जिले के धार्मिक स्थलों को खोलने की छूट, सुबह 5 से शाम 4 बजे तक दिया जा सकेगा प्रवेश
झुंझुनू, 28 जून। राज्य सरकार की नई गाईड लाईन के मुताबिक जिले में अब धार्मिक स्थलों को खोले जाने की अनुमति दी जा चुकी है। लेकिन कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है इसलिए पहले की तरह सावधानी अतिआवश्यक है। इसी संबंध में सोमवार को जिला कलक्टर उमर दीन खान ने जिले के धर्मगुरूओं के साथ बैठक ली और धार्मिक स्थलों पर की जाने वाली व्यवस्थाओं को जाना। जिला कलक्टर ने कहा कि जिले के धार्मिक स्थलों पर बिना वैक्सीनेशन किए हुए व्यक्ति को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। वहीं किसी भी बड़े आयोजन की अनुमति अभी सरकार द्वारा जारी नहीं की गई है। इसलिए ऐसे आयोजन धार्मिक स्थलों पर नहीं करें। जहां तक संभव हो घर पर ही पूजा और इबादत करें, भीड़ का हिस्सा नहीं बने।
जिला कलक्टर ने कहा कि जहां भी कन्टेनमेंट जोन घोषित होगा, वहां पर धार्मिक स्थल बंद रहेंगे। धार्मिक स्थलों पर सुबह 5 से शाम 4 बजे तक ही प्रवेश दिया जाएगा। अधिक भीड़ होने वाले धार्मिक स्थलों पर यथा संभव टोकन, ई-पास या प्रीअप्वाईटमेंट जैसी सुविधाएं शुरू करें। धार्मिक स्थलों पर सोशल डिस्टेसिंग के लिए गोले बनाने, प्रवेश द्वार पर थर्मामीटर से चेकअप करने, साफ-सफाई के विशेष इंतजाम करवाने, परिसर को सेनेटाईज करवाने के निर्देश दिए। धार्मिक स्थलों पर फूल मालाएं, प्रसाद, चादर, पुष्प सहित अन्य सभी प्रकार की पूजा सामग्री पर प्रतिबंध रहेगा। अगर सरकार की गाईड लाईन की पालना नहीं होती है, तो जिला प्रशासन द्वारा धार्मिक स्थल पर प्रवेश की अनुमति नहीं दी जा सकेगी। उन्होंने उपखण्ड अधिकारियों से कहा कि वे अपने स्तर पर ऐसी बैठकों का आयोजन कर रणनीति तैयार करें, ताकि हैल्थप्रोटोकाॅल की पालना करवाई जा सकें। इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलक्टर जगदीश प्रसाद गौड़, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक वीरेन्द्र कुमार, चंचलनाथजी टीला के पीठाधीश्वर ओमनाथ जी महाराज, सूर्य मन्दिर लोहार्गल के पीठाधीश्वर मंहत अवधेशानंद जी, दादू द्वार बगड़ के महामण्डलेश्वर स्वामी अर्जुनदास जी, शहर काजी शफीउल्ला सिद्दकी, झुंझुनूं एसडीएम शैलेष खैरवा, सीएमएचओ डाॅ. छोटेलाल गुर्जर सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।
वैक्सीनेशन शिविरों की माईक्रो स्तर पर हो प्लानिंग - जिला कलक्टर
झुंझुनू, 28 जून। जिला कलक्टर उमर दीन खान ने कहा है कि कोविड़ 19 की रोकथाम के संबंध में जिले में वैक्सीनेशन शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। खान ने कहा कि जिले में इन शिविरों को व्यापक और प्रभावी बनाने के लिए माईक्रो स्तर पर प्लानिंग की आवश्यकता है। उन्होंने चिकित्सा विभाग को निर्देश दिए कि वे कार्य योजना तैयार करें ,जिसमें प्रथम एवं द्वितीय डोज के लिए समय का निर्धारण, पूर्व रजिस्ट्रेशन, प्री अप्वाईटमेंट सहित अन्य व्यवस्थाओं को और अधिक सुचारू किया जा सके। उन्होंने कहा कि जिले में कोविड 19 के संबंध में सैम्पल बढ़ाने, मेडिकल सर्वे में प्रगति लाएं। जिला कलक्टर सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में साप्ताहिक समीक्षा बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। बैठक के दौरान जिला कलक्टर ने विद्युत विभाग को लम्बित विद्युत कनेक्शनों को समय पर निस्तारित कर लोगों को फायदा पंहुचाने के निर्देश दिए, वहीं जलदाय विभाग के अधिकारियों से कहा कि वे व्यर्थ बहते पानी की शिकायत पर तुरन्त कार्रवाई करें और लीकेजेज का निस्तारण करें। उन्होंने अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों से उनके विभाग से संबंधित योजनाओं की प्रगति के संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश दिए। बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर जगदीश प्रसाद गौड़़, सीईओ जय प्रकाश नारायण, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक वीरेन्द्र कुमार सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
15 सूत्री कार्यक्रम की जिला स्तरीय समीक्षा बैठक सम्पन्न
झुंझुनूं, 28 जून। सभी विभाग आपसी तालमेल और सामंजस्य के साथ सरकार की कल्याणकारी योजनाओं एवं कार्यक्रमों से लोगों को लाभान्वित करवाने का प्रयास करें, ताकि सरकार की योजनाओं से पात्रा व्यक्तियों को लाभ मिल सकें। जिला कलक्टर उमर दीन खान ने विभागीय अधिकारियों से कहा है कि वे अपनी योजनाओं में प्रगति लाएं। वे सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में 15 सूत्री कार्यक्रम की जिला स्तरीय समीक्षा बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। जिला कलक्टर ने कहा कि मदरसों में कार्यरत पैराटीचर्स को अन्य विभागीय योजनाओं के प्रति जागरूक किया जाए, ताकि वे पात्राता के हिसाब से अन्य विभागों की योजनाओं से लोगों को लाभान्वित करवा सकें। उन्होंने कहा कि इस संबंध में जल्द ही एक प्रशिक्षण शिविर आयोजित कर विभागों की योजनाओं की बेसिक जानकारी देते हुए उन्हें योजनाओं के फार्म भरवाने सहित अन्य आवश्यक दिशा निर्देश दिलवाने का कार्य किया जाए। बैठक में विभागवार जिला कलक्टर ने संबंधित अधिकारियों से फीडबैक लिया। इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलक्टर जगदीश प्रसाद गौड़़, सीईओ जयप्रकाश नारायण, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक वीरेन्द्र कुमार, अल्पसंख्यक अधिकारी मो. अनीष सहित अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
कोरोना प्रभावित परिवारों की हर संभव मदद करेगा जिला प्रशासन
कोरोना प्रभावित परिवारों की मदद में भी आगे जिला प्रशासन
अनाथ बच्चों को आज जारी होगी एक-एक लाख रुपए की सहायता राशि
झुंझुनू, 28 जून। जिला प्रशासन ने कोरोना की दूसरी लहर के चरम काल में जहां रोगियों को सुविधाएं और इलाज पहुंचाने के कार्य में अग्रणी होकर कार्य किया तो वहीं अब अनलॉक के दौर में कोरोना से प्रभावित परिवारों को मदद पहुंचाने के मामले में भी अग्रणी बना हुआ है। पीड़ित परिवारों को किसी भी तरह की मदद पहुंचाने के कार्य में जिला कलेक्टर उमरदीन खान के निर्देशन में प्रशासन जोर शोर से कार्य कर रहा है। इसी के चलते मंगलवार को 10 अनाथ बच्चों को 1-1 लाख रुपए की सहायता राशि जिला प्रशासन सौंपेगा। गौरतलब है कि पिछले दिनों कोरोना वैश्विक महामारी से प्रभावित हुए परिवारों को राज्य सरकार द्वारा आर्थिक, सामाजिक एवं शैक्षणिक संबल प्रदान करने की घोषणा की गई थी। इसके क्रियान्वयन में जिला कलक्टर उमर दीन खान के निर्देशों के तहत जिले में जिला, उपखण्ड, पंचायत समिति एवं नगर पालिका तथा आंगनबाड़ी केन्द्रों के माध्यम से कोरोना से प्रभावित परिवारों का सर्वे प्रारम्भ कर दिया गया था। जिसके तहत श्रेणीवार लोगों को चिह्नित कर उन्हें सरकार की योजनाओं से जोड़ने की कवायद शुरू कर दी थी। जिले में एक मार्च 2020 के बाद ऐसे परिवारों का सर्वे करवाया गया, जो परिवार कोरोना महामारी से प्रभावित हुआ है।
शुक्रवार को राज्य सरकार की ओर से 'मुख्यमंत्री कोरोना बाल सहायता योजना' के तहत कोरोना महामारी से अनाथ हुए बच्चों, विधवा महिलाओं एवं उनके बच्चों को सहायता राशि देने के साथ-साथ उनका पालन-पोषण एवं शैक्षणिक सहायता देने के संबंध में गाईड लाईन जारी की गई। इसमें तत्परता दिखाते हुए जिला कलक्टर उमर दीन खान ने संबंधित विभागों को इस कार्य में जुटने के निर्देश दिए और आवश्यक कार्रवाई पूर्ण करने को कहा। जिला कलेक्टर ने बताया कि जिले में 10 प्रकरण ऐसे आए है जिनमें बच्चों के माता-पिता दोनों की मृत्यु हो गई है। ऐसे 10 बच्चों को मंगलवार शाम तक तत्काल एक-एक लाख रूपये की एकमुश्त अनुदान राशि दी जाएगी और अन्य लोगों को भी शीघ्र कार्रवाई करते हुए पात्रता के अनुरूप सहायता राशि उपलब्ध करवा दी जाएगी।
यह मिलेगा लाभ:
'मुख्यमंत्री कोरोना बाल सहायता योजना' के तहत राज्य सरकार अनाथ प्रत्येक बालक एवं बालिका को तत्काल आवश्यकता के लिए एक लाख रूपये एकमुश्त सहायता राशि देगी। वहीं उनकी 18 वर्ष की आयु पूर्ण होने तक प्रति माह प्रत्येक बालक एवं बालिका को 2500 रूपये सहायता राशि देगी। इसके अतिरिक्त प्रत्येक बालक एवं बालिका के 18 वर्ष पूर्ण करने पर 5 लाख रूपये की एकमुश्त सहायता दी जाएगी। इसके अतिरिक्त कक्षा 12 तक राजकीय आवासीय विद्यालय एवं छात्रावास या विद्यालय में निःशुल्क शिक्षा दी जाएगी। काॅलेज में अध्ययन करने वाली छात्राओं को सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा संचालित छात्रावासों में प्राथमिकता से प्रवेश दिया जाएगा। वहीं काॅलेज में अध्ययन करने वाले छात्रों के लिए आवासीय सुविधाओं के लिए अम्बेडकर डीबीटी वाउचर योजना का लाभ दिया जाएगा। इनकी पात्रता के लिए कोई अन्य शर्तें यथा जाति, आय इत्यादि लागू नहीं होगी। इसके अतिरिक्त 'मुख्यमंत्री युवा संबल योजना' के तहत बेरोजगारी भत्ता दिए जाने में भी इन्हें प्राथमिकता दी जाएगी।
वहीं 'मुख्यमंत्री कोरोना विधवा सहायता योजना' के तहत विधवा महिला को एक लाख रूपये तत्काल अनुदान दिया जाएगा और पेंशन पात्रता धारित करने की अवधि में आजीवन 1500 रूपये प्रति माह पेंशन प्रदान की जाएगी। 'मुख्यमंत्री कोरोना पालनहार सहायता योजना' के तहत विधवा महिला के बालक एवं बालिका को 18 वर्ष की आयु पूर्ण करने तक प्रति माह एक हजार रूपये प्रति बालक एवं बालिका को दिए जाएंगे। इसके अतिरिक्त 18 वर्ष की आयु पूर्ण करने तक विद्यालय पोशाक, पाठ्य पुस्तकें आदि के लिए दो हजार रूपये प्रति बालक एवं बालिका को एकमुश्त वार्षिक अनुदान दिया जाएगा। योजना का भुगतान बैंक खाते के माध्यम से ही किया जाएगा।
पीड़ितों को तुरंत मिले लाभ इसलिए कमेटी का गठन:
राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप कोरोना से प्रभावित परिवार को तुरंत लाभ मिल सकें इसके लिए जिला स्तर पर कमेटी का गठन भी कर दिया गया है। जिला कलक्टर उमर दीन खान ने बताया कि जिले में कोरोना से अनाथ हुए बच्चों एवं विधवा महिलाओं को लाभान्वित करने के लिए पात्रा व्यक्तियों के चिह्नीकरण के कार्य के लिए जिला स्तरीय कमेटी गठित की गई है। उन्होंने बताया कि कमेटी में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी, महिला अधिकारिता विभाग के उप निदेशक, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक, बाल अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक को शामिल किया गया है।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक नरेश बारोठिया ने बताया कि जिला कलक्टर के निर्देशन में जिले में एक मार्च 2020 के बाद सर्वे करवाया गया जिनमें इन श्रेणियों के 1150 प्रकरण सामने आए। इसके बाद इनमें से कोरोना प्रभावित प्रकरणों को पृथक किया गया तो जिले में शहरी क्षेत्र में पिता की मृत्यु के 71 प्रकरण, माता एवं पिता दोनों की मृत्यु के 8 प्रकरण सामने आए हैं, जिनमें 79 बच्चों का चिन्हीकरण किया गया है, इसी प्रकार ग्रामीण क्षेत्रा में पिता की मृत्यु के 114 प्रकरण, माता एवं पिता दोनों की मृत्यु के 2 प्रकरण सामने आए हैं, जिनमें 116 बच्चों का चिह्नीकरण किया गया है। बारोठिया ने बताया कि अगर कोई कोरोना प्रभावित परिवार सर्वे में वंचित रह गया है, तो वह भी सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग में सम्पर्क कर सरकार की योजना से जुड़ सकता है।
जिला कलक्टर ने बताया कि जिले में मार्च 2020 के बाद के प्रकरणों पर सर्वे करवाया गया है जिनमें कोरोना से प्रभावित परिवारों के अतिरिक्त अन्य ऐसे प्रकरण है जिनमें पिता का निधन, माता या पिता दोनों का निधन हुआ है। ऐसे परिवारों की विधवा महिला को पेंशन तथा बच्चों को भी पालनहार योजना से लाभान्वित करवाया जाएगा।
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कोविड टीकाकरण में लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही
चूरू, 28 जून। जिला कलक्टर साँवर मल वर्मा ने सीएमएचओ डॉ. मनोज शर्मा को निर्देशित किया कि वे जिले में कोविड टीकाकरण के कम लक्ष्य व अधिक वेस्टेज करने वाले खण्ड मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं अन्य संबंधित चिकित्सा अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें।
जिला कलक्टर सोमवार को कलक्टर कक्ष में आयोजित जिला टास्क फोर्स की बैठक में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि जिले में समस्त टीकाकरण स्थलों पर राज्य सरकार द्वारा जारी गाईडलाईन की पूर्ण रूप से पालना करवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने टीकाकरण सत्र की पूर्ण सूचना मीडिया के माध्यम से समस्त खण्ड चिकित्सा अधिकारी, उपखण्ड अधिकारी, विकास अधिकारी को करने के निर्देश देते हुए कहा कि टीकाकरण सत्र पर स्थानीय नगर निकाय एवं ग्राम पंचायत के माध्यम से पेयजल, छाया, बैठक व्यवस्था सुनिश्चित करें। उन्होंने जिले में द्वितीय खुराक से वंचित लाभार्थियों हेतु प्लान तैयार करने के लिए जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देशित किया तथा कहा कि आगामी सत्रों में 30 प्रतिशत द्वितीय खुराक हेतु आवंटित करें।
जिला कलक्टर ने कहा कि ई-विन व कोविन एप पर वैक्सीनेशन का इन्द्राज अपडेट करें। उन्होंने कहा कि वैक्सीनेशन टीकाकरण सत्र पर स्थानीय जनप्रतिनिधियों का सहयोग लेकर अधिकाधिक लोगों का टीकाकरण करें। उन्होंने कहा कि जिले में फ्रंटलाईन वर्कर्स एवं सरकारी कार्यालयों के समस्त अधिकारियों/ कार्मिकों को दोनों डोज लगाना सुनिश्चित करें।
इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलक्टर पी.आर.मीना, उपखण्ड अधिकारी अभिषेक खन्ना, सीईओ सत्तार खान, एसीईओ डॉ. नरेन्द्र चौधरी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक योगेन्द्र फौजदार, सीएमएचओ डॉ. मनोज शर्मा, एसीएमएचओ डॉ. बी.एल.सर्वा, आरसीएचओ डॉ. विश्वास मथूरिया, अस्पताल अधीक्षक डॉ. एफएच गौरी सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
चिकित्सा अधिकारियों एवं नर्सिंगकर्मियों का प्रशिक्षण
चूरू, 28 जून। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य व परिवार कल्याण विभाग के विशिष्ट शासन सचिव के निर्देशानुसार सोमवार को राज्य स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण संस्थान, जयपुर द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिये चिकित्सा अधिकारियों एवं कार्मिकों के लिए ऑपरेटिंग ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर एण्ड सिलेण्डर, ऑक्सीजन थैरपी, बीआईबीएपी, सीपीएपी एण्ड प्रोनिंग थैरपी विषयक प्रशिक्षण आयोजित हुआ।
डीओआईटी चूरू में आयोजित प्रशिक्षण में अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बीएल सर्वा, पीएमओ, आरसीएचओ, जिला व उप जिला चिकित्सालयों के चिकित्सक, सैटेलाईट अस्पताल व शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों के चिकित्सक व नर्सिंगकर्मी उपस्थित थे। खण्ड स्तर पर प्रशिक्षण में समस्त ब्लॉक मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्राें के चिकित्सक एवं नर्सिंगकर्मियों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। प्रशिक्षण में निर्देश दिये गये कि समस्त प्रशिक्षण प्राप्तकर्ता रविवार को अपने अधीनस्थ समस्त कर्मचारियों (एलएचवी, एएनएम, फॉर्मासिस्ट, लैब टैक्निशियन, लिपिक, कम्प्यूटर ऑपरेटर, वार्ड बॉय, स्वीपर) को प्रशिक्षण संबंधी जानकारी देना सुनिश्चित करें।
आमजन को मिले बेहतर बिजली, पानी और स्वास्थ्य सेवाएं ः भाटी
प्रभारी मंत्री ने जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक में कोविड प्रबंधन, बिजली, पानी आपूर्ति सहित विभिन्न बिंदुओं पर समीक्षा कर अधिकारियों को दिए निर्देश, कहा-राज्य सरकार ने किया कोविड का अभूतपूर्व प्रबंधन, कोरोना की तीसरी लहर से बचाव के लिए अभी से ही करें पुख्ता तैयारी
चूरू, 28 जून। उच्च शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) एवं जिला प्रभारी मंत्री भंवर सिंह भाटी ने कहा है कि कोविड-19 की पहली व दूसरी लहर के प्रबंधन में राजस्थान ने बहुत अच्छे ढंग से काम किया है। कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के मध्येनजर उससे बचाव एवं नियंत्रण के लिए अभी से ही पूरी तैयारी करके रखें ताकि कम से कम लोग संक्रमित हों तथा हम ज्यादा से ज्यादा लोगों की सुरक्षा कर सकें।
प्रभारी मंत्री सोमवार को जिला परिषद सभागार में आयोजित जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक में कोविड-19 प्रबंधन, बिजली, पानी सहित विभिन्न मसलों पर अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों से चर्चा कर रहे थे। बैठक में सादुलपुर विधायक कृष्णा पूनिया, जिला कलक्टर सांवर मल वर्मा, एडीएम पीआर मीना, एएसपी योगेंद्र फौजदार सहित अधिकारीगण मौजूद थे। प्रभारी मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार के निर्देशानुसार कोविड स्वास्थ्य सहायक सहित स्वास्थ्यकर्मियों की भर्ती का काम शीघ्र पूरा करें। मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना से निजी अस्पतालों को जोड़ें, वैक्सीनेशन की स्थिति में सुधार करें। स्वास्थ्य केंद्रों पर उपलब्ध कराए गए कंसन्ट्रेटर उपयोग के अभाव में खराब नहीं हो जाएं, यह सुनिश्चित करें।
लोगों को जागरुक करें सर्वे टीम
प्रभारी मंत्री ने कहा कि डोर टू डोर सर्वे का काम पूरे राजस्थान में ही बहुत अच्छा हुआ है। डोर टू डोर सर्वे के लिए जाने वाली टीम लोगों को कोविड वैक्सीनेशन एवं मुख्यमंत्री चिंरजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में रजिस्ट्रेशन के लिए प्रेरित करें। जन-जागरुकता के लिए सभी विभागों के लोगों को साथ जोड़ें। लोगों को समझाएं कि कोविड की तीसरी लहर की आशंका है, इसलिए किसी प्रकार की लापरवाही नहीं बरतें। प्रभारी मंत्री ने अधिकारियों से कहा कि क्षेत्र की समस्याओं एवं विकास कार्यों के संबंध में जनप्रतिनिधियों के फीडबैक पर विशेष ध्यान दें तथा उनकी राय की उपेक्षा नहीं करें। जनप्रतिनिधि जनता की आवाज होता है तथा उसे क्षेत्र एवं कार्यों की व्यावहारिक समस्याओं का पता रहता है, इसलिए विकास कार्यों एवं योजनाओं के क्रियान्वयन में उनकी मदद लें।
गर्मियों में नहीं हो पेयजल की समस्याप्रभारी मंत्री ने कहा कि गर्मियों के मौसम में लोगों को पेयजल की समस्या नहीं आनी चाहिए। ग्रामीणों को समुचित पेयजल एवं बिजली आपूर्ति हो, यह सुनिश्चित करें। गर्मियों के दौरान पेयजल के सभी स्रोत ठीक रखें, टैंकर वगैरह की जरूरत हो तो चलाएं लेकिन पेयजल के लिए किसी को परेशान नहीं होना पड़े, यह ध्यान रखें। प्रभारी मंत्री ने डिस्कॉम एसई के के कस्वां से कहा कि जनवरी तक डिमांड नोटिस जमा कराने वाले समस्त किसानों को अगली फसल से पहले कृषि कनेक्शन दिया जाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि किसान सारा पैसा खर्च करके बैठा है, उसे जल्दी कनेक्शन मिलना चाहिए ताकि वह अपने खेत में उपज ले सके।
सरकार की योजनाओं का मिले जरूरतमंदों को लाभ
प्रभारी मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने कोविड का बहुत शानदार प्रबंधन किया, जिसके लिए स्वयं प्रधानमंत्री ने भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना के अलावा राज्य सरकार ने कोविड-19 महामारी के कारण प्रभावित परिवारों, अनाथ, विधवाओं के लिए अत्यंत महत्त्वपूर्ण कोरोना बाल कल्याण योजना शुरू की है। सभी अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि इन योजनाओं का लाभ पात्र परिवारों तक पहुंचे। उन्होेंने विधायक निधि के विकास कार्यों पर चर्चा करते हुए कहा कि अभिशंषा के साथ ही तत्काल प्रक्रिया पूर्ण कर समस्त स्वीकृतियां जारी होनी चाहिए ताकि लोगों को उसका लाभ मिलना शुरू हो। उन्होेंने कहा कि विधायक निधि से स्वास्थ्य उपकरणों की खरीद आदि समय पर कर लें। प्रभारी मंत्री ने जयपुर रोड पर आरओबी की जांच के संबंध में पूछा, जिस पर सानिवि एसई ने बताया कि 15 जुलाई तक एमएनआईटी की टीम आकर जांच करेगी। उन्होंने वन विभाग की घर-घर औषधीय पौधे बांटने की योजना के समुचित क्रियान्वयन के निर्देश दिए।
महानरेगा में बढाएं श्रमिकों की संख्या
प्रभारी मंत्री ने महानरेगा अंतर्गत ज्यादा से ज्यादा लोगों को रोजगार देने और श्रमिकों की संख्या बढाने के निर्देश दिए। उन्होंने जिला रसद अधिकारी को निर्देश दिए कि जिले में उचित मूल्य दुकानों के रिक्त पदों पर नियुक्ति करें तथा जरूरत के अनुसार अतिरिक्त दुकानों की प्रक्रिया शुरू करें। भाटी ने पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक से कहा कि दवाओं की समुचित उपलब्धता सुनिश्चित करें। प्रभारी मंत्री ने इस दौरान कोविड-19 की तीसरी लहर के दृष्टिगत समस्त सीएचसी, पीएचसी एवं शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में जीएनएम एवं एएनएम के पदों की भर्ती प्रक्रिया को पूरा करने, अधिकाधिक लोगों का टीकाकरण करने, ब्लैक फंगस पर प्रभावी नियंत्रण करने, चिकित्सा संस्थानों में ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर, ऑक्सीजन सिलेण्डर, वैक्सीनेशन भण्डारण, कोविड वैक्सीनेशन की माकूल व्यवस्था सुनिश्चित करने, भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना में निजी चिकित्सालयों के बकाया भुगतान के निस्तारण, चिकित्सा संस्थानों में ऑक्सीजन प्लांट, ऑक्सीजन कसंन्ट्रेटर, अतिरिक्त बैड्स, वेन्टीलेटर्स, कोविड केयर सेन्टर, कोविड वैक्सीनेशन अपडेट, बच्चों के लिए आईसीयू वार्ड निर्माण, कोविड कंसलटेंट सेन्टर, जनरेटर, डोर-टू-डोर सर्वे, आरटी-पीसीआर मशीन, रेपिड टेस्ट रेण्डम सैम्पलिंग, फायर सेफ्टी आदि को लेकर समीक्षा की और निर्देश दिए।
पौधरोपण के सर्वाइवल की भी हो समीक्षा ः पूनिया
सादुलपुर विधायक कृष्णा पूनिया ने बैठक में विभिन्न मसलों पर चर्चा करते हुए कहा कि अधिकारी संवेदनशीलत और सक्रियता के साथ सरकारी योजनाओं को जनता तक पहुंचाएं। उन्होंने सादुलपुर क्षेत्र के विभिन्न गांवों की पेयजल समस्याओं पर चर्चा करते हुए कहा कि जिन अधिकारियों की लापरवाही के कारण समस्या हो रही है, उन पर समुचित कार्यवाही होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि कई गांवों में प्रतिदिन जलापूर्ति नहीं हो रही है। विधायक के ध्यानाकर्षण पर प्रभारी मंत्री ने जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियंता जे आर नायक को निर्देश दिए कि वे स्वयं मौके पर जाकर विधायक द्वारा बताई जा रही जलापूर्ति संबंधी शिकायत और अधिकारियों की लापरवाही की जांच करें। पूनिया ने कहा कि शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र में चिकित्सा सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। वृक्षारोपण अभियान पर चर्चा करते हुए पूनिया ने कहा कि पौधे लगाने के साथ-साथ उनकी देखभाल भी बहुत महत्त्वपूर्ण है। हर साल जितना पौधरोपण होता है, उसके सर्वाइवल की भी समीक्षा होनी चाहिए। महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति के संयोजक रियाजत खान ने गाजसर गेनाणी समस्या के स्थाई समाधान का अनुरोध किया, जिस पर प्रभारी मंत्री ने नगर परिषद कमिश्नर को निर्देशित किया।
वृक्षारोपण के नवाचारों की राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा
जिला कलक्टर सांवर मल वर्मा ने जिले में विकास कार्यों एवं कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन की जानकारी देते हुए बताया कि तारानगर ब्लॉक में महानरेगा अंतर्गत पौधरोपण में पारिवारिक वानिकी आदि विशेष नवाचार किए गए हैं तथा मटका पद्धति से पौधेरोपण किया जा रहा है, इन नवाचारों की चर्चा राष्ट्रीय स्तर तक हुई है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि बैठक में दिए गए निर्देशों की समुचित पालना करें और बैठक में पूरी तैयारी के साथ आना सुनिश्चित करें। उन्होंने वैक्सीन के वेस्टेज संबंधी वास्तविकताओं की जानकारी देते हुए कहा कि आवंटित वैक्सीन की डबल एंट्री के कारण भ्रामक स्थिति उत्पन्न हुई। वर्तमान में प्राप्त हो रही वैक्सीन का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित किया जा रहा है।
अधिकारियों ने दी प्रगति की जानकारी
सीईओ सत्तार खान ने महानरेगा सहित ग्रामीण विकास से जुड़ी विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी। सीएमएचओ डॉ मनोज शर्मा ने जिले में कोविड-19 की वर्तमान स्थिति एवं स्वास्थ्य केंद्रों पर संसाधनों की सुदृढीकरण के बारे में बताया। सानिवि एसई सुनील कालानी ने जिले में विधायकों की अनुशंषा पर स्वीकृत कार्यों सहित विभिन्न विकास परियोजनाओं की प्रगति के बारे में बताया। कृषि उपनिदेशक दीपक कपिला ने बताया कि जिले में डीएपी, यूरिया एवं बीज पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। आईसीडीएस के उपनिदेशक डॉ नरेंद्र शेखावत ने बताया कि जिले में 133 आंगनबाड़ी केंद्रों पर न्यूट्री गार्डन बनाए गए हैं तथा 200 अन्य केंद्रों पर पोषण वाटिकाएं स्थापित की जा रही हैं। इस दौरान एडीएम पीआर मीना, एएसपी योगेन्द्र फौजदार, एसीईओ डॉ नरेंद्र चौधरी, एसडीएम अभिषेक खन्ना, पुलिस उपाधीक्षक ममता सारस्वत, पीएमओ डॉ एफएच गौरी, डिस्कॉम एसई के के कस्वां सहित अधिकारीगण मौजूद थे।
अंतिम छोर के व्यक्ति तक पहुंचे योजनाओं का लाभ
प्रभारी मंत्री भंवर सिंह भाटी ने सर्किट हाऊस में की जन सुनवाई, कहा- राज्य सरकार आमजन की समस्याओं के त्वरित निस्तारण के लिए संकल्पबद्ध
चूरू, 28 जून। उच्च शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) एवं जिला प्रभारी मंत्री भंवर सिंह भाटी ने सोमवार को सर्किट हाऊस में लोगों के अभाव अभियोग सुने और उनके निस्तारण के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए।
इस मौके पर प्रभारी मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार आमजन की समस्याओं के त्वरित निस्तारण के लिए संकल्पबद्ध है तथा विभिन्न माध्यमों से प्राप्त होने वाली शिकायतों का समयबद्ध निस्तारण किया जाता है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने बेहतरीन कोविड प्रबंधन के साथ-साथ विभिन्न वर्गों के लिए कल्याणकारी योजनाएं शुरू की हैं, कार्यकर्ता उनका लाभ वास्तविक जरूरतमंद एवं पात्र व्यक्तियों तक पहुंचाएं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की मंशा के अनुसार योजनाओं का लाभ अंतिम छोर के व्यक्ति तक पहुंचना चाहिए।
इस दौरान सादुलपुर विधायक डॉ कृष्णा पूनिया, पूर्व जिला प्रमुख भंवर लाल पुजारी, रेहाना रियाज, पूर्व सभापति गोविंद महनसरिया, पूर्व प्रधान पूसाराम गोदारा, पूर्व प्रधान रणजीत सातड़ा, पूर्व प्रधान गिरधारी बांगड़वा, पूर्व उप प्रमुख सोहन लाल मेघवाल, राधेश्याम चोटिया, सुबोध मासूम, जमील चौहान, महावीर नेहरा, रतन जांगिड़, रामनिवास सहारण, रफीक चौहान, विकास मील, अहसान खां, आरिफ पीथीसर, हेमंत सिहाग, अरविंद भांभू, दीपिका सोनी, सद्दाम हुसैन सहित अधिकारीगण मौजूद थे।