झुंझुनूं 30 अक्टूबर 21 टी. के. एन. फायर सेफ्टी प्रशिक्षण संस्थान व नगर परिषद् झुंझुनू के संयुक्त तत्वाधान में सुरक्षित दीवाली हेतु अग्नि सुरक्षा जागरूकता विषय पर एक रैली का आयोजन किया गया। रैली में टी. के. एन. फायर सेफ्टी प्रशिक्षण संस्थान के प्रशिक्षणार्थीयों सहित संस्थान के पदाधिकारी, नगर परिषद् व प्रशासनिक अधिकारियों, मडियाकर्मी तथा ट्रैफिक पुलिस अधिकारियों ने भाग लिया। जागरूकता रैली को नगर परिषद आयुक्त अनिता खीचड़ ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। रैली में एक जागरूकता रथ भी चलाया गया। इससे पूर्व आयुक्त अनिता खीचड़ के आतिथ्य में टी. के. एन. फायर सैफ्टी प्रशिक्षण संस्थान व नगर परिषद् सुन्झुनू की ओर से एक अग्नि सुरक्षा जागरूकता पम्पलेट का विमोचन भी किया गया। पम्पलेट को शहर के प्रतिष्ठानों व घरों में वितरित किया गया। तख्तियों पर लिखे स्लोगन सन्देश, स्टीकर व नारों से सजी हुई रैली जे पी जानू स्कूल से रवाना होकर खेतान अस्पताल, बस डिपो, नगर परिषद्, कलेक्ट्रेट सर्किल, मण्डावा मोड़ होते हुए टी. के. एन. संस्थान पर आकर सम्पन्न हुई। रैली के दौरान अनुशासन का ध्यान रखते हुए ट्रैफिक नियमों का पालन किया गया जिसमें शहर ट्रैफिक पुलिस का सराहनीय योगदान रहा। रैली के अन्त में एक मॉक ड्रिल भी कराई गई। रैली के समापन पर संस्थान चैयरमेन डा० मनोज सिंह ने सभी का आभार प्रकट किया। इस अवसर पर शेखावाटी रेल विकास संघर्ष समिति के अध्यक्ष प्रदीप अग्रवाल, संस्थान सीईओ सुरेश कुमावत, सीनियर इन्स्ट्रक्टर अमीलाल मूण्ड, सुनील सैनी सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
*12 नवम्बर से 22 दिसम्बर तक लगेंगे ब्लॉक स्तर पर दिव्यांग चिकित्सकीय प्रमाणीकरण शिविर*
झुंझुनूं। जिले भर में 12 नवम्बर से 22 दिसम्बर 2021 तक दिव्यांग जनों के लिए चिकित्सकीय प्रमाणीकरण शिविरो का आयोजन ब्लॉक सीएचसी स्तर पर किया जायेगा। सीएमएचओ डॉ छोटेलाल गुर्जर ने बताया कि जिला कलेक्टर यूडी खान के निर्देश पर नवम्बर और दिसम्बर माह में जिले के विभिन्न स्थानों पर विशेष शिविरो का आयोजन होने जा रहा है जहां पर दिव्यांग जन मेडिकल जांच के उपरांत सर्टिफिकेट बनाकर दिए जा सकेंगे। डॉ गुर्जर ने बताया कि 12 नवम्बर को सीएचसी बगड़, 17 नवम्बर को एसडीएच नवलगढ़, 23 नवम्बर को सीएचसी चिड़ावा, 1 दिसम्बर को सीएचसी उदयपुर वाटी, 7 दिसम्बर को सीएचसी खेतड़ी, 10 दिसम्बर को सीएचसी मलसीसर, 14 दिसम्बर को सीएचसी बुहाना, 17 दिसम्बर को सीएचसी सूरजगढ़, 22 दिसम्बर को सीएचसी मण्डावा में शिवरो का आयोजन किया जायेगा। दिव्यांग जन जहां पर पहुंच कर मेडिकल बोर्ड से जांच करवाकर अपना प्रमाण पत्र बनवा सकेंगे। इसके साथ ही प्रशासन गांवो के संग अभियान के शिविरों में भी दिखाई देने वाली विजिबल डिसएबिलिटी जैसे ऊपरी या निचला अंग एम्यूटेशन छोटा कद/बौनापन के प्रमाणीकरण के उपस्थित चिकित्सा अधिकारियों को निःशक्तता प्रमाणीकरण का कार्य करने के लिए अधिकृत किया है। इसके अलावा अन्य निःशक्तता प्रमाणीकरण के लिए आवेदक को ब्लॉक के शिविर के बारे में सूचित कर रेफर किया जाएगा और पूरी जानकारी दी जायेगी ।
सड़क दुर्घटनाओ को रोकने के लिए आई रेड की कार्यशाला संपन्न
झुन्झुनू, 30 अक्टूबर। सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए आई रेड मैं अब पीडब्ल्यूडी भी शामिल कर लिया गया हैं। सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए सड़क परिवहन एवं राज्य राजमार्ग मंत्रालय द्वारा आईआईटी मद्रास के सहयोग से एकीकृत सड़क दुर्घटना डाटा बेस तैयार किए किए जा रहा है अब इसमें पांच विभाग के तौर पर सार्वजनिक निर्माण विभाग को भी जोड़ा जा रहा है। पहले इसमें पुलिस, परिवहन, राजमार्ग और स्वास्थ्य विभाग शामिल था। आई रेड ऐप का मुख्य उद्देश्य सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाना है। शनिवार को झुंझुनू में सर्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता कार्यालय में इसकी कार्यशाला का आयोजन हुआ। एन आई सी के जिला प्रभारी प्रेम प्रकाश आबूसरिया ने बताया कि कार्यशाला में अधिशासी अभियंता राजेश सैनी, शंकर लाल जाट, सहायक अभियंता रोहिताश कुमार, राकेश कुमार, शिव कुमार, हरीश यादव, अनुज कुमार, सीमा मारोठिया, विजेंद्र सिंह,अर्जुन सिंह, परियोजना निदेशक सोमेश राठी, रोल आउट मैनेजर मनीष कुमार खटकड़, अधीक्षण अभियंता नरेंद्र कुमार जोशी तकनीकी निदेशक प्रेम प्रकाश आबूसरिया भी उपस्थित रहे।
हैल्थ शिविर में होगी अनीमिया की स्क्रीनिंग, जांच व उपचार
चिकित्सा विभाग के शासन सचिव ने प्रदेश के सभी सीएमएचओ को निर्देश दिए
सीकर, 30 अक्टूबर। प्रशासन गांवों के संग अभियान के तहत ग्राम पंचायत मुख्यालयों पर आयोजित हो रहे हैल्थ शिविरों में अब अनीमिया की स्क्रीनिंग के साथ जांच व उपचार भी किया जाएगा। इस संबंध में चिकित्सा विभाग के शासन सचिव ने आदेश जारी कर सभी सीएमएचओ को निर्देश दिए है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अजय चौधरी ने बताया कि अभियान के तहत पंचायत मुख्यालयों पर आयोजित होने वाले शिविरों में शिशुओं व महिलाओं में अनीमिक स्थिति में सुधार करने के लिए स्क्रीनिंग, जांच व उपचार की गतिविधियां भी की जाएगी। इस संबंध में सभी बीसीएमओ को निर्देश दिए गए हैं।
इसके तहत शिविर आयोजन से पूर्व आशा, एएनएम व राष्टीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत लगी टीमों द्वारा अनीमिया से ग्रसित छह माह से 19 वर्ष के बच्चों, किशोर-किशोरियों, गर्भवती महिलाओं व धात्री माताओं की पहचान कर चिन्हित किया जाएगा। वहीं ग्राम पंचायत व ब्लॉक स्तर पर लगने वाले शिविर में चिन्हित किए गए बच्चों, किशोर किशोरियों, गर्भवती महिलाओं एवं धात्री महिलाओं की हिमोग्लोबिन की जांच की जाएगी। शिविर में पाए गए अनीमिक बच्चों, किशोर किशोरियों, गर्भवती महिलाओं व धात्री महिलाओं का उपचार किया जाएगा। वहीं अति अनीमिक की स्थिति में चिकित्सा संस्थान में रैफर किया जाएगा।
अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ हर्षल चौधरी ने बताया कि स्क्रीनिंग में चिन्हित अनीमिक छह माह से 19 वर्ष तक के बच्चों, किशोर किशोरियों, गर्भवती महिलाओं व धात्री माताओं को कैम्प में मोबलाइज करने के लिए आशा, आंगनबाडी कार्यकर्ता, एएनएम व 104 व 108 एम्बुलें का भी सहयोग लिया जाएगा। कैम्प में चिन्हित लाभार्थियों को उपचार की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। व अनीमिक तथा अति अनीमिक लाभार्थी समूह की लाइन लिस्ट तैयार कर संबंधित चिकित्सा संस्थान व बीसीएमओ को दी जाएगी। प्रत्येक माह स्क्रीनिंग के दौरान व कैम्पों में चिन्हित अनीमिक व अति अनीमिक व फॉलोअप किया जाएगा।