राज्य सरकार व प्रदेश के मुखिया श्री अशोक गहलोत की पहल को बताया सराहनीय
भोजन के पैकेट, पीने के पानी, साबुन, मास्क, सनेटाईजर की रही उपलब्धता
झुंझुनू, 16 मई। किसी के आंखों में अपने घर जाने की खुशी की चमक थी, तो किसी के पैर अपने घर पंहुचने के लिए बेचन थे कोई अपने मोबाईल से अपने परिवारजन को अपने चलने की खबर देने में व्यस्त था, तो कोई रास्ते में जरूरत के लिए पीने के पानी और खाने के भोजन पैकेट को संभाल रहा था। यही नजारा था, शनिवार की रात झुंझुनू के रेलवे स्टेशन का। लगभग 50 दिनों के बाद जिले के रेलवे स्टेशन पर यह सवारी गाडी मानों उतर प्रदेश के श्रमिकों के लिए किसी मसीहा से कम नहीं थी। उतर प्रदेश के बरेली, मुरादाबाद जाने वाले श्रमिक तथा उनके परिवार के सदस्य केवल एक ही बात गुनगुनाते दिखाई दे रहे थे, कि भला हो राजस्थान की सरकार का और ऐसे मुखिया श्री अशोक गहलोत का जिन्होंने हम जैसे गरीबों की सुनी और हमे सकुशल अपने गृह भिजवाने की पहल की।
जिला कलेक्टर उमर दीन खान ने रात 10 बजे जिले से 1416 श्रमिकों को ले जाने वाली 22 सवारी डिब्बों की श्रमिक स्पेशल टेªन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया और इन श्रमिकों की मंगलमयी यात्रा की कामना की। जिला कलेक्टर ने कहा कि अपने घर जाने की जो खुशी होती है वह किसी से छिपी हुई नहीं है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार एवं मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत की मंशा के अनुरूप एवं आदेशों के तहत इनकों यहां से रवाना किया जा रहा है। उन्होंने श्रमिकों से अपील की कि वे इस विश्व व्यापी बीमारी से स्वयं का तथा अपने परिवारजन का ध्यान रखें तथा जीवन यापन के लिए आवश्यक रोजगार का भी ध्यान रखे और कामकाज शुरू कर आर्थिक गतिविधियों में अपनी भागीदारी निभाए।
यह रहे उपस्थित: इस अवसर पर जिला कलेक्टर उमर दीन खान, अतिरिक्त जिला कलक्टर राजेन्द्र अग्रवाल,एएसपी वीरेन्द्र कुमार, सीएमएचओ डॉ. प्रताप सिंह दूतड, महिला अधिकारिता विभाग के उप निदेशक विप्लव न्यौला, झुंझुनू एसडीएम सुरेन्द्र यादव, चिडावा एसडीएम जेपी गौड, स्टेशन प्रभारी बजरंग सिंह शेखावत, एडीईओ कमलेश तेतरवाल, डिप्टी लोकेन्द्र दादरवाल, डीएसओ अमृतला सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी भी उपस्थित रहे।
रेलवे स्टेशन पर रही विशेष व्यवस्था: यहां से रवाना होने से पहले श्रमिकों को जिले के अलग-अलग उपखण्डों से रोडवेज की 47 बसों के माध्यम से झुंझुनू रेलवे स्टेशन पर लाया गया। प्रत्येक बस में 36 लोग ही सवार किये गए ताकि सोशल डिस्टेसिंग की पालना हो सकें। रवाना होने से पहले उन्हें मास्क, सनेटाईजर आदि का वितरण भी किया गया। यहां पर उनके टिकट आदि की जांच की गई। इसके उपरान्त उन्हें उनके निर्धारित स्थान पर बैठाया गया। रेलवे स्टेशन पर यूपी जाने वाले सभी श्रमिक तथा उनके परिवार के सदस्यों की पुनः मेडिकल जांच की गई। जिला प्रशासन की ओर से विभिन्न व्यवस्थाओं के लिए यहां पर प्रशासनिक अधिकारियों, कार्मिकों को भी नियुक्त किया गया। रेलवे स्टेशन की प्रत्येक गतिविधि में फिजिकल डिस्टेसिंग की पूर्ण पालना की गई।
9 जिलो के श्रमिक हुए रवाना: जिला कलक्टर ने बताया कि यू.पी. के 9 जिलो के 1501 लोगों को सूचीबद्व किया गया था, मगर शनिवार को 1416 लोगों ने ही सफर किया, जिसमें बरेली, बदायू, पीलीभीत, शाहजहांपुर, मुरादाबाद, बिजनौर, सम्भल, रामपुर, अमरोहा जिले के रहने वाले है। यह टेªन बरेली व मुरादाबाद रेलवे स्टेशन पर रूकेगी।
स्काउट गाईड का भी रहा सराहनीय कार्य: श्रमिकों के यहां से रवाना होने से पहले उन्हें जिला प्रशासन की ओर से भोजन के पैकेट और पानी की बोतल दी गई, ताकि रास्तें में उन्हें किसी प्रकार की असुविधा नहीं हो। इस महत्वपूर्ण कार्य के लिए राजस्थान राज्य स्काउट गाइड के बच्चों ने बखूबी अपना योगदान दिया। प्रत्येक व्यक्ति तक भोजन के पैकेट पंहुचे इसके लिए 50 स्काउट लगाए गए, पीने की व्यापक व्यवस्था के लिए 20 स्काउट अपनी ड्यूटी दे रहे थे। इस अवसर पर स्काउट गाईड के संभागीय आयुक्त मान महेन्द्र सिंह भाटी, सीओ स्काउट महेश कालावत, सीओ गाईड सुभिता गिल भी उपस्थित रही।
जनप्रतिनिधियों ने भी की प्रशंसा: राज्य सरकार की इस पहल को जिले के जनप्रतिनिधियों ने भी सराहनीय कदम बताया। उन्होंने कहा कि लॉक डाउन के दौरान जिले में फसे इन श्रमिकों की घर वापसी हो रही है इसके लिए सरकार और जिला प्रशासन के कार्य वास्तव में प्रशंसा योग्य है। गौरतलब है कि इस वैश्विक महामारी कोविड 19 की रोकथाम के लिए जिले के सांसद नरेन्द्र कुमार, खेतडी विधायक डॉ. जितेन्द्र सिंह, पिलानी विधायक जेपी चंदेलिया, नवलगढ विधायक डॉ. राजकुमार शर्मा, झुंझुनू विधायक बृजेन्द्र ओला, मंडावा विधायक रीटा चौधरी, उदयपुरवाटी विधायक राजेन्द्र गुढा, सूरजगढ़ विधायक सुभाष पूनियां भी लगातार अपने-अपने क्षेत्र में कार्य कर रहे है तथा अपने विधायक कोटे तथा अन्य माध्यमों से क्षेत्र की व्यवस्थाओं को बनाए हुए है। वहीं इस संकट की घडी में कोई भी जरूरतमंद भूखा नहीं रहे इसके लिए भी सभी जनप्रतिनिधि राशन सामग्री तथा भोजन किट का लगातार वितरण करते आ रहे है।
अन्य राज्यों के लोगों का भी हो रहा है सर्वे: जिला कलक्टर यू.डी. खान ने कहा कि यू.पी. के ओर भी कई प्रवासी एवं श्रमिक अभी भी जिले में शेष रह चुके है उनका पंजीयन करवाया जा रहा है। जिनकी जाने की व्यवस्था सरकार के आदेशों के बाद कर दी जाएगी। इसी प्रकार बिहार या अन्य राज्यों के लोगों का चिन्हिकरण कर लिया गया है। उनके जाने या रूकने का सर्वे करवाया जा रहा है फाईनल होते ही सरकार से मार्गदर्शन लेकर उनको भिजवाने की कार्यवाही की जाएगी। जिला कलक्टर ने बताया कि मध्यप्रदेश, उतराखण्ड व हरियाणा राज्य के लोगों को अलग-अलग व्यवस्थाओं के तहत उनके गृह राज्यों में भिजवा दिया गया है। आगे भी जिला प्रशासन यह कार्य जारी रखेगा, जो जाना चाहता है उसे जरूर भेजा जाएगा।
इस अवसर पर जिला कलेक्टर उमर दीन खान, अतिरिक्त जिला कलक्टर राजेन्द्र अग्रवाल,एएसपी वीरेन्द्र कुमार, सीएमएचओ डॉ. प्रताप सिंह दूतड, महिला अधिकारिता विभाग के उप निदेशक विप्लव न्यौला, झुंझुनू एसडीएम सुरेन्द्र यादव, चिडावा एसडीएम जेपी गौड, स्टेशन प्रभारी बजरंग सिंह शेखावत, एडीईओ कमलेश तेतरवाल, डिप्टी लोकेन्द्र दादरवाल, डीएसओ अमृतला सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी तथा राज्य सरकार की ओर से अन्य राज्यों के प्रवासियों के लिए नियुक्त कंटोल प्रभारी ताराचंद सैनी भी उपस्थित रहे।