प्रदेश गौरव सैनानी एसोसिएशन (PGSA) के प्रतिनिधिमंडल ने महामहिम राज्यपाल श्रीमान कलराज जी मिश्र से राजभवन में शिष्टाचार मुलाकात किया। गौरव सेनानी शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष राजपाल फौगाट ने बताया कि इस मुलाकात के दौरान महामहिम से पूर्व सैनिकों के वर्तमान मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की और बताया कि राजस्थान में पूर्व सैनिक अपनी मांगों को लेकर पिछले 2 वर्षो से आंदोलनरत है। सत्येन्द्र मांजू और सुरेश शर्मा ने महामहिम राज्यपाल महोदय को बताया कि पूर्ववर्ती प्रदेश कांग्रेस सरकार ने पूर्व सैनिकों की पुनर्वास 1988 की योजना में 07 दिसम्बर 2022 को जातीय आधार पर संशोधित कर दिया। जिसने सैनिकों के मनोबल को तोड़ने का काम किया। जिसके परिणामस्वरूप पूर्व सैनिकों को प्रत्येक भर्ती में सभी श्रेणियो (क्लास ए, बी, सी और डी) में लगभग 60% पदो का नुकसान हो रहा है। भंवर सिंह राठौड़ ने बताया कि RAS 2023 की भर्ती में पूर्व सैनिकों के आरक्षित वर्गों को एसडीएम, आरपीएस और लेखा अधिकारी बनने से वंचित कर दिया है। केवल और केवल जनरल कैटेगरी में ही 1-1 सीट आती है। ऐसे ही हर भर्ती में नुकसान हो रहा है। इसके अलावा सत्येन्द्र मांजू ने पूर्व सैनिकों के अन्य मुद्दों को भी राज्यपाल महोदय के समक्ष रखा। राज्यपाल महोदय ने आश्वस्त किया है कि आपकी मांगों को लेकर जल्द ही उच्च स्तर पर बात किया जाएगा और जल्द से जल्द निस्तारण करवाने का प्रयास किया जाएगा। इस मुलाकात के दौरान प्रदेश गौरव सैनानी एसोसिएशन के अध्यक्ष कैप्टेन किशनलाल चौधरी और नवरत्न टीम से सत्येन्द्र मांजू, सुरेश शर्मा और भंवर सिंह राठौड़ शामिल हुए।
सीतसर में विशाल भजन संध्या और भंडारा का समापन
झुंझुनूं 22 जून निकटवर्ती गांव सीतसर में सीतसर बालाजी धाम मंदिर मेआयोजित हुआ 20 जून से 22 जून तक विशाल भजन संध्या और भंडारा का शनिवार को मंदिर के महंत पुष्कर लाल पारीक पुजारी के सानिध्य में समापन हुआ
. गुरुवार से शनिवार तक लगातार तीन दिवसीय विशाल भजन संध्या और भंडारा में दूर दराज से आए हजारों की संख्या में भक्तो ने बालाजी महाराज से आशीर्वाद लेकर भजन संध्या का आनंद उठाया और रामायण के अखंड पाठ में सम्मिलित हो कर धर्म की रक्षा का प्रणव लिया
इसी तरह बालाजी महाराज के भक्तो के लिए प्रसाद खाने के लिए विशाल भंडारा भी आयोजित किए गया यात्रियों की सुरक्षा के लिए पुलिस और सी सी टीवी कैमरे की भी माकूल व्यवस्था थी
कार्यक्रम को सफल बनाने में मुख्य रूप से कैलाश चन्द्र जांगिड़ झुंझुनूं बाबूलाल पंसारी सुरेश कुमार भारुण्डा उम्मेद सिंह भलोटिया पी एल शर्मा दिल्ली रविन्द्र कटारिया अंकित शर्मा सुनील कुमार गोवाला मुकेश कुमार गोवाला हरी राम बुडानिया उम्मेद सिंह अंगासार संजीव कुमार दुल्लड प्रवीण कुमार दुल्लड वाहिदपुरा राजेश कुमार बुडानिया विकास पारीक अलोक पारीक आदि का सराहनीय सहयोग रहा