॉजीटिव पाए गए हैं। इन सभी को सांवली के श्री कल्याण आरोग्य सदन में बनाए गए डेडिकेटेड कोविड सेंटर में भर्ती करवाया गया है।
कोविड सेंटर से नौ डिस्चार्ज
अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. हर्षल चौधरी ने बताया कि शुक्रवार को सांवली के श्री कल्याण आरोग्य सदन में बनाए गए डेडिकेटेड कोविड सेंटर से नौ जनों को छुटटी दी गई है। इन लोगों के दो सैम्पलों की रिपोर्ट नगेटिव आने पर उनको डिस्चार्ज किया गया है। ये लोग अब कोरोना मुक्त हो चुके है।
**अब तक 37 हजार 779 सैम्पल लिए
अब तक 36 हजार 149 सैम्पल नगेटिव
795 सैम्पल है प्रक्रियाधीन**
सीकर, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए मुश्तैदी के साथ कार्य किया जा रहा है। स्वास्थ्य र्कमियों द्वारा घर-घर जाकर आमजन को जागरूक किया जा रहा है। वहीं दूसरे राज्यों व जिलों से आए लोगों के स्वास्थ्य पर लगातार नजर रखी जा रही है। स्वास्थ कर्मी घर-घर जाकर लोगों से जुकाम, बुखार, सुखी खांसी जैसे आईएलआई लक्षणों की जानकारी ली जा रही हैं।
जिला कलेक्टर के निर्देशन में चिकित्सा विभाग की ओर से ब्लॉक व गांवों में कोरोना वायरस के संक्रमण के बारे में लोगों को जागरूक किया जा रहा है। अन्य राज्यों व जिलों से आए नागरिकों को होम और संस्थागत क्वारेंटाइन किया जा रहा है। वहीं र्निधारित अवधि पूर्ण करने तथा सैम्पल की रिपोर्ट नगेटिव आने पर डिस्चार्ज भी किया जा रहा है। इसके अलावा जो लोग क्वारेंटाइन में है उनकी सेहत पर नजर भी रखी जा रही है।
शुक्रवार को लिए 779 सैम्पल
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अजय चौधरी ने बताया कि सीकर जिले के अब तक 37 हजार 779 सैम्पल लिए जा चुक हैं। इनमें से 36 हजार 149 की रिपोर्ट नगेटिव आई है। अब तक 597 व्यक्ति पॉजीटिव पाए गए हैं। इनमें से 496 स्वस्थ हो चुके हैं। 95 उपचाराधीन है। अभी 795 सैम्पल प्रक्रियाधीन हैं। शुक्रवार को जिलेभर में 779 सैम्पल लिए गए हैं। उन्होंने बताया कि दांता ब्लॉक से 138, फतेहपुर से 17, खण्डेला से 164, कूदन से 97, लक्ष्मणगढ से 18, नीमकाथाना 93, पिपराली से 75, श्रीमाधोपुर क्षेत्र से 107 तथा सीकर शहर से 70 सैम्पल लिए गए हैं।
अन्य राज्यों से आए लोगों के लिए जा रहे हैं सैम्पल
सीएमएचओ डॉ. चौधरी ने बताया कि जिले में अन्य राज्यों से आए लोग, आईएलआई लक्षणों वालों और हाई रिस्क श्रेणी के व्यक्तियों तथा अन्य जिलों में पॉजीटिव आए व्यक्तियों के सम्पर्क वालों लोगों के सैम्पल लिए जा रहे हैं। उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सीपी ओला ने बताया कि जिले में स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने घर-घर जाकर लोगों से सेहत संबंधी जानकारी ली।
**जिला विकास समन्वयक और निगरानी समिति(दिशा) की बैठक 8 जुलाई को**
सीकर जिला कलेक्टर यज्ञ मित्र सिंहदेव ने बताया कि सांसद सुमेधानंद सरस्वती की अध्यक्षता में जिला विकास समन्वयक और निगरानी समिति(दिशा) की बैठक 8 जुलाई को प्रातः11 बजे भारत निर्माण राजीव गांधी सेवा केन्द्र सीकर में वीसी तथा गूगल मीट ऎप के माध्यम से आयोजित की जायेगी जिसमें महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना, स्वच्छ भारत मिशन- ग्रामीण,शहरी, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, प्रधानमंत्री आवास योजना, राष्ट्रीय कृषि विकास योजना, मिड डे मील स्कीम , सर्व शिक्षा अभियान, प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना, राष्ट्री खाद्य सुरक्षा योजना, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना, राष्ट्रीय सामाजिक सहायता कार्यक्रम, डिजिटल इंडिया- पब्लिक इंटरनेट एक्सेस प्रोग्राम सहित केन्द्र सरकार की विभिन्न योजनाओं की प्रगति एवं समीक्षा की जायेगी।
**अवैध आरा मशीनों की जांच करने के लिए तहसील स्तरीय दल का गठन **
सीकर जिला कलेक्टर यज्ञ मित्र सिंहदेव ने आदेश जारी कर जिले में अवैध आरामशीनों एवं प्रतिबंधित प्रजाति की लकड़ियों के अवैध परिवहन की जांच कर संयुक्त कार्यवाही करने के लिए वन विभाग, राजस्व विभाग, पुलिस विभाग, अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के अधिकारियों का तहसील स्तरीय दल का गठन किया हैं। तहसील स्तरीय दल में संबंधित तहसीलदार, पुलिस थाना अधिकारी , क्षेत्रीय वन अधिकारी, सहायक अभियंता एवीएनएल को दल में शामील किया गया हैं। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण भोपाल में दर्ज प्रकरण जगदीश प्रसाद यादव बनाम राजस्थान राज्य व अन्य में पारित निर्णय के अुनसार अवैध आरामशीन को 31 जुलाई 2016 से पूर्व हटा लेने का निर्णय पारित किया गया। उन्होंने निर्देश दिये है कि एक अगस्त 2016 से यदि अवैध आरामशीन मौके पर स्थापित, संचालित पाई जाती है तो संयुक्त दल द्वारा आरामशीन को राजसात करने की ठोस कार्यवाही करेंगे तथा प्रतिबंधित प्रजाति की लकड़ियों के कटान, अवैध परिवहन की रोकथाम करना सुनिश्चित करेंगे। तहसील स्तरीय दल कार्यवाही सम्पादित कर प्रगति रिपोर्ट 15 दिवस में भिजवाना सुनिश्चित करेंगे।