भगतसिंह के जीवन मूल्यों से प्रेरणा लेने की जरूरत
भगतसिंह के जीवन मूल्यों से प्रेरणा लेने की जरूरतचूरू, 24 मार्च। भारत की आजादी के 75 साल के उपलक्ष में हो रहे विभिन्न कार्यक्रमों के सिलसिले में बुधवार को महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति तथा उपखंड प्रशासन की ओर से सुजानगढ़ के पी सी बी उच्च माध्यमिक विद्यालय में भगतसिंह, राजगुरु और सुखदेव के शहादत दिवस पर परिचर्चा आयोजित की गई।इस अवसर पर बोलते हुए मुख्य अतिथि एसडीएम मूलचंद लूणियां ने कहा कि जिस प्रकार से क्रांतिकारियों ने अपना जीवन देश के लिए अर्पित किया, उसी प्रकार आज की पीढ़ी को उनसे शिक्षा लेकर देश व समाज के निर्माण में अपना रचनात्मक योगदान देना चाहिए। उन्होंने कह कि भगतसिंह के जीवन मूल्यों और आदर्शों से प्रेरणा लेने की जरूरत है।
महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति की उपखंड संयोजक सविता राठी ने कहा कि यदि हम अपने देश से प्रेम करते हैं तो इस देश के संविधान को हमें सम्मान की नजर से देखना चाहिए और उसकी शुरुआत अपने कक्षा-कक्ष, अपने विद्यालय- अपने घर- अपने माता-पिता का सम्मान करते हुए करनी चाहिए। व्याख्याता हुकमाराम ने शहीद भगत सिंह के जीवन का परिचय दिया तथा उनके द्वारा किए गए क्रांतिकारी कदमों के बारे में बताया। सविता राठी ने देश के सच्चे नागरिक बनने की शपथ दिलवाई। संचालन प्रिंसिपल धन्ना राम प्रजापत ने किया। पत्रकार शैलेंद्र लाटा ने शहीद भगत सिंह के अंतिम पत्र को पढ़कर सुनाया।
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सभी सरकारी दफ्तरों को तंबाकू मुक्त करने के निर्देश
चूरू, 24 मार्च। जिला कलक्टर सिद्धार्थ सिहाग ने जिले के सभी राजकीय कार्यालयों, चिकित्सा संस्थाओं और शिक्षण संस्थाओं को तंबाकू मुक्त करने के निर्देश प्रदान किए हैं।जिला कलक्टर की ओर से जारी आदेश में कहा गया है। कि संभागीय आयुक्त डॉ नीरज के पवन द्वारा संभाग मुख्यालय पर आयोजित बैठक में नशा मुक्ति अभियान के सफल क्रियान्वयन हेतु समस्त राजकीय कार्यालय, चिकित्सा संस्थायें एवं शिक्षण संस्थाओं को तम्बाकू मुक्त किए जाने के लिए कहा गया है। इसलिए जिले में स्थित समस्त राजकीय कार्यालयों के कार्यालयध्यक्ष, चिकित्सा संस्थाओं के प्रभारी एवं शिक्षण संस्थाओं के प्रधानाध्यापक/प्रधानाचार्यों को निर्देशित किया गया है कि अपने कार्यालय/संस्थाओं को तम्बाकू मुक्त करने हेतु नियमानुसार आवश्यक कार्यवाही सम्पादित करें और यदि कोई अधिकारी/कार्मिक द्वारा उल्लंघन करता है तो कोटपा एक्ट 2003 के तहत नियमानुसार चालान के माध्यम से शास्ति आरोपित करना सुनिश्चित करें।
वैज्ञानिक दृष्टिकोण को अपनाएं युवा
चूरू, 24 मार्च। मां जालपा देवी राजकीय महाविद्यालय, तारानगर (चूरू) में बुधवार को उपखण्ड प्रशासन, अंहिसा प्रकोष्ठ, महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति एवं महाविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में भगत सिंह, राजगुरू व सुखदेव की याद में शहीद दिवस कार्यक्रम आयोजित किया गया।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उपखण्ड अधिकारी मोनिका जाखड़ ने अपने उद्बोधन में भगत सिंह के जीवन से प्रेरणा लेते हुये वैज्ञानिक दृष्टिकोण को अपनाने पर जोर दिया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता किशोर निर्वाण ने अपने व्याख्यान में विद्यार्थियों को शहीदों की शहादत से अवगत करवाया। संचालन कर रहे गांधी दर्शन समिति के एल.डी. जोशी ने विद्यार्थियों को शहीदों की जीवनी पढने हेतु प्रेरित किया। आयोजित कार्यक्रम में महाविद्यालय प्राचार्य एस.डी. मीणा, डॉ. सत्यवती, हंसराज परिहार, डॉ. वी. एस. माठ, सरिता, राजेन्द्र प्रसाद कस्वां, शिक्षा विभाग से गोपीराम सहारण एवं विद्यार्थी उपस्थित थे।
कातर छोटी में मसाले, घी व नमक तीन नमूने लिये
खाद्य सुरक्षा टीम ने की कार्रवाई
शुद्ध के लिये युद्ध अभियान
चूरू, 24 मार्च। जिले में चलाये जा रहे शुद्ध के लिए युद्ध अभियान में जिला कलक्टर सिद्धार्थ सिहाग के निर्देशानुसार खाद्य सुरक्षा टीम ने 23 मार्च को मसाले, घी व नमक के तीन नमूने लिये।मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मनोज शर्मा ने बताया कि मंगलवार को खाद्य सुरक्षा टीम ने कार्रवाई कर तीन नमूने लिये हैं। खाद्य सुरक्षा अधिकारी फूलसिंह बाजिया ने बताया कि तेहनदेसर में फर्म अन्नपूर्णा स्टोर से घी का एक नमूना, कातर छोटी में फर्म हनुमान जनरल स्टोर से नमक का एक नमूना व फर्म लिंबा जनरल स्टोर से लाल मिर्च पाउडर मसाले का एक नमूना लिया गया। तीनों नमूनों को प्रयोगशाला जयपुर जांच के लिए भिजवाया गया है। जांच रिपोर्ट प्राप्त होने पर नियमानुसार अग्रिम कार्रवाई की जाएगी। व्यापारियों को शुद्ध खाद्य सामग्री बेचने व साफ-सफाई रखने के लिए पाबंद किया गया।
सीएमएचओ मनोज शर्मा ने बताया कि अभियान के दौरान दूध, मावा, पनीर, आटा, बेसन, खाद्य तेल, घी, सूखा मेवा, मसाला की जांच की जा रही है। अभियान के दौरान डिकॉय आपरेशन भी किए जाएंगे। जांच दल द्वारा संस्थाओं का निरीक्षण कर नमूने लिए जाएंगे तथा फूड सेफ्टी एवं स्टैंडर्ड एक्ट 2006 एवं नियम 2001 के प्रावधानों के अनुसार मिलावटी माल को मौके पर ही नष्ट करने की कार्यवाही की जाएगी।
मेडिकल कॉलेज का मिल रहा लाभ, चूरू में हुआ गुदा कैंसर का ऑपरेशन
मेडिकल कॉलेज से सम्बद्ध चूरू के डीबी जनरल अस्पताल में बुधवार को मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. एम.एम. पुकार के नेतृत्व में डॉक्टर्स की टीम ने एक मरीज के गुदा कैंसर का सफल ऑपरेशन किया। डॉ. एमएम पुकार ने बताया कि दूधवाखारा निवासी बनवारीलाल रविवार को अस्पताल में जांच करवाने के लिए आया था, जिसकी जांच करवाने पर सामने आया कि उसको गुदा कैंसर है। बनवारीलाल को करीब दो साल से मल में ब्लड आने की शिकायत थी। मरीज बनवारी लाल का बुधवार को ढाई घंटे तक ऑपरेशन किया गया। उनके गुदा द्वार से कैंसर के हिस्से को बाहर निकाल कर गुदा द्वार बंद कर दिया गया। डॉक्टर्स की टीम ने मरीज के पेट के पास मल द्वार बनाया है। ऑपरेशन के बाद बनवारी लाल मेडिकल आईसीयू में भर्ती है। ऑपरेशन करने वाली टीम में डॉ. एमएम पुकार, डॉ. गजेन्द्र सक्सेना, डॉ. मनीष जाखड़, डॉ. शंकरलाल जाट, डॉ. गजानन्द रसगनिया, डॉ. दीपक चौधरी, डॉ. आंकाक्षा, डॉ. ओमप्रकाश, डॉ. मुकेश चोला, ऑपरेशन थियेटर प्रभारी प्रभूसिंह राठौड़ और उर्मिला भास्कर शामिल थीं।
चिरंजीवी मेगा चिकित्सा शिविरों से मिला रोगियों को लाभ
चूरू, 24 मार्च। जिला मुख्यालय स्थित राजकीय डीबी जनरल अस्पताल में बुधवार को मुख्यमंत्री निरोगी राजस्थान चिरंजीवी मेगा स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। बड़े संख्या में रोगियों एवं आमजन को शिविर का लाभ मिला।
शिविर का उद्घाटन चिकित्सा अधीक्षक डॉ शरद जैन, उपखंड अधिकारी राहुल सैनी, खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ जगदीश सिंह भाटी, नोडल अधिकारी डॉ अहसान गौरी ने फीता काटकर किया। इस शिविर में खंड चूरू में अब तक 35 ग्राम पंचायतों पर यह शिविर आयोजित हो चुके हैं। इन शिविरों में विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा रेफर किए गए शल्य क्रिया, दंत रोग, नसबंदी, मोतियाबिंद हेतु चयनित केसों को सेवाएं दी गईं। शिविर में 342 लोगों को सेवाएं दी गई, जिनमें से कुल 6 ऑपरेशन किए गए। दो गांठ के ऑपरेशन किए गए। दो को विकलांगता प्रमाण पत्र दिये गए। 13 महिलाओं की नसबंदी की गई। शिविर में दंत रोग विशेषज्ञ डॉ मनीष चाहर, स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ नूतन वर्मा, मनोरोग विशेषज्ञ डॉ सुभाष चौहान, फिजीशियन डॉ मुरलीधर चौधरी, ऑर्थोपेडिक डॉ. आनंद वर्मा, नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ प्रशांत, सर्जन डॉ. बजरंग लाल शर्मा आदि ने अपनी सेवाएं दीं। शिविर में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम टीम ने भी अपनी सेवाएं दीं। खंड कार्यक्रम प्रबंधक ओमप्रकाश प्रजापत ने बताया कि ऎसा ही मेगा शिविर आगामी दिनों में आयोजित किया जाएगा। शिविर के दौरान 23 लोगों को चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना से जोड़ा गया।
जीवन में अपनाएं तार्किक एवं वैज्ञानिक दृष्टिकोण ः रामनिवास जाट
भगतसिंह, राजगुरु और सुखदेव के शहादत दिवस पर महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति एवं जिला प्रशासन की ओर से हुई संगोष्ठी, भगतसिंह के योगदान पर हुई चर्चा
चूरू़, 24 मार्च। भारत की स्वतंत्रता के 75 साल के उपलक्ष में चल रहे कार्यक्रमों के सिलसिले में जिला प्रशासन एवं महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति, चूरू की ओर से बुधवार को शहीदे-आजम भगत सिंह, सुखदेव एवं राजगुरु के शहादत दिवस पर जिला परिषद सभागार में संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए मुख्य कार्यकारी अधिकारी रामनिवास जाट ने कहा कि भगतसिंह को एक-दो घटनाओं के साथ जोड़कर ही उनका नाम लिया जाता है और उनकी फिलॉस्फी को बड़े ही साजिशपूर्ण ढंग से छिपा दिया गया है क्योंकि उनके क्रांतिकारी विचार व्यवस्था के लिए एक चुनौती पैदा करते हैं। वास्तव में उनके विचारों के ही अनुकरण की जरूरत है। उन्होंने भगतसिंह के लिखे ‘मैं नास्तिक क्यों हूं’ और अन्य विचार पढ़ने की हिदायत देते हुए कहा कि सत्य की खोज निरंतर रहती हैं। हमें जीवन में तार्किक और वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाना चाहिए। इस देश में वैचारिक तौर पर महात्मा बुद्ध, कबीर और भगतसिंह सबसे बड़े वैचारिक क्रांतिकारी हुए हैं, जिन्होंने पाखंडों का खुला विरोध किया। वैचारिक धरातल पर भगतसिंह का चरित्र बहुत मजबूूती के साथ उभरता है। उन्होंने कहा कि भगतसिंह असाधारण प्रतिभा के धनी थे और तर्क को सर्वोपरि स्थान देते थे। उन्होंने अपना अनुभव बताते हुए कहा कि भगतसिंह को पढ़ने से स्वयं उनके जीवन में बहुत तब्दीली आई है और बहुत सारे डर खत्म हो गए हैं।
मुख्य अतिथि एसडीएम राहुल सैनी ने कहा कि भगतसिंह ने देश को समाजवादी व्यवस्था की ओर अग्रसर किया और हमने संविधान में इसे अंगीकार किया। आज भी देश उसी दिशा में आगे बढ़ रहा है। उन्होंनेे कहा भगतिंसंह, सुखदेव और राजगुरु ने बिना प्राणों की परवाह किए हंसते-हंसते फांसी के फंदे को चूमा। उनके बलिदान से देश की आजादी की लड़ाई को एक जोरदार दिशा मिली।
मुख्य वक्ता शिक्षाविद डॉ शमशाद अली ने शहीद भगतसिंह के जीवन, लाहौर षडयंत्र केस, सांडर्स हत्याकांड सहित विभिन्न घटनाक्रमों में विस्तार से चर्चा करते हुए उनके व्यक्तित्व के विभिन्न आयामों की चर्चा की और कहा कि कॉलेज की दहलीज पर चढ़ने से पहले वे 300 किताबें पढ़ चुके थे। भगतसिंह की शहादत पूरी दुनिया में एक आदर्श की तरह देखी जाती है। उन्होंने ‘इंकलाब जिंदाबाद’ के नारे को अपना हथियार बनाया और आजादी के लड़ाई में अपना योगदान देने के साथ-साथ हमें एक वैचारिक दृष्टिकोण भी दिया।
सहायक निदेशक (जनसंपर्क) कुमार अजय ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि भगतसिंह के विचार आज भी प्रासंगिक हैं और हमें भगतसिंह के भीतर की चेतना को, उस प्रज्ञा को अपने भीतर विकसित करने की जरूरत है।
संचालन करते हुए अहिंसा प्रकोष्ठ के प्रभारी प्रो. उम्मेद गोठवाल ने कहा कि हमें युवा पीढ़ी को पढ़ने-लिखने की कल्चर देनी चाहिए और ‘एक घंटा देश को, एक घंटा देह को’ का अनुकरण करते हुए अपना रचनात्मक योगदान देना चाहिए। भगतसिंह के लिए विचार ही सर्वोपरि था और वे कहते थे कि हम नहीं रहेंगे लेकिन विचार हमेशा रहेंगे।
इस दौरान जमील चौहान, दीपिका सोनी, मुबारिक भाटी, मामराज मीणा, रामस्वरूप सिहाग, महावीर स्वामी, सरला जांगिड़, विमला प्रजापत, सविता शेखावत, काजी मो. अब्बास, प्रेेमसिंह चौहान, जयप्रकाश शर्मा, अमित सिंह, घनश्याम सिंह राठौड़ आदि मौजूद रहे।
एक जुलाई से बंद होगा सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग
चूरू, 24 मार्च। भारत सरकार के पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय की अधिसूचना के अनुसार 1 जुलाई 2022 से चिन्हित सिंगल यूज प्लास्टिक आइटम्स के उत्पादन, इम्पोर्ट, स्टॉकिंग, वितरण, बिक्री एवं उपयोग पर रोक रहेगी।
राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल के क्षेत्रीय अधिकारी अरविंद कुमार के अनुसार, प्लास्टिक वेस्ट मेनेजमेन्ट रूल्स, 2016 (यथा संशोधित) के नियम 4 (2) के अनुसार पोलीस्टाईरीन सहित विभिन्न सिंगल यूज प्लास्टिक आइट्म्स के उत्पादन, इम्पोर्ट स्टॉिंकग, वितरण, बिक्री एवं उपयोग पर यह रोक लागू होगा। उन्होंने बताया कि प्लास्टिक स्टिक वाले ईयर बड्स, गुब्बारों के लिये प्लास्टिक की डंडियां, प्लास्टिक के झण्डे, कैंडी स्टिक, आईसक्रीम की डंडियां, पोलीस्टाइन (थर्मोकॉल) की सजावटी सामग्री, प्लेटें, कप, गिलास, कांटे, चम्मच, चाकू, स्ट्रॉ, ट्रे जैसे कटलरी, मिठाई के डिब्बों के इर्द-गिर्द लपेटने/पैक करने वाली फिल्में, निमंत्रण कार्ड के इर्द-गिर्द लपेटने/पैक करने वाली फिल्में एवं सिगरेट पैकेट के ईर्द-गिर्द लपेटने/पैक करने वाली फिल्में, 100 माईक्रॉन से कम मोटाई वाले प्लास्टिक/पीवीसी बैनर, स्टि्रर आदि प्रतिबंधित रहेंगे।
उन्होंने बताया कि सभी उत्पादनकर्ता, स्टॉकिस्ट, रिटेलर्स, दुकानदार, ई-कामर्स, फेरी वाले, वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों, मॉल, बाजार, शॉपिंग सेन्टर, सिनेमा हॉल, पर्यटन स्थल, विद्यालय, महाविद्यालय, कार्यस्थल, अस्पताल, होटल व अन्य संस्थानाें व जन सामान्य को सूचित किया गया है कि वे भारत सरकार के नोटिफिकेशन में उल्लेखित समय सीमा के अनुसार चिन्हित सिंगल यूज प्लास्टिक आइटम्स का उत्पादन, स्टॉिंकग, वितरण, बिक्री एवं उपयोग बन्द कर दें। इसके अलावा सभी संबंधित प़क्ष 30 जून 2022 तक इन सिंगल यूज प्लास्टिक आइटम्स की शून्य इनवेण्टरी सुनिश्चित करने की आवश्यक कार्यवाही करें। उन्होंने बताया कि इन नोटिफिकेशन के प्रावधानों के उल्लंघन की स्थिति में संबंधित प्रतिष्ठान/व्यक्ति के विरूद्ध पर्यावरण (संरक्षण) अधिनियम 1986 के प्रावधानों के अन्तर्गत कार्यवाही की जाएगी जिसके तहत सामान की जब्ती करने, इकाई/व्यवसायिक प्रतिष्ठानों को बन्द करने आदि की कार्यवाही भी शामिल है।