सीकर 14 मई । जिला कलेक्टर यज्ञ मित्र सिंहदेव ने कहा कि प्रदेश के बाहर से सीकर जिले में आने वाले हर व्यक्ति की 14 दिनों के होम क्वारेंटाइन का पालना करना जरूरी है। इसके लिए सभी अधिकारी व कर्मचारी संक्रिय रह कर कार्य करें तथा मीडिया कर्मी इसका व्यापक रूप से प्रचार-प्रसार करें। गुरूवार को अपने चैम्बर में मीडिया कर्मियों को संबोधित करते हुये जिला कलेक्टर ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि क्वारेंटाइन पीरियड सजा नहीं सुरक्षा का मामला है। इसमें लापरवाही से परिवार, समाज , क्षेत्र व प्रदेश को खतरा हो सकता है। उन्होंने कहा कि जिले के सैकडों प्रवासी श्रमिक व अन्य लोग राज्य के बाहर से जिले में आ रहे है। उन्होंने कहा कि सरकार और चिकित्सा विभाग जिला स्तर पर क्वारेंटाइन फैसेलिटी को विकसित और मजबूत करने को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रहे है। बाहर से आने वाले सभी लोगों का जिले में स्वागत करें, लेकिन उनके गांव -मोहल्लो में जाने से पहले क्वारेंटाइन पीरियड का पालन करवाना सुनिश्चित करें, ताकि जिले में पिछलें 50 दिनों से घरों में रह रहें लोग संक्रमण से बचे रहें। उन्होंने बताया कि बाहर से आने वाले प्रत्येक व्यक्ति को होम या इंस्टीट्यूशनल क्वारेंटाइन में 14 दिन बिताकर गांव-शहर में आना सुनिश्चित करें।
जिला कलेक्टर ने कहा कि कोविड -19 के संदिग्ध या रोगी के साथ अच्छा व्यवहार करना चहिए। उन्होनें कहा कि शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में इन दिनों जो नये प्रवासी आ रहे है। उनकी जानकारी बीएलओ , पटवारी, एसएचओ, उपखण्ड अधिकारी, सरपंच, जनप्रतिनिधि, नियंत्रण कक्ष को देवें। उन्होंने कहा कि बाहर से आने वाले प्रवासियों की सूचना देने के लिए सभी जनप्रतिनिधि जिला प्रशासन के साथ मिलकर सूचना तंत्र को विकसित करवाने में सहयोग करें ताकि जिले वासियों को कोरोना जैसी महामारी से बचाया जा सके।
जिला कलेक्टर ने होम क्वारेंटाइन पम्पलेट का विमोचन किया ः जिला कलेक्टर यज्ञ मित्र सिंहदेव ने इस दौरान होम क्वारेंटाइन पम्पलेट का विमोचन किया। उन्होंने बताया कि जो भी व्यक्ति बाहर से आयेगा उसकों 14 दिन होम क्वारेंटाइन में रहना होगा। चिकित्सा विभाग को इसकी सूचना भी देनी होगी तथा उसके घर पर होम क्वारेंटाइन सांकेतिक (चिन्ह) का पम्पलेट भी चस्पा कर रहे है ताकि नागरिक को पता चल सके की इस घर में कोई व्यक्ति बाहर से आया है और उसकों होम क्वारेंटाइन के लिए पाबंद किया गया है।
**प्रवासियों के जिले में आने की सूचना उपखण्ड मजिस्ट्रेट, बीसीएमएचओ के कन्ट्रोल रूम पर देवें **
सीकर अतिरिक्त जिला कलेक्टर जयप्रकाश ने बताया कि जिले में लगातार प्रवासी, मजदूरों का आवागमन जारी है । इस क्रम में कोरोना के केसेज बढने की आशंका बहुत ज्यादा हो गई है। उन्होंने बताया कि शहर के वार्ड नम्बर 3 मोचीवाडा क्षेत्र के इलाके का व्यक्ति है वो भी प्रवासी था। सीकर शहर के क्षेत्र मोचीवाडा क्षेत्र में भी एक केस आने के बाद क़फ्र्यू का आदेश जारी किया गया है। उन्होंने सभी नागारिकों से आग्रह किया है कि जिला प्रशासन कि निगरानी और मॉनिटरिंग के साथ-साथ आप सभी सतर्क रहे और जैसा कि लगातार अपील की जा रही है कि वे उपखण्ड मजिस्ट्रेट, बीसीएमएचओ के कन्ट्रोल रूम पर जो प्रवासी आ रहे उनकी सूचना दे सकते है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार का सख्त निर्देश है जो भी व्यक्ति बाहर से आयेगा उसको 14 दिन होम क्वारेंटाइन रखना ही होगा, मेडिकल डिपार्टमेंट को इसकी सूचना भी देनी होगी तथा उनके रेजीडेंसी पर पर सांकेतिक चिन्ह भी चस्पा कर रहे है ताकि नागरिक को पता चल सके की इस घर में कोई व्यक्ति बाहर से आया है और उसकों होम क्वारेंटाइन के लिए पाबंद किया गया है। उन्होंने बताया कि कल गृह विभाग के द्वारा गाईड लाईन जारी कर कुछ दुकानों को खोलने को अनुमत किया गया है जिसमें रेस्टोरेंट, भोजनालय, मिठाई की दुकानें, होम डिलेवरी के माध्यम से संचालित होगी। उन्होंने बताया कि हमें सामाजिक दूरी की पालना करनी होगी तथा मास्क लगाकर के ही हमें समान बेचना और खरीदना होगा।
**शहर के वार्ड नम्बर 3 में शमशान भूमि पंचायत सीकर के गेट के पास पी.एम.जी. साउण्ड से नाटोरियों की धर्मशाला होते हुए बोदूजी की एस.टी.डी तक एवं बोदूजी की एस.टी.डी से राजकीय स्कूल (मोचीयों की स्कूल) होते हुए शंकर लाल कुमावत के मकान तक, ओसामा मस्जिद की गली में सद्दाम के मकान तक के क्षेत्र को किया शून्य आवागमन क्षेत्र घोषित **
सीकर जिला कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट यज्ञ मित्र सिंहदेव ने आदेश जारी कर सीकर में निवासरत व्यक्ति के नोबल कोरोना वायरस (कोविड-19) से संक्रमित पाये जाने के कारण बीमारी से आस-पास के नागरिकों में संक्रमण की संभावनाओं के मध्यनजर मानव जीवन को खतरे, स्वास्थ्य एवं इसके कारण लोक शांति को खतरा उत्पन्न हो सकता है। ऎसी स्थिति में दण्ड प्रकिया की संहिता की धारा 144 के अन्तर्गत प्रदत शक्तियों का प्रयोग करते हुए मानव स्वास्थ्य के खतरे, स्वास्थ्य एवं सुरक्षा को मध्य नजर रखते हुए सीकर शहर के वार्ड नम्बर 3 में शमशान भूमि पंचायत सीकर के गेट के पास पी.एम.जी. साउण्ड के नाटोरियों की धर्मशाला होते हुए बोदूजी की एस.टी.डी तक एवं बोदूजी की एस.टी.डी से राजकीय स्कूल (मोचीयों की स्कूल) होते हुए शंकर लाल कुमावत के मकान तक ओसामा मस्जिद गली में सद्दाम के मकान तक के क्षेत्र को शून्य आवागमन क्षेत्र घोषित कर निषेधाज्ञा लागू की है।
आदेशानुसार कोरोना वायरस के संक्रमण की गंभीरता को देखते हुए इन सीमाओं में निवासरत व्यक्ति अपने आवास से बाहर आवागमन नहीं करेंगे। उपर्वणित सीमाओं के अन्दर अवस्थित समस्त व्यावसायिक, ओद्योगिक प्रतिष्ठान, शिक्षण संस्थान, जिम इत्यादि बंद रहेंगे तथा किसी भी मानवीय गतिविधियां शादी समारोह, रैली, जुलूस, सभा प्रतिबंधित रहेगी। किसी भी प्रकार की सार्वजनिक एवं निजी परिवहन एवं आवागमन प्रतिबंधित रहेगा। इस क्षेत्र के व्यावसायिक, व्यापारिक प्रतिष्ठानों में दैनिक आवश्यकताओं से संबंधित किराणा एवं जनरल स्टोर इत्यादि एवं सब्जी की दुकाने बंद रहेगी। यह प्रतिबंध बीमार व्यक्तियों, चिकित्सकीय आपात स्थिति से प्रभावित व्यक्तियों के लिए लागू नहीं होगा। यह प्रतिबंध चिकित्सा र्कामिक, सफाई र्कमियों तथा कानून व्यवस्था एवं अधिकृत रसद सामग्री के लिए नियुक्त कर्मचारियों पर लागू नहीं होगा। क्षेत्र में पुलिस द्वारा निर्धारित एन्ट्री पॉईन्ट्स पर चिकित्सा विभाग द्वारा टीम नियुक्त की जावेगी जिसके द्वारा यह सुनिश्चित किया जायेगा कि बिना स्क्रीनिंग के कोई भी व्यक्ति इस क्षेत्र में प्रवेश नहीं करें और नहीं इस क्षेत्र से बाहर निकले। क्षेत्र के सभी निवासियों को इस आदेश की पालना करने एवं अवहेलना नहीं करने के निर्देश दिये गये है। यह आदेश 14 मई 2020 को प्रातः 10 बजे से 20 मई 2020 की मध्य रात्रि तक प्रभावी रहेगा। आदेश का उल्लंघन करने पर भारतीय दण्ड संहिता की धारा 188,269,270 एवं राजस्थान एपीडेमिक डिजेज नियम 1957 एवं आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के प्रावधानों के अन्तर्गत अभियोजित किया जा सकेगा।
**शिक्षा राज्य मंत्री डोटासरा को ग्रामीण महिला शिक्षण संस्थान ने एक लाख 25 हजार रूपये का चैक दिया**
सीकर कोविड-19 वैश्विक महामारी से निपटने में जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए ग्रामीण महिला शिक्षण संस्थान सीकर के महिला महाविद्यालय, सीनीयर सैकण्डरी स्कूल एकेडमिक विद्यालय तक संस्थान के कार्मिकों से एकत्रित एक लाख 25 हजार रूपये का चैक मुख्यमंत्री सहायता कोष में जमा कराने के लिए शिक्षा, पर्यटन एवं देवस्थान राज्य मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा को संस्थान के अध्यक्ष चैनसिंह आर्य ने सुपुर्द किया। इससे पूर्व भी संस्थान ने दो लाख 5 हजार रूपये का चैक जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री सहायता कोष में जमा करवाया था। इस दौरान हेमाराम गोदारा, हरफूल सिंह खींचड़, रामकुमार सिंह, सुनीता डोटासरा, प्राचार्य डी.एन.शर्मा, प्रधानाचार्य उषा कादियान, प्रधानाध्यापक सुरेन्द्र सिंह, सोहन लाल उपस्थित रहें।
**412 रोगियों का हुआ मोबाइल ओपीडी में इलाज
गुरूवार को जिले के 13 गांवों में लगे शिविर**
सीकर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की मोबाइल ओपीडी यूनिट सेवा आमजन के लिए उपयोगी साबित हो रही है। इसके तहत गुरूवार को जिले के 13 गांवों में शिविर लगाए और रोगियों का चिकित्सकों ने उपचार कर निशुल्क दवाइयां दी। मोबाइल ओपीडी यूनिट के माध्यम से लोगों को उनके गांव, ढाणी में ही चिकित्सकीय परार्मश, उपचार व निशुल्क दवा की सेवाएं उपलब्ध हो रही है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अजय चौधरी ने बताया कि गुरूवार को जिले के 13 गांवों में लगाए शिविरों में 140 पुरूष, 221 महिलाएं और 51 बच्चों का मोबाइल ओपीडी यूनिट सेवा के तहत उपचार किया गया। इस दौरान 23 गर्भवती महिलाओं के भी स्वास्थ्य की जांच की गई। गांवों में लगे शिविर में 91 लोग खांसी से पीडित पाए गए। वहीं 14 बुखार, 15 मधूमेह और 20 हाइपर टेंशन की बीमारी से ग्रसित पाए गए। इन सभी रोगियों का उपचार कर निशुल्क दवा उपलब्ध करवाई गई है। 70 रोगियों की जांच की गई।
सीएमएचओ डॉ चौधरी ने बताया कि कोविड 19 संक्रमण और लॉक डाउन को देखते हुए जिन गांवो में चिकित्सा सेवाओं की पहुंच कम है। वहीं लॉकडाउन के कारण आमजन अस्पताल नहीं पहुंच सकते हैं, उन गांवों में लोगों को प्राथमिक चिकित्सा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से राज्य सरकार की ओर से मोबाइल ओपीडी यूनिट वाहन सेवा शुरू की है। इसके तहत विभाग की एमएमवी व एमएमयू द्वारा आमजन को प्राथमिक चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराई गई।
उन्होंने बताया कि दांता ब्लॉक में खाटू के वार्ड 13 में लगे शिविर में 61 रोगियों का उपचार किया गया। वहीं पिपराली ब्लॉक के उदाना लखीपुरा लगे शिविर में 60 रोगियों का उपचार किया गया। वहीं कूदन ब्लॉक के बिडोली गांव में शिविर में 26 रोगियों का उपचार किया गया।
सीएमएचओ डॉ चौधरी ने बताया कि लक्ष्मणगढ़ के सेवदडा गांव में 24 तथा रूलाणिया माली में लगे शिविर में 33 रोगियों का उपचार किया गया। नीमकाथाना ब्लॉक के ढाणी बागावाली में लगे शिविर 13 और ढाणी धर्मसिंह की में लगे शिविर में 20 रोगियों का उपचार किया गया। वहीं फतेहपुर ब्लॉक में राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय कल्याणपुरा में शिविर में 18 और मुख्य चौक कल्याणपुरा में लगे शिविर में 14 रोगियों का उपचार किया गया। खण्डेला ब्लॉक के करडका में 35 और बडी ढाणी में लगे शिविर में 39 रोगियों का उपचार किया गया। श्रीमाधोपुर ब्लॉक के होलिया का बास में लगे शिविर में 39 और कच्छवा वाली ढाणी में लगे शिविर में 30 रोगियों का उपचार किया गया ।
**गर्भवती महिलाओं व बच्चों का हुआ टीकाकरण
कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए सोशल डिस्टेंस रखकर किया गया टीकाकरण**
सीकर, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से गुरूवार को मातृ शिशु स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस मनाया गया। इसके तहत गांवों व सीकर शहर में गर्भवती महिलाओं व बच्चों को जीवनरक्षक टीके लगाए गए। वहीं कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए सोशियल डिस्टेंस का पूरा ध्यान रखा गया। वहीं टीकाकरण के बाद उप स्वास्थ्य केंद्र, पीएचसी, सीएचसी पर सेनेटाइज व अन्य गतिविधि भी की गई। वहीं सीकर शहर के शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर टीकाकरण का कार्य किया गया।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अजय चौधरी ने बताया कि टीकाकरण सत्र पर सोशल डिस्टेंस के तहत लार्भाथियों के बीच एक मीटर की दूरी रखने तथा लार्भाथियों को एक साथ नहीं बुलाने, निश्चित समय पर मोबाइल पर संदेश भेजकर या फोन पर वार्ता कर बुलाने, दो बच्चों के टीके के अंतराल पर हाथों को साबुन व सेनिटाइजर से साफ करने, लार्भाथियों व अभिभावकों को कपड़े के मास्क लगाकर आने और टीकाकरण के बाद समस्त वेस्ट का कोविड-19 के निर्देशानुसार निस्पादन करने, टेबल, कुर्सी एवं स्थान को विसंकरण के लिए सोडियम हाइपो क्लोराइड का छिड़काव करने निर्देश दिए गए हैं। साथ ही आईएलआई से पीडित गर्भवती महिला व बच्चा का टीकाकरण नहीं करने के लिए स्वास्थ्य र्कमियों को पाबंद करने के लिए सभी बीसीएमओ, चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिए गए है।
आरसीएचओ डॉ निर्मल सिंह ने बताया कि विभाग की ओर से शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में राज्य सरकार की नई गाइड लाइन के तहत टीकाकरण सत्र आयोजित किए गए। वहीं एक सत्र में ड्यू लिस्ट के अनुसार लार्भाथियों के टीके लगाए गए।
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**जिले के 15850 परिवारों तक पहुंचाई खाद्य सामग्री
51 वें दिन भी जारी रहा खाद्य सामग्री वितरण कार्य
कार्यकर्ता लगे हुए हैं पैकेट बनाने में**
सीकर - सुधीर महरिया स्मृति संस्थान एवं नेहरू युवा संस्थान के स्वयंसेवकों का कोरोना लॉक डाउन में जरूरतमंदों तक खाद्य सामग्री पहुंचाने का काम 51वें दिन भी अनवरत जारी रहा |
सुधीर महरिया स्मृति संस्थान निदेशक एवं नेहरू युवा संस्थान सचिव बी एल मील ने बताया कि लॉक डाउन के शुरू होते ही पूर्व केंद्रीय मंत्री सुभाष महरिया एवं पूर्व विधायक नंदकिशोर महरिया के आर्थिक सहयोग एवं प्रेरणा से संस्थान के कार्यकर्ता जरूरतमंद परिवारों तक खाद्य सामग्री पहुंचाने का कार्य कर रहे हैं | गुरुवार 51 वें दिन भी खाद्य सामग्री पहुंचाने का कार्य अनवरत जारी है | कार्यकर्ता अब तक जिले के 15850 परिवारों तक खाद्य सामग्री पहुंचा चुके हैं जो एक पैकेट में सामान्य परिवार के लिए 10-12 दिन का राशन सामग्री है | कार्यकर्ता 51 दिन से लगातार बिना थके सुबह से रात तक अपने कार्य में लगे रहते हैं |
संस्थान जरूरतमंदों को राहत पहुंचाने का कार्य जारी रखेंगे | जरूरतमंद परिवारों के खाने की समस्या को देखते हुए कार्यकर्ता और नए जोश के साथ कार्य कर रहे हैं | काफी संख्या में नए स्वयंसेवक संस्थान के साथ जुड़कर पैकेट बनवाने और वितरित करवाने में सहयोग कर रहे हैं |
इस कार्य में बी एल मील के साथ पूर्व पार्षद बलराम नायक, दयाल सिंधी, मनोज शर्मा , इंजी.दिनेश जाखड़, भीम सेना के अनिल तिरदिया, विवेकानंद युवा मंडल हर्ष के मुकेश सैनी र्षद हरिराम भडि़या, संजीव कुमार, पार्षद इमरान, पूर्व पार्षद संपत सिंह, नंदू कुमार, अमित कुमार पंडित ,रुपेश कुमार सैन, चुन्नू कुमार सैनी, पूर्व पार्षद नरेश सेन, पूर्व पार्षद प्रेम सैनी, पूर्व सैनिक शिवपाल सिंह मील, चेतन वर्मा भुवनेश वर्मा, घनश्याम वर्मा, विजेंद्र काजला, सरपंच राजेंद्र कुमार , बाबूलाल गढ़वाल, एडवोकेट सादिया, मोहन बाजोर, पंकज शर्मा ,रुपाराम शेषमा, भारत सिंह, अजय नायक, शिव भार्गव, महेश कुमार , प्रदीप वाल्मीकि सहित अनेक कार्यकर्ताओं ने खाद्य सामग्री के पैकेट तैयार कर वितरित कर रहे हैं |