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Aug 20, 2021

सद्भावना सप्ताह के पहले दिन सूचना केंद्र में हुई संगोष्ठी, जिला कलक्टर साँवर मल वर्मा, सीईओ रामनिवास जाट, एडीएम लोकेश गौतम, डॉ महेंद कुमार सहित अधिकारियों, कर्मचारियों, जनप्रतिनिधियों, गांधीवादी र्कायकर्ताओं ने की शिरकत

समाज व देश के लिए अभिशाप है नशा, गांधी मार्ग को अपनाएं युवा : साँवर मल वर्मा

चूरू, 21 अगस्त। राज्य सरकार के कला, साहित्य, संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग, जिला प्रशासन एवं महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति की ओर से मनाए जा रहे सद्भावना सप्ताह के पहले दिन शुक्रवार को सूचना केंद्र में आयोजित विचार संगोष्ठी ‘नशा मुक्ति एवं सामाजिक सरोकार’में वक्ताओं ने नशाखोरी और गांधी दर्शन में इसके समाधान को लेकर मंथन किया।

गोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए जिला कलक्टर साँवर मल वर्मा ने कहा कि अवसाद व तनाव के चलते या किसी गलत संगत में पड़कर युवा नशाखोरी की गिरफ्त में आ जाते हैं लेकिन इसके चलते अनेक दुष्परिणाम स्वयं उसे, उसके परिवार को झेलने पड़ते हैं। एक बेहतर समाज एवं सशक्त राष्ट्र की परिकल्पना में नशाखोरी एक तरह की बाधा है। गांधी दर्शन भटकाव से बचने का, भटक जाने पर पुनः लौट आने का रास्ता बताता हैं। गांधी का जीवन एक मिसाल हैं, जिसमें उन्होंने स्वयं अपनी गलतियों को स्वीकार का सुधार का मार्ग अंगीकार किया। बुरी लत किसी को भी लग सकती है लेकिन आवश्यकता इस बात की है कि हम अपनी गलतियों को महसूस करें, सुधार का मार्ग खोजें और दृढ़ संकल्प के साथ उस मार्ग पर आचरण कर तमाम बुराइयों से मुक्त होने का प्रयास करें। उन्होंने कहा कि नशा समाज व देश के लिए अभिशाप है, युवाओं को गांधी मार्ग अपनाते हुए नशामुक्त समाज की रचना में योगदान देना चाहिए।

गांधी की जीवन शैली अपनाएं

मुख्य वक्ता गांधीवाद पर शोधकर्ता एवं राजलदेसर एसएचओ डॉ महेंद्र कुमार ने नशाखोरी के कारणों और दुष्परिणामों पर विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि गांधी की जीवन शैली को अपनाकर हम एक नशामुक्त समाज की ओर अग्रसर हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि संयुक्त परिवारों का विघटन हमारे समाज की बड़ी त्रासदी है, जिसके कारण युवाओं में अकेलापन, तनाव और अवसाद जैसी स्थितियां पनपती हैं, जिसका समाधान व्यक्ति नशे में ढूंढता है। मोबाइल और सोशल मीडिया तथा फिल्मों का प्रभाव भी इसके लिए काफी हद तक दोषी है। आज पैसा और संसाधन बढ़ रहे हैं लेकिन आनंद पीछे छूटता जा रहा है। पाश्चात्य संस्कृति की अच्छी चीजों को अपनाना बुरा नहीं है लेकिन उसका अंधानुकरण बेहद गलत है। गांधी ने हमेशा मानवीय मूल्यों की स्थापना पर बल दिया था, आज भारतीय सभ्यता और संस्कृति का मूल आधार रहे नैतिक मूल्यों के संरक्षण की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हमें भी बच्चों से अनावश्यक अपेक्षा कर उनका तनाव नहीं बढ़ाना चाहिए। हर बच्चे में अलग प्रतिभा होती है, हमें उसे पहचान कर आगे बढ़ाना चाहिए।

गांधी दर्शन से जुड़ेंगे युवा

सीईओ रामनिवास जाट ने कहा कि यह दुखद है कि नशाखोरी को धर्म से जोड़कर, अवसर विशेष पर इसे बढ़ावा दिया जाता है। ऎसी चीजों से बचने की कोशिश करनी चाहिए। नशे में व्यक्ति अपना जीवन तो नाश करता ही है, परिवार और समाज के लिए परेशानी का सबब बनता है। एडीएम लोकेश गौतम ने सद्भावना सप्ताह के आयोजनों की जानकारी देते हुए कहा कि सरकार की ओर से 150 वें गांधी जयंती र्वष तथा आजादी की 75 वीं वर्षगांठ को लेकर आयोजित किए जा रहे यह कार्यक्रम निस्संदेह युवाओं को इन महापुरुषों के आदर्शों से जोड़ने में उपयोगी साबित होंगे। अतिथियों का स्वागत करते हुए चूरू संयोजक रियाजत खान ने कहा कि राजीव गांधी आधुनिक भारत के स्वप्नदृष्टा थे। कम्प्यूटर और संचार क्रांति में उनका योगदान अतुलनीय है। महात्मा गांधी के प्रसंग में युवा राजीव के मन को समझने की प्रासंगिकता है।

अच्छे और बुरे की पहचान विकसित करें हम

गांधी-150 के जिला संयोजक दुलाराम सहारण ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आधुनिक भारत के निर्माण में राजीव गांधी का योगदान भुलााया नहीं जा सकता है। समाज में अच्छे व बुरे की पहचान हमें होनी चाहिए। देश के लिए रचनात्मक काम करने वाले और देश को विध्वंस की ओर से जाने वाले लोगों का फर्क हम समझ पाएंगे, तब वास्तव में हम अच्छे नागरिक होने का फर्ज निभा सकेंगे। संचालन गांधी प्रकोष्ठ अधिकारी उम्मेद गोठवाल एवं सहायक प्रशासनिक अधिकारी कमल शर्मा ने किया।

अधिकारी, जनप्रतिनिधि रहे मौजूद

इस दौरान उपखंड सह संयोजक रतन लाल जांगिड़, लोहिया कॉलेज प्राचार्य दिलीप पूनिया, तहसीलदार पृथ्वीसिंह मौर्य, डिस्कॉम एसई के के कस्वां, जमील चौहान, लोहिया कॉलेज के सहायक आचार्य डॉ बीएल मेहरा, डॉ मूलचंद, डॉ परमेश्वर लाल, डॉ वीके स्वामी, श्रवण कुमार, एडीईओ सांवर मल गुर्जर, एडीईओ योगेश्वर कुमार शर्मा, सहायक निदेशक (जनसंपर्क) कुमार अजय, विकास मील, गांधी प्रकोष्ठ सहायक दयापाल सिंह पूनिया, ओंकार मल, मुबारिक भाटी, सिराज खां जोइया, मइनुद्दीन, मो. अब्बास, महेश मिश्रा, राजेंद्र कल्ला, जिला परिषद के जयप्रकाश, जन कल्याण मंच के योगेंद्र शर्मा व अन्य कार्यकर्ता, दीपिका सोनी, ज्योति सिंह, योगेश गौड़, अजय दाधीच, राजीव बहड़, रामेश्वर प्रसाद नायक, इकबाल खां, रूखसाना बानो, अंजू पूनिया, शशि शक्तावत, रमजान, कालूराम मर्हषि, कृष्ण कुमार, पूनम चोटिया, जाकिर हुसैन, सद्दीक खान, करूणा कुमारी सहित लोहिया कॉलेज के एनसीसी कैडेट, अध्यापक, अधिकारी, र्कमचारी, नागरिक एवं मीडियाकर्मी मौजूद रहे।

आपसी सद्भावना और भाईचारे के लिए काम करें युवा

सद्भावना दौड़ से हुआ सप्ताह भर के आयोजनों का आगाज, जिला कलक्टर साँवर मल वर्मा ने दिखाई हरी झंडी, जिला खेल स्टेडियम से गांधी प्रतिमा स्थल तक दौड़े युवा

चूरू, 21 अगस्त। राज्य सरकार के कला, साहित्य, संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग, जिला प्रशासन एवं महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति की ओर से मनाए जा रहे सद्भावना सप्ताह का आगाज शुक्रवार को सद्भावना दौड़ के साथ हुआ।

जिला कलक्टर साँवर मल वर्मा ने जिला खेल स्टेडयिम से हरी झंडी दिखाकर दौड़ को रवाना किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि युवाओं को गांधी के सत्य और अहिंसा के सिद्धांतों पर चलते हुए देश में भाईचारे और आपसी सद्भाव के लिए काम करना चाहिए। उन्होंने सद्भावना सप्ताह के विभिन्न आयोजनों के लिए शुभकामनाएं व्यक्त करते हुए कहा कि हम सभी को पूरी निष्ठा एवं रूचि के साथ इन कार्यक्रमों में भाग लेना है।

सद्भावना दौड़ जिला खेल स्टेडियम से रवाना होकर गांधी प्रतिमा स्थल पहुंची, जहां संभागियों ने गांधी प्रतिमा पर पुष्पांजलि र्अपित की। दौड़ में जिला खेल स्टेडियम से जुड़े खिलाड़ी एवं अन्य युवा शामिल हुए। इस दौरान एडीएम लोकेश कुमार गौतम, गांधी-150 के जिला संयोजक दुलाराम सहारण, उपखंड संयोजक रियाजत खान, उपखंड सह संयोजक रतन लाल जांगिड़, जिला खेल अधिकारी ईश्वर सिंह लांबा, तहसीलदार पृथ्वीसिंह मौर्य, सहायक निदेशक (जनसंपर्क) कुमार अजय, खेल प्रशिक्षक सरस्वती मुंडे, गांधी प्रकोष्ठ अधिकारी उम्मेद सिंह, प्रकोष्ठ सहायक दयापाल सिंह पूनिया सहित अधिकारी, खिलाड़ी, कर्मचारी, नागरिकगण एवं युवा मौजूद थे।

  कोविड-19 अपडेट 20.08.2021

जिला कोरोना मुक्त होने की ओर अग्रसर

पूर्व संक्रमित 1 व्यक्ति हुआ स्वास्थ्य, एक्टिव केस की संख्या 4

सीकर, 21 अगस्त। जिले में कोरोना वायरस की दूसरी लहर लगातार दम तोड़ती जा रही है। दिन प्रतिदिन कोरोना संक्रमितों व एक्टिव कम होती जा रही है। इससे जिला अब कोरोना फ्री होने की ओर अग्रसर है। जिला प्रशासन व चिकित्सा विभाग तीसरी लहर की रोकथाम में जुटा हुआ है। जिला प्रशासन व चिकित्सा विभाग नेे आमजन से जरूरी होने पर घर से बाहर जाने और मॉस्क लगाने व बार बार हाथ धोकर स्वच्छता बरतने की अपील की है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अजय चौधरी ने जिले में 1 मार्च से लेकर अब तक 1 लाख 50 हजार 901 सैम्पल लिए गए। इनमें से 21 हजार 524 कोरोना संक्रमित रोगी आए हैं। 1 लाख 29 हजार 317 सैम्पल की रिपोर्ट नगेटिव आई है। एक्टिव केस की संख्या 4 है। शुक्रवार को जिले में कोरोना पॉजीटिव की संख्या शून्य रही है।विभाग की ओर से गत वर्ष से लेकर अब तक 3 लाख 7 हजार 833 सैम्पलों की जांच की गई है। इनमें से 30 हजार 985 पॉजीटिव पाए गए है। वहीं 30 हजार 646 स्वस्थ हो चुके हैं।

 *कोरोना वारियर्स का सम्मान समारोह आयोजित*

*न्यूज, सीकर.* श्री कल्याण राजकीय मेडिकल कॉलेज में संचालित डॉ. अंबेडकर मेमोरियल वेलफेयर सोसाइटी (डॉक्टर्स & नर्सेज) यूनियन के द्वारा सोसायटी से जुड़े कोरोना वारियर्स का सम्मान समारोह आज दोपहर में पिपराली रोड़ पर डॉ. मितेश सागर की अध्यक्षता में आयोजित हुआ. 

यह जानकारी देते हुए नर्सिंग ऑफिसर बनवारी लाल मेघवाल ने बताया कि कोरोना काल में उत्कृष्ट चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने के लिए स्वतंत्रता दिवस पर जिला स्तर पर सम्मानित डॉ.योगेश झारवाल, डॉ. प्रियंका अमन, सीनियर नर्सिंग ऑफिसर विजय वर्मा, नर्सिंग ऑफिसर मुकेश आलड़िया व कालूराम वर्मा का माला व गुलाब का फूल भेंटकर सम्मान किया गया. कार्यक्रम का शुभारंभ संविधान निर्माता बाबासाहेब डॉ. अंबेडकर की तस्वीर पर माल्यार्पण व पुष्पांजलि कर किया गया.

इस मौके पर डॉ. सोहनलाल आलड़िया, डॉ. ललित मोर्य, डॉ. मुकेश वर्मा, डॉ. प्रहलाद दायमा, डॉ. उम्मेद सिंह, डॉ. राजेश मीना, डॉ. योगेश झारवाल, डॉ. विवेक बगड़िया, डॉ.एस.के.वर्मा, डॉ. अरविंद महरिया, डॉ. उमेश चांदोलिया, डॉ. अशोक धनवाल, डॉ. सुशील बाकोलिया, सीनियर लेब टेक्नीशियन महेश वर्मा, नर्सिंग ऑफिसर विनीता वर्मा, सी.पी.रांगेरा प्रेम महरिया, अशोक खांडेकर, राधेश्याम खटीक,  पूनम मोरदिया, मनोज कुलदीप, बीरबल सिंह बरवड़, प्रदीप मेव आदि चिकित्साकर्मी मौजूद रहे. कार्यक्रम का संचालन नर्सिंग ऑफिसर लोकेश आर्य ने किया.

राज किसान साथी पोर्टल और राजीव गांधी आईटी क्विजथॉन का भी शुभारंभ

चूरू, 21 अगस्त। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी के 77वें जन्मदिवस के अवसर पर वर्चुअल माध्यम से  ‘सूचना तकनीक से सुशासन’ थीम पर आयोजित राजस्थान इनोवेशन विजन (राजीव-2021) कार्यक्रम में राज किसान साथी पोर्टल, आई-स्टार्ट वर्चुअल इन्क्यूबेशन प्रोग्राम और राजीव गांधी आईटी क्विजथॉन का भी शुभारंभ किया। साथ ही, राजीव/75 फंड के तहत 21 चयनित स्टार्ट-अप्स को 2 करोड़ रुपए के फंड का वितरण किया गया।

इस दौरान चूरू जिला मुख्यालय स्थित राजीव गांधी सेवा केंद्र के वीसी कक्ष में जिला कलक्टर सांवर मल वर्मा, एडीएम लोकेश गौतम, सीईओ रामनिवास जाट, कृषि उपनिदेशक दीपक कपिला, कृषि अधिकारी कुलदीप शर्मा, एसीपी मनोज गरवा, सहायक निदेशक (जनसंपर्क) कुमार अजय सहित अधिकारीगण मौजूद थे। जिलेभर में लोगों ने राजीव गांधी सेवा केंद्रों तथा अन्य सोशल माध्यमों से कार्यक्रम को देखा।

इस मौके पर मुख्यमंतर््ी अशोक गहलोत ने कहा कि भारत में सूचना क्रांति के जनक पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी की दूरदर्शिता का ही परिणाम है कि आज भारत सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में पूरी दुनिया का सिरमौर बना हुआ है। शासन, प्रशासन और जीवन के हर क्षेत्र में सूचना तकनीक का स्थान कायम हुआ है। ई-गवर्नेन्स के माध्यम से लोगों का जीवन आसान हुआ है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार संवेदनशील, पारदर्शी और जबावदेह सुशासन के लिए प्रदेश में सूचना तकनीक का अधिकाधिक उपयोग पूरी प्रतिबद्धता के साथ सुनिश्चित कर रही है।

उन्होंने कहा कि स्व. राजीव गांधी ने बेहद विकट परिस्थितियों के बावजूद देश को तकनीकी क्षेत्र में नई दिशा दी। उन्होंने इनोवेशन को प्राथमिकता देकर संचार क्रांति का आगाज किया। उनकी दूरदर्शी सोच और मंशा को अंगीकार करते हुए राजस्थान ने भी आईटी के क्षेत्र में तेजी से कदम आगे बढ़ाए हैं। पारदर्शी और जबावदेह सुशासन के रूप में प्रदेशवासियों को इसका भरपूर लाभ मिल रहा है। राजस्थान में करीब 85 हजार ई-मित्र केंद्र संचालित हैं। अब एक हजार से अधिक जनसंख्या वाले राजस्व गांवों में भी इनकी स्थापना की जा रही है। राज्य के 7,513 राजस्व गांवों में नए ई-मित्र खोले गए हैं और 33 जिलों, 328 तहसीलों तथा 171 उप-तहसीलों में ई-मितर्् प्लस मशीनें स्थापित की गई हैं।

ई-गवर्नेन्स में राजस्थान देश का अग्रणी राज्य

गहलोत ने कहा कि ई-गवर्नेन्स को बढ़ावा देने की दृष्टि से ही हमारी सरकार के पिछले कार्यकाल में भारत निर्माण राजीव गांधी सेवा केंद्रों की स्थापना की गई थी। आज इन केंद्रों पर विभिन्न विभागों की करीब 475 सेवाएं ऑनलाइन प्रदान की जा रही हैं। संपर्क पोर्टल के माध्यम से शिकायतों का शीघ्र निराकरण और पारदर्शी मॉनिटरिंग की जा रही है। ऑनलाइन माध्यम से सरकारी कामकाज, भुगतान, हैल्थ रिकॉर्ड एवं रेवेन्यू रिकॉर्ड के डिजिटलाइजेशन, छात्रवृत्ति वितरण आदि में राजस्थान देश का अग्रणी राज्य है। करीब 80 लाख परिवारों को पेंशन का ऑनलाइन भुगतान किया जा रहा है। जन सूचना पोर्टल के माध्यम से 73 विभागों की 432 तरह की सूचनाएं आमजन के लिए उपलब्ध कराई गई हैं। उच्च स्तरीय स्टेट डाटा सेंटर के माध्यम से आईटी आधारित सेवाओं को बढ़ावा दिया जा रहा है।

 

ग्रामीण क्षेत्रें तक करेंगे स्टार्ट-अप का विस्तार

गहलोत ने कहा कि प्रदेश के युवाओं को अंतर्राष्ट्रीय प्लेटफॉर्म पर लाने के लिए स्टार्ट-अप्स को निरंतर प्रोत्साहित किया जा रहा है। शहरों के साथ-साथ अब ग्रामीण क्षेत्रें तक इनका विस्तार करने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि तकनीकी शिक्षा को अधिक रोजगारोन्मुखी बनाने के लिए जोधपुर में करीब 400 करोड़ रूपए की लागत से फिनटेक यूनिवर्सिटी की स्थापना की जा रही है। उन्होंने इसका नाम पूर्व प्रधानमंतर््ी स्व. राजीव गांधी के नाम पर करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि जयपुर में करीब 200 करोड़ रूपए की लागत से राजीव गांधी सेंटर ऑफ एडवांस टेक्नोलॉजी की स्थापना भी की जा रही है। इसके माध्यम से युवाओं को सूचना तकनीक के नवीनतम पाठ्यक्रमों का अध्ययन करने का अवसर मिलेगा।

200 मेधावी विद्यार्थियों के लिए राजीव गांधी स्कॉलरशिप

फॉर एकेडमिक एक्सीलेंस की घोषणा

मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में स्टार्ट-अप के क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल करने वाले युवाओं को ‘राजीव गांधी इनोवेशन अवार्ड’ देने की घोषणा की। इसके तहत प्रथम पुरस्कार के रूप में 2 करोड़ रूपए, द्वितीय पुरस्कार के रूप में 1 करोड़ रूपए तथा तृतीय पुरस्कार के रूप में 50 लाख रूपए की राशि प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 14 नवंबर से ‘राजीव गांधी युवा कोर’ का शुभारंभ भी किया जाएगा। साथ ही, प्रदेश के 200 मेधावी विद्यार्थियों को देश-विदेश के प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थानों में अध्ययन के लिए उन्होंने ‘राजीव गांधी स्कॉलरशिप फॉर एकेडमिक एक्सीलेंस’ की घोषणा की। इस योजना पर प्रतिवर्ष करीब 100 करोड़ रूपए खर्च किए जाएंगे, जिसमें विद्यार्थी के अध्ययन का पूरा खर्च राज्य सरकार वहन करेगी।

लोकतंत्र की मजबूती के लिए पूर्व प्रधानमंतर््ी स्व.गांधी ने उठाए साहसिक कदम

गहलोत ने कहा कि देश को तेजी से आगे बढ़ाने और आत्मनिर्भरता की ओर ले जाने के लिए पेयजल, टीकाकरण, साक्षरता, टेलीकॉम, खाद्य तेल और डेयरी के लिए 6 तकनीकी मिशन शुरू किए। उन्होंने 18 वर्ष की आयु के युवाओं को मताधिकार दिया और 73वें तथा 74वें संविधान संशोधन के माध्यम से पंचायत एवं नगरीय निकायों में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने की पहल की। उन्होंने देश की एकता और अखंडता के साथ ही लोकतंतर्् की मजबूती के लिए अपनी जान की परवाह किए बगैर साहसिक कदम उठाए।

राजीव गांधी दूरदर्शी और वैज्ञानिक सोच के थे पक्षधर ः सैम पित्रोदा

पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के इनोवेशन सलाहकार रहे सैम पित्रोदा ने कहा कि स्व. गांधी एक दूरदर्शी नेता थे। वे तार्किक ज्ञान और वैज्ञानिक सोच के पक्षधर थे। उन्होंने देश को 21वीं सदी में ले जाने की तैयारी करने के लिए अलग-अलग सेक्टर के विशेषज्ञ लोगों के साथ मिलकर कई विकास योजनाएं बनाईं और उन्हें लागू किया। पूर्व प्रधानमंत्री ने विकास के लिए नई तकनीक के इस्तेमाल पर फोकस किया। इस क्रम में उन्होंने देश के समक्ष उपस्थित गंभीर चुनौतियों के मुकाबले के लिए 6 मिशन शुरू किए।

पित्रोदा ने कहा कि स्व. राजीव गांधी के प्रयासों से ही देश आज पोलियो से मुक्त हो पाया है। उन्होंने खाद्य तेल और दुग्ध उत्पादन में भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए गंभीर प्रयास किए। स्व. गांधी के कार्यकाल में सी-डॉट, सी-डैक, एनआईसी जैसी प्रतिष्ठित आईटी संस्थाओं की स्थापना हुई, जिनके माध्यम से देश के युवा सॉफ्टवेयर डवलपमेंट, एडवांस कम्प्यूटिंग और नेटवर्किंग आदि क्षेत्रें में दुनियाभर में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रहे हैं।

राजस्थान सरकार द्वारा सुशासन के लिए आईटी के उपयोग की सराहना करते हुए पित्रोदा ने कहा कि इन कदमों से स्व. गांधी की नए भारत की परिकल्पना को मूर्तरूप मिलेगा। उन्होंने कहा कि जन सेवाओं को सुगम और पारदर्शी बनाने में आईटी का और बेहतर उपयोग किया जाना चाहिए। खासकर कृषि, स्वास्थ्य और उत्पादन के क्षेतर्् में इसके उपयोग की काफी संभावनाएं मौजूद हैं।    

शिक्षा राज्यमंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी ने देश को सूचना क्रांति के माध्यम से आगे बढ़ाने का जो सपना देखा था, आज वह साकार हो रहा है। हमारे देश के युवाओं ने सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अपनी प्रतिभा से पूरी दुनिया में पहचान बनाई है।

कृषि मंत्री लालचंद कटारिया ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि स्व. राजीव गांधी द्वारा लिए गए दूरदर्शी निर्णयों से ही आधुनिक भारत की कल्पना को साकार किया जा सका है। सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग के प्रमुख शासन सचिव  आलोक गुप्ता ने स्वागत संबोधन दिया और सूचना तकनीक के क्षेत्र में विभागीय गतिविधियों से अवगत कराया।

राज्य मंत्रिपरिषद के सदस्य, सांसद, विधायक, पंचायत समिति एवं ग्राम स्तर तक के जनप्रतिनिधि, मुख्य सचिव निरंजन आर्य, विभिन्न विभागों के अतिरिक्त मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव, सचिव, संभागीय आयुक्त, जिला कलक्टर, सूचना प्रौद्योगिकी एवं कृषि विभाग के अधिकारी, विभिन्न देशों से प्रतिनिधि, ई-मितर्् कियोस्क संचालक एवं प्रगतिशील किसान भी कार्यक्रम में वर्चुअल माध्यम से शामिल हुए।