सीकर 27 फरवरी। मुख्य सचिव राजस्थान निरंजन आर्य ने शनिवार को प्रदेश के समस्त जिलों में कोविड वैक्सीनेशन कार्यक्रम की विडियो कांफे्रन्स के माध्यम से समीक्षा करते हुए कोविड वैक्सीनेशन के आगामी चरण में वरिष्ठ नागरिकों के वैक्सीनेशन संबंधी गाईडलाइन के तहत निर्देश दिए गए।
मुख्य सचिव आर्य ने वीसी के माध्यम से कोविड वैक्सीनेशन कार्यक्रम के तहत शेष रहे राजस्व कार्मिकों, पुलिस, होमगार्ड, आशा सहयोगिनी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहित फ्रंटलाइन वर्कर्स का वैक्सीनेशन करवाने के निर्देश दिए। इसी क्रम में 60 वर्ष से अधिक की आयु के वरिष्ठ नागरिकों एवं 45 से 60 वर्ष के कोमोरबिड व्यक्तियों का वैक्सीनेशन मार्च 2021 से प्रारंभ करने, सरकारी एवं निजी कोविड वैक्सीनेशन सेन्टर, वैक्सीनेशन के लिए कोविन 2.0 सॉफ्टवेयर एवं आरोग्य सेतु का उपयोग, वैक्सीनेशन वैन का जिलों के टोल नाकों पर फ्री मूवमेंट, कोरोना के नये स्टे्रन के बारे में आमजन को जागरूक व सजग करने, जिलों में निर्धारित गाईडलाइन के अनुसार वैक्सीनेशन की कार्ययोजना तैयार करने संबंधी निर्देश दिए गए। जिला मुख्यालय पर वीसी में जिला कलेक्टर अविचल चतुर्वेदी, सीईओ जिला परिषद सुरेश कुमार, सीएमएचओं डॉ. सी.पी. ओला, जिला शिक्षा अधिकारी लालचंद नहलियां, अतिरिक्त सीएमएचओ डॉ. हर्षल चौधरी, प्रिंसीपल श्री कल्याण मेडिकल कॉलेज डॉ. के.के वर्मा, उप निदेशक आईसीडीएस सुमन पारीक, उपखण्ड अधिकारी सीकर गरिमा लाटा, डीपीएम (शहरी) प्रकाश गहलोत, डॉ. प्रदीप चाहर (ग्रामीण) आदि मौजूद थे।
*राजकीय विज्ञान महाविद्यालय सीकर में आनन्दम दिवस का आयोजन।*
सीकर 27 फरवरी। राजकीय विज्ञान महाविद्यालय सीकर में आनन्दम विषय के अन्तर्गत आनन्दम दिवस का आयोजन किया गया जिसमें सभी संकाय सदस्यों एवं विद्यार्थियों ने पूर्ण उत्साह के साथ भाग लिया।
कार्यक्रम की नोडल अधिकारी डॉ. अंजूला मेहता ने आनन्दम विषय की परिकल्पना तथा महत्व पर प्रकाश डाला । प्राचार्य डॉ. एन.के बावलिया ने संबोधित करते हुए विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन किया। उन्होंने कहा कि आन्दम की भावना अपने जीवन में आत्मसात करने से अन्हें सुख की प्राप्ति होगी तथा सामाजिक विकास में वे अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा पायेंगे जिससे सामाजिक सरोकार की भावना जागृत होने के साथ उनके व्यक्तित्व का विकास भी होगा। कार्यक्रम में विद्यार्थियों के समूहों ने अपने मेन्टरस के मार्गदर्शन में किये गये सामाजिक कार्यो की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट प्रस्तुत की। इस दिशा में विद्यार्थियों द्वारा पर्यावरण संरक्षण, वृक्षारोपण, स्वच्छता, महाविद्यालय परिसर को प्लास्टिक मुक्त रखने, साक्षरता, जरूरतमंद विद्यार्थियों को शिक्षण सामग्री वितरण, मूक पशु-पक्षियों की सार-संभाल, स्कूली बच्चों को शिक्षण, कोरोना महामारी से बचाव इत्यादि कार्यों का संपादन किया गया। कार्यक्रम के अंत में अकादमिक प्रभारी डॉ. रणवीर सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया तथा कहा कि सभी विद्यार्थियों ने अपने मेन्टरस के मार्गदर्शन में सराहनीय कार्य किया है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि विद्यार्थी इस भविषय में भी जारी रखेंगे। कार्यक्रम के संचालन में डॉ. एस.के. वर्मा, डॉ. मंजू चौधरी एवं सभी संकाय सदस्यों ने सक्रिय सहयोग प्रदान किया।