झुंझुनूं वसुंधरा राजे समर्थक मंच के प्रदेश प्रमुख महामंत्री व भाजपा नेता महेश बसावतिया ने आज देलसर धाम बाबा श्याम के दरबार में पूजा अर्चना कर माथा टेका व प्रदेश में खुशहाली के साथ गौवंश में फैली लंपी संक्रमण से निजात के लिए उनकी पुकार सुनने को लेकर कामना की । इस अवसर पर देलसर धाम के मंहत ने श्याम दरबार में बसावतिया को दुपट्टा पहनाकर कर स्वागत किया । मंहत रोशन दास ने बताया कि करीब १२५ साल पहले श्याम भक्त शिरोमणि चेतराम जी महाराज रात्रि दो बजे बाबा की ज्योत लेकर खाटू धाम से देलसर पहुंचे थे । यहां बाबा की पूजा अर्चना के साथ ही अंखड ज्योत की भी पूजा अर्चना होती है । इस धाम में जो भी भक्त अपनी मनोकामना लेकर आता है बाबा उसकी मनोकामना पूर्ण करते हैं क्योंकि बाबा तो हारे के सहारे है । महेश बसावतिया ने बताया कि ४ नवम्बर देव उठनी एकादशी को देलसर धाम में बाबा के भव्य श्रृंगार के साथ ही दिल्ली हल्दि राम के व्यापारी द्वारा ५६ भोग का प्रसाद बाबा को अर्पित किया जाएगा व आलौकिक सजावट के साथ मंदिर प्रांगण में भव्य आयोजन व भंडारा लगेगा। इस अवसर पर देलसर धाम के मंहत रोशन दास जी, पुजारी अरूण शर्मा, कुंदन, कनक, शोजल शर्मा व बहिन शारदा देवी उपस्थित थीं ।
महेश बसावतिया ने श्री,शयाम बाबा दरबार दैलसर में लगाई धोक
झुंझुनूं वसुंधरा राजे समर्थक मंच के प्रदेश प्रमुख महामंत्री व भाजपा नेता महेश बसावतिया ने आज देलसर धाम बाबा श्याम के दरबार में पूजा अर्चना कर माथा टेका व प्रदेश में खुशहाली के साथ गौवंश में फैली लंपी संक्रमण से निजात के लिए उनकी पुकार सुनने को लेकर कामना की । इस अवसर पर देलसर धाम के मंहत ने श्याम दरबार में बसावतिया को दुपट्टा पहनाकर कर स्वागत किया । मंहत रोशन दास ने बताया कि करीब १२५ साल पहले श्याम भक्त शिरोमणि चेतराम जी महाराज रात्रि दो बजे बाबा की ज्योत लेकर खाटू धाम से देलसर पहुंचे थे । यहां बाबा की पूजा अर्चना के साथ ही अंखड ज्योत की भी पूजा अर्चना होती है । इस धाम में जो भी भक्त अपनी मनोकामना लेकर आता है बाबा उसकी मनोकामना पूर्ण करते हैं क्योंकि बाबा तो हारे के सहारे है । महेश बसावतिया ने बताया कि ४ नवम्बर देव उठनी एकादशी को देलसर धाम में बाबा के भव्य श्रृंगार के साथ ही दिल्ली हल्दि राम के व्यापारी द्वारा ५६ भोग का प्रसाद बाबा को अर्पित किया जाएगा व आलौकिक सजावट के साथ मंदिर प्रांगण में भव्य आयोजन व भंडारा लगेगा। इस अवसर पर देलसर धाम के मंहत रोशन दास जी, पुजारी अरूण शर्मा, कुंदन, कनक, शोजल शर्मा व बहिन शारदा देवी उपस्थित थीं ।