कोरोना से प्रभावित परिवारों को सहायता राशि स्वीकृत / अभी कोरोना समाप्त नहीं हुआ है, इसलिए मास्क अवश्य लगाएं - जिला एवं सेशन न्यायाधीश

कोरोना से प्रभावित परिवारों को सहायता राशि स्वीकृत

झुंझुनूं, 06 जुलाई। मुख्यमंत्री कोरोना पालनहार सहायता योजना के तहत जिला प्रशासन द्वारा पात्र लोगों को राशि के भुगतान करने की कार्रवाई लगातार की जा रही है। आवश्यक प्रक्रिया पूर्ण कर कोरोना प्रभावित परिवारों को सहायता राशि का भुगतान किया जा रहा है। जिला कलक्टर उमर दीन खान ने बताया कि सूरजगढ़ ब्लॉक के गांव स्वामीसेही निवासी मन्जू देवी को मुख्यमंत्री कोरोना विधवा सहायता योजना के तहत एक लाख रूपये एक मुश्त दिए गए हैं एवं 1500 रूपये मासिक पेंशन प्रारम्भ कर दी गई हैं। इसी प्रकार उनकी बेटी संजीता को मुख्यमंत्री कोरोना बाल कल्याण योजना के तहत लाभान्वित करते हुए एक हजार रूपये प्रति माह एवं दो हजार रूपये वार्षिक दिया जाएगा। झुंझुनूं निवासी मीरा सैनी को मुख्यमंत्री कोरोना विधवा सहायता योजना के तहत एक लाख रूपये एक मुश्त दिए गए हैं एवं 1500 रूपये मासिक पेंशन प्रारम्भ कर दी गई हैं।

     हेतमसर निवासी प्रियंका देवी को मुख्यमंत्री कोरोना विधवा सहायता योजना के तहत एक लाख रूपये एक मुश्त दिए गए हैं एवं 1500 रूपये मासिक पेंशन प्रारम्भ कर दी गई हैं। इसी प्रकार बेटे गौतम शर्मा, सचिन शर्मा एवं नमन शर्मा को मुख्यमंत्री कोरोना बाल कल्याण योजना के तहत लाभान्वित करते हुए प्रति बालक को प्रति माह एक हजार रूपये एवं  दो हजार रूपये वार्षिक दिया जाएगा। झुंझुनू निवासी पिंकी मित्तल को मुख्यमंत्री कोरोना विधवा सहायता योजना के तहत एक लाख रूपये एक मुश्त दिए गए है एवं 1500 रूपये मासिक पेंशन प्रारम्भ कर दी गई है। इसी प्रकार बेटी प्राची मित्तल एवं बेटे ऋषभ मित्तल को मुख्यमंत्री कोरोना बाल कल्याण योजना के तहत लाभान्वित करते हुए प्रति बालक एवं बालिका को प्रति माह एक हजार रूपये एवं  दो हजार रूपये वार्षिक दिया जाएगा।

अभी कोरोना समाप्त नहीं हुआ है, इसलिए मास्क अवश्य लगाएं - जिला एवं सेशन न्यायाधीश

झुंझुनूं, 06 जुलाई। जिला एवं सेशन न्यायाधीश अरूण अग्रवाल ने सोमवार को न्यायिक परिसर में अभिभाषक संघ के सदस्यों, यहां आने वाले लोगों एवं स्टाफ के कार्मिकों से समझाईश करते हुए कहा की अभी कोरोना समाप्त नहीं हुआ है, इसलिए मास्क का उपयोग आवश्यक रूप से करें। सरकार की गाईड लाईन की पालना सुनिश्चित करें, ताकि स्वयं और समाज को सुरक्षित रखा जा सकें। उन्होंने कहा कि अगर कोई व्यक्ति मास्क नहीं लगाता है, तो उसकी चालान काटने की कार्रवाई भी की जाएगी। उन्होंने न्यायिक परिसर को साफ-सुथरा रखने, नियमित सफाई करवाने तथा डस्टबिनों से कचरा हटाने के निर्देश दिए। उन्होंने परिसर में टूट-फूट वाली जगहों की मरम्मत करवाने के भी निर्देश दिए। इस अवसर पर मुख्य न्यायिक मजिस्टेट इंदिरा बनेरा, न्यायिक मजिस्टेट, टे्रनी मजिस्टेट सहित अतिरिक्त जिला कलक्टर जगदीश प्रसाद गौड़, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक वीरेन्द्र कुमार मीणा, पुलिस उपाधीक्षक लोकेन्द्र दादरवाल भी उपस्थित रहे।

एडीआर भवन में किया पौधारोपण

झुंझुनूं, 06 जुलाई। राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा जारी एक्शन प्लान के तहत सोमवार को ‘रन फॉर वन‘ के अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण झुंझुनूं व वन विभाग के संयुक्त तत्वाधान में एडीआर भवन परिसर में पौधा रोपण किया गया। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव दीक्षा सूद ने बताया कि पर्यावरण विषय पर नागरिकों को जागरूक करने एवं पर्यावरण संरक्षण से जुड़े सकारात्मक कार्य के लिए प्रेरित करने के लिए यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है। कोरोना महामारी के इस दौर ने हमें यह समझाया है कि हमारे जीवन में पर्यावरण का क्या महत्व है। स्वच्छ पर्यावरण प्रत्येक प्राणी के जीवन के लिए आवश्यक है। कोरोना से जंग हम तभी जीत पायेंगे जब हम स्वच्छ पर्यावरण में प्रकृति के संग रहेंगे। एक पेड़ हमें 10 लोगों के लायक ऑक्सीजन सालभर में देता है। इसलिए अपनी सांसे बचाने के लिए आज एक पेड़ लगाये, जो हमें प्राणवायु प्रदान करते है। इसलिए आज आप सब मिलकर ये शपथ लेवें कि पेड़ लगाएंगे और पर्यावरण को बचायेंगे तथा संकल्प लें कि प्रकृति का संरक्षण एवं संवर्धन करेंगे। सोशल डिस्टेसिंग का पालन करते हुए एडीआर भवन परिसर में वन विभाग के अधिकारीगण एवं कर्मचारीगण व जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के कर्मचारियों द्वारा वृक्षारोपण किया गया।

 

जिला कलक्टर ने ली जलदाय विभाग एवं अवीवीएनएल की बैठक

पेयजल बोरिंग पर तुरंत कनेक्शन करने के निर्देश

जलदाय विभाग को अवैध कनेक्शन काटने को कहा

झुंझुनूं, 06 जुलाई। गर्मी के मौसम में जिलें में पानी की किल्लत नहीं हो इसके लिए विद्युत एवं जलदाय विभाग आपसी सामंजस्य के साथ कार्य करें। जलदाय विभाग जल जीवन मिशन की ब्लॉक स्तर पर साप्ताहिक बैठकों का आयोजन करते हुए उसकी कार्यवाही विवरण भी जारी करें, ताकि पेंडिंग कार्यो की प्रभावी मॉनिटरिंग की जा सकें। जिला कलक्टर उमर दीन खान ने सोमवार को कलेक्ट्रट सभागार में साप्ताहिक बैठक के दौरान विद्युत एवं जलदाय विभाग के अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए।

     जिला कलक्टर ने विद्युत विभाग के अधीक्षण अभियंता को निर्देश दिए कि वे छावसरी गांव में बनी पानी की टंकी के पास विद्युत कनेक्शन करवाएं, ताकि ग्रामीणों को फायदा मिल सकें। उन्होंने विद्युत विभाग के एसई को जलदाय विभाग के बकाया विद्युत कनेक्शन एवं कृषि कनेक्शनों को अविलम्ब करवाने के भी निर्देश दिए। जिला कलक्टर ने जलदाय विभाग के एसई से कहा कि वे अवैध जल कनेक्शनों को हटाए एवं अगर आवश्यकता पड़े तो संबंधित व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज करवाएं।

     जिला कलक्टर ने चिकित्सा विभाग को आदेश दिए कि वे जिले में जांच का आकड़ा बढ़ाए और प्रति दिन एक-एक हजार आरटीपीसीआर एवं रेपिड एन्टीजन टेस्ट आवश्यक रूप से करवाएं। उन्होंने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दिए कि वे जिले में जिन भी सब सेंटरों, सीएचसी एवं पीएचसी पर जल कनेक्शन नहीं है उनकी लिस्ट जलदाय विभाग को देवें, ताकि वहां पर जल कनेक्शन करवाने की कार्रवाई करवाई जा सकें। बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर जगदीश प्रसाद गौड़, मुख्य कार्यकारी अधिकारी जय प्रकाश नारायण सहित संबंधित विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।

वैक्सीनेशन स्थल पर हो कोविड-19 प्रोटोकॉल की पालना ः वर्मा

जिला कलक्टर ने वैक्सीनेशन के लिए डिस्टि्रक्ट टास्क फोर्स की बैठक में दिए निर्देश, कहा-वैक्सीनेशन साइट पर हों समुचित व्यवस्थाएं

चूरू, 06 जुलाई। जिला कलक्टर साँवर मल वर्मा ने कहा है कि कोविड-19 वैक्सीनेशन के दौरान कोविड प्रोटोकॉल की अक्षरशः पालना होनी चाहिए तथा वहां छाया, पानी आदि की समुचित व्यवस्था होनी चाहिए।

वे सोमवार को आयोजित डिस्टि्रक्ट टास्क फोर्स की बैठक में वैक्सीनेशन प्रबंधन की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कोरोना रोधी वैक्सीनेशन सत्र प्लान करने के साथ ही ब्लॉक सीएमओ संबंधित एसडीएम, बीडीओ, डीवाईएसपी तथा नगर निकाय अधिकारी को इसकी जानकारी दें ताकि वैक्सीनेशन स्थलों पर समुचित व्यवस्थाएं की जा सकेंं। उन्होंने कहा कि छाया, पानी आदि व्यवस्थाओं के लिए शहरी वैक्सीनेशन स्थलों पर संबंधित नगर निकाय तथा गांवों में ग्राम पंचायतों को व्यवस्था करने के लिए निर्देशित किया गया है। संबंधित चिकित्सा अधिकारी इनसे समन्वय कर समुचित व्यवस्था सुनिश्चित कराएं। उन्होंने कहा कि वर्तमान में जिले को प्राप्त वैक्सीन डोज का बेहतरीन उपयोग हो रहा है, इस स्थिति में और सुधार लाएं तथा अब जबकि वैक्सीनेशन के लिए लोगों की भीड़ उमड़ रही है तो किसी भी साइट पर वैक्सीन बचने जैसी स्थिति नहीं आनी चाहिए। जिला कलक्टर ने इस दौरान सीएमएचओ डॉ मनोज शर्मा को नियमानुसार यूटीबी भर्ती प्रक्रिया पूर्ण करने, भामाशाहों से प्राप्त कन्संट्रेटर आदि का पोर्टल पर इंद्राज करने सहित विभिन्न बिंदुओं पर निर्देश दिए।

आरसीएचओ डॉ विश्वास मथूरिया ने बताया कि जिले को अब तक 6 लाख 36 हजार 970 वैक्सीन डोज मिले हैं तथा 6 लाख 56 हजार 002 लोगों को टीकाकृत किया जा चुका है। जिले में वैक्सीन के वेस्टेज जैसी कोई स्थिति नहीं है और प्राप्त वैक्सीन डोज के अधिकतम उपयोग के लिहाज से जिला बेहतरीन काम कर रहा है। इस दौरान जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सत्तार खान, एसीईओ डॉ नरेंद्र चौधरी, पीएमओ डॉ एफएच गौरी, डिस्कॉम एसई के के कस्वां, सहायक निदेशक (जनसंपर्क) कुमार अजय, नर्सिंग अधीक्षक बजरंग हर्षवाल, सीडीपीओ सीमा सोनगरा आदि मौजूद थे।

मटका पद्धति से 66 पौधे लगाकर मनाया विधायक बुडानिया का 66 वां जन्मदिन

चूरू, 06 जुलाई। जिले के तारानगर ब्लॉक में चल रहे विशेष अभियान में लगातार पौधरोपण जारी है। सोमवार को विधायक नरेंद्र बुडानिया के 66 वें जन्मदिन पर भालेरी गांव के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर 66 पौधे मटका पद्धति से लगाकर उनका जन्मदिन मनाया गया।

महात्मा गांधी नरेगा योजना अंतर्गत गांव की महिलाओं ने यह पौधे लगाए। इस दौरान महिलाओं एवं ग्रामीणों ने पारिवारिक वानिकी अंतर्गत पेड़ों को परिवार का सदस्य मानकर उनकी देखभाल करने तथा भोजन को व्यर्थ बर्बाद नहीं करने की शपथ ली।

प्रधान संजय कस्वां ने इस दौरान कहा कि मरूभूमि में पौधरोपण का कार्य अत्यंत पुण्य का कार्य है और हमें किसी भी अवसर को पौधरोपण उत्सव में बदलने के बारे में सोचना चाहिए। उन्होंने विधायक बुडानिया की सराहना करते हुए कहा कि उनके मार्गदर्शन एवं नेतृत्व में तारानगर भरपूर विकास कर रहा है।

विकास अधिकारी संत कुमार मीना ने कहा कि जीवन के लिए प्रत्येक अनिवार्य चीज हमें प्रकृति से मिल रही है, ऎसे में हमें प्रकृति को लौटाने के बारे में सोचना चाहिए। पेड़ लगाना, प्रकृति के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने का सबसे बेहतरीन तरीका है। उन्होंने बताया कि महिलाओं ने पयार्वरण संरक्षण के लिए जल को मितव्ययिता से उपयोग लेने के लिए पुरातन मटका पद्धति से 66 वृक्ष लगाये गये हैं। लगाए गए पेड़ों में रोहिड़ा, नीम, खेजड़ी, बकायण आदि के पौधे हैं। इस दौरान सभी ने विधायक के खुशहाल जीवन की कामना की। विकास अधिकारी ने बताया कि विधायक के जन्मदिन पर तारानगर, साहवा, सेऊवा, ढाणा कस्वा, बांय आदि स्थानों पर रक्तदान करने वाले समस्त रक्तदाताओं को वन विभाग एवं तारानगर पंचायत समिति द्वारा नींबू, अनार, अमरूद आदि फलदार पौधे उपहार स्वरूप प्रदान किए गए हैं। इस दौरान सरपंच राजेश कस्वा, बाबु खां, संजय प्रजापत, ग्राम विकास अधिकारी गजेंद्र सिंह, कनिष्ठ सहायक धनराज सहित अनेक ग्रामीण उपस्थित रहे।

पीएसए प्लाण्ट्स/ ऑक्सीजन कन्संट्रेट्र्स की मॉनिटरिंग हेतु नोडल अधिकारी नियुक्त

चूरू, 06जुलाई। कोविड-19 महामारी की तीसरी लहर की तैयारियों के मध्यनजर जिले में ऑक्सीजन उपलब्धता सुनिश्चित करने हेतु जिला एवं उप जिला चिकित्सालय, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर पीएसए प्लाण्ट्स की स्थापना की जा रही है एवं ऑक्सीजन कन्संट्रेटर की आपूर्ति की जा रही है।

जिला कलक्टर साँवर मल वर्मा द्वारा जारी आदेशानुसार पीएसए प्लाण्ट्स की समय पर स्थापना एवं संचालन सुनिश्चित करने हेतु जिले में पीएसए प्लाण्ट्स व ऑक्सीजन कन्संट्रेट्र्स की मॉनिटरिंग व निगरानी हेतु नोडल अधिकारी नियुक्त किये गये है। आदेशानुसार जिला स्तर पर अतिरिक्त जिला कलक्टर चूरू, स्वास्थ्य विभाग स्तर पर सीएमएचओ, संस्थान स्तर पर चूरू, रतनगढ, सुजानगढ के पीएमओ, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र राजगढ, तारानगर, सरदारशहर, बीदासर, साहवा, राजलदेसर, कानूता, सालासर, रतननगर के चिकित्सा संस्थान प्रभारी एवं सिटी डिस्पेंसरी छापर के चिकित्सा संस्थान प्रभारी को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।

कोविड-19 की आशंकित तीसरी लहर एवं नॉन कोविड बीमारियों हेतु व्यवस्था

चूरू, 06 जुलाई। जिले में कोविड संक्रमण के प्रसार को रोकने, संक्रमण की श्रृंखला को तोड़ने, कोविड के कारण होने वाली जनहाति को न्यूनतम करने तथा तीसरी आशंकित लहर को रोकने/ सीमित करने के लिए आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जायेगी।

जिला कलक्टर साँवर मल वर्मा ने सीएमएचओ को निर्देशित किया है कि राज्य सरकार के निर्देशानुसार जिले में मेडिकल ऑक्सीजन, जीवन रक्षक दवाईयां, मानव संसाधनों का चिन्हीकरण, आईईसी गतिविधियां, टीकाकरण एवं प्रशिक्षण समयबद्ध पूर्ण करें। उन्होंने कहा है कि कोविड-19 के साथ-साथ जिले में नॉन कोविड बीमारियों तथा गतिविधियों पर भी समान रूप से ध्यान दिया जाकर आवश्यक कार्यवाही करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा है कि जिले में उपलब्ध संसाधनों तथा भविष्य की मांग तथा आवश्यकताओं के दृष्टिगत कार्य योजना तैयार कर उनका समयबद्ध क्रियान्वयन करना सुनिश्चित करें।

मांडेता में कन्हैयालाल डूँगरवाल की स्मृति में वृक्षारोपण मंगलवार को

चूरू, 06 जुलाई। सुजानगढ़ के मरूदेश संस्थान के तत्वावधान में अमृत सरोवर मांडेता के चारों ओर मंगलवार को प्रातः 9 बजे संस्थान के संरक्षक व समाजसेवी कन्हैयालाल डूँगरवाल की स्मृति में उनकी पहली पुण्य तिथि पर वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा।

मरूदेश संस्थान के अध्यक्ष डॉ. घनश्याम नाथ कच्छावा ने बताया कि वृक्षारोपण कार्यक्रम के मुख्य अतिथि क्षेत्रीय विधायक मनोज कुमार मेघवाल होंगे और अथ्यक्षता वरिष्ठ पत्रकार कैलाशचंद्र शर्मा करेंगे। सौजन्य प्रदाता कन्हैयालाल कमला देवी डूँगरवाल फाउण्डेशन के कीर्ति डूँगरवाल आयोजन के स्वागताध्यक्ष होंगे और विशिष्ट अतिथि के रूप में एडीएम अनिल महला, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सीताराम माहिच, उप खंड अधिकारी मूलचंद लूणिया, उप पुलिस अधीक्षक रामप्रताप बिश्नोई, नगर परिषद् की सभापति नीलोफर गौरी व आयुक्त सोहनलाल नायक होंगे। मरूदेश संस्थान के ‘आओं! पेड़ लगाएँ..’ अभियान के तहत आयोजित इस वृक्षारोपण की तैयारियों के लिए गजानंद जाँगिड़, धर्मपाल चौधरी, किशोर सैन, सुमनेश शर्मा, कमल नयन तोषनीवाल, रतन सैन, पूनमचंद सारस्वत , महेश अरोड़ा आदि जुटे हैं। वृक्षारोपण से पहले वृक्षों की पूजा होगी। ज्ञातव्य है कि संस्थान द्वारा पूर्व में भी इस अभियान के तहत सुजानगढ़ डूँगर बालाजी जी रोड़ पर भी सघन वृक्षारोपण कार्य किया गया है।

**नौनिहालों को बचाएंगे डायरिया और कुपोषण से
गहन दस्त नियंत्रण अभियान 7 जुलाई से
चिकित्सा विभाग ने दिया तैयारियां को अंतिम रूप
बच्चों को दस्त रोग से बचाने के लिए ओआरएस पैकेट और जिंक की गोलियां देंगे स्वास्थ्य कर्मी
चूरू, 6 जुलाई। मानसून के दस्तक देने के साथ मौसमी बीमारियों व दस्त रोग के नियंत्रण के लिए चिकित्सा विभाग जुट गया है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से 7 जुलाई से 6 अगस्त तक सशक्त गहन दस्त नियंत्रण अभियान चलाया जाएगा। इसकी तैयारियां को अंतिम रूप दिया जा रहा है। अभियान के तहत समुदाय में घरेलू स्तर पर पांच साल से छोटे बच्चों के लिए ओआरएस पैकेट एवं जिंक की उपलब्धता सुनिश्चित करने के साथ उपयोग को बढ़ावा दिया जाएगा।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाँ. मनोज शर्मा ने बताया कि चिकित्सा संस्थानों पर निर्जलीकरण के इलाज संबंधी सेवाएं सुनिश्चित की जाएगी। वहीं शहरी कच्ची बस्ती, ऐसे उप केंद्र जहां एएनएम उपलब्ध नहीं है, नोमेडिक साइट्स, ईंट भट्टे एवं ऐसे समुदाय जिन्हें बीमार होने का खतरा अधिक है, ऐसे स्थानों पर अभियान के तहत विशेष ध्यान दिया जाएगा। इस संबंध में सभी बीसीएमओ, चिकित्सा अधिकारी प्रभारियों को निर्देश दिए गए हैं।
अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.भंवरलाल सर्वा ने बताया कि विभाग की ओर से एएनएम व आशा सहयोगिनियों के पास ओआरएस व जिंक की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी। साथ ही आशा ऐसे सभी घर जिनमें पांच वर्ष से छोटे बच्चे हैं उनमें प्रति बच्चे को एक ओआरएस पैकेट का वितरित करेगी और घोल बनाने की विधि भी सिखाएंगी।  वहीं आशा व एएनएम द्वारा घर घर संपर्क के दौरान आमजन को हाथ धोने, स्तनपान करवाने, बच्चे के पोषण व खान पान संबंधी सलाह भी देगी। दस्त रोग की रोकथाम के लिए सलाह व प्रबंधन की जानकारी देते समय ममता कार्ड का उपयोग करेंगी। उन्होंने बताया कि दस्त रोग पांच वर्ष से छोटी उम्र के बच्चों की मृत्यु का एक मुख कारण है।  पांच वर्ष से छोटी उम्र के बच्चों में वर्ष में करीब दो बार दस्त रोग होने की संभावना होती है। इससे मुख्य रूप से शहरी कच्ची बस्तियों व सामाजिक एवं आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोग प्रभावित होते हैं। इसकी रोकथाम के लिए विभाग की ओर से यह अभियान चलाया जाएगा।
ये रखी जाएंगी सावधानियां
एडीशनल सीएमएचओ डॉ.सर्वा ने बताया कि अभियान के दौरान स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा सेवाएं देते समय कोविड गाईडलाईन की पालना करते हुए स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाएगा। हाथों को बार-बार सेनेटाइज करने और थ्री लेयर मास्क का उपयोग किया जाएगा। साथ घर घर संपर्क के दौरान कोविड-19 जनजागरूता अभियान के बारे में जानकारी देंगे। किसी घर में सर्दी, खांसी जुखाम व बुखार से पीडित व्यक्ति के मिलने पर उसे जांच के लिए सैम्पल लेने के लिए प्रेरित किया जाएगा और एएनएम द्वारा पल्स ऑक्सीमीटर से उसकी जांच की जाएगी।
जिंक की गोली जरूर देंवे
उन्होंने बताया कि बच्चे को दस्त लगने पर उसे जिंक की गोली भी देनी चाहिए। शून्य से दो माह के बच्चे को जिंक की गोली नहीं देनी है। दो माह से छह माह के बच्चे को 10 मिलीग्राम वाली पूरी गोली व 20 मिलीग्राम वाली आधी गोली दिन में एक बार चम्मच में साफ पानी में घोलकर व माता के दूध के साथ देनी चाहिए। छह माह से पांच वर्ष तक के बच्चे को 10 मिलीग्राम की दो गोलियां या 20 मिलीग्राम वाली एक गोली दिन में एक बार चम्मच में घोलकर देनी चाहिए।

ये लक्षण नजर आएं तो तुरंत चिकित्सक को दिखाएं

 दस्त लगने के बाद शिशु और अधिक बीमार हो गया है। शिशु व बच्चे को बुखार आया हो, बच्चा खाना, पीना नहीं कर रहा और शिशु स्तनपान नहीं कर रहा और मल के साथ खून आ रहा हो, तो इन परिस्थितियों में बच्चे को तुरंत चिकित्सक को दिखाना चाहिए।
वीसी में विभागीय अधिकारियों ने दिए निर्देश
इस संबंध में सोमवार को हुई वीडियो कान्फ्रेंसिंग में मिशन निदेशक सुधीर कुमार शर्मा, निदेशक आरसीएचसी डॉ लक्ष्मणसिंह ओला, परियोजना निदेशक शिशु स्वास्थ्य डॉ गुणमाला जैन आदि विभागीय अधिकारियों ने दिशा निर्देश दिए।