जिला कलक्टर उमर दीन खान ने बताया कि गुरूवार को जिला मुख्यालय सहित सभी उपखण्ड स्तर से बसों के माध्यम से श्रमिकों को रवाना किया। जिला कलेक्टर ने कहा कि राज्य सरकार के आदेशों के तहत इन लोगों को पूरे सम्मान के साथ जिले से विदा किया गया है। रवाना करने से पहले उन्हें भोजन, पानी की बोतल, मास्क, बिस्किट वितरित किये गए।
रवाना होते समय बस स्टेण्ड पर जाने वाले श्रमिकों तथा उनके परिवार के लोगों की मेडिकल जांच की गई, उनके दस्तावेज चैक करने के बाद उन्हें भोजन के पैकेट तथा पीने के पानी की बोतल वितरित कर उन्हें निर्धारित बसों में बैठाया गया। श्रमिकों का कहना था कि कोविड 19 की रोकथाम के लिए सरकार द्वारा जारी लॉक डाउन में वे यहां फस चुके थे, अब राज्य सरकार ने उनकी सूध ली है और उन्हें उनके गृह राज्यों में भिजवाने की पहल की है। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत की प्रशंसा करते हुए कहा कि ऎसे कुशल नेतृत्व से राजस्थान जल्द ही कोरोना की जंग जीत लेगा। उन्होंने कहा कि कुछ मजबूरियां है, इसलिए उन्हें वापस उनके घर जाना है।
इनका रहा विशेष सहयोग ः उपखण्ड अधिकारी सुरेन्द्र यादव ने बताया कि श्रमिकों को भिजवाने में तहससीलदार योगेश कुमार सहित गिरदावर, पटवारी, मेडिकल टीम, पुलिस सहित विभिन्न राजकीय कार्मिकों तथा भामाशाहों का सहयोग रहा। स्काउट गाईड की झुंझुनू टीम की ओर से रोडवेज बस स्टेण्ड पर निःशुल्क पानी की आपूर्ति की गई, वहीं बसों में बैठे यात्रियों को भोजन के पैकेट तथा पानी की बोतल वितरण का कार्य किया गया। इस अवसर पर सीओ स्काउट महेश कालावत की टीम का कार्य सराहनीय रहा। श्रमिकों को रवाना करते समय श्रमिकों तथा उनके परिवार के सदस्यों को भोजन की व्यवस्था नेकी की रसोई की ओर से की गई थी, जिसमे देवकीनंदन कुमावत, नरेश मीणा, मो. फारूख, बंटी नायक उपस्थित रहे। वहीं सर्व समाज एवं अलराईन सेवा समिति के पदाधिकारियों की ओर से 100 श्रमिक जिन्होंने रोजे रखे हुए थे, उनको फलों का वितरण किया गया, इस व्यवस्था में इदरिश, इकबाल, आरिफ, फारूक, इमरान, साजिद अली ने अपनी सेवाऎं दी।
इन जगहों से गऎ इतने लोग ः
झुंझुनू उपखण्ड से 8 बसों में 319 लोगों को,
खेतडी में 2 बसों में 60 लोगों को,
चिडावा में 2 बसो में 64 लोगों,
नवलगढ में 2 बसों में 80 लोगों को
उदयपुरवाटी में 1 बस में 28 लोग,
सूरजगढ में 5 बसों में 205 लोग,
मलसीसर में 1 बस 19 लोग
बुहाना में 1 बस में 29 लोग अपने गृह राज्य के लिए रवाना हुए।
**कल मध्यप्रदेश के लोगों की होगी रवानगी
पश्चिम बंगाल व बिहार के लोगों को भी भिजवाया जाएगा उनके घर**
झुंझुनू, जिला कलक्टर उमर दीन खान ने बताया कि जिले में लगातार राज्य सरकार के आदेशों के बाद श्रमिकों को उनके गृह राज्यों में भिजवाने का कार्य निरंतर जारी है। अब तक यू.पी., हरियाणा, मध्यप्रदेश, उतराखण्ड सहित कई जगहों के लोगों को बसों व टे्रन के माध्यम से भिजवा दिया गया है।
जिला कलक्टर ने बताया कि शुक्रवार को रोडवेज की लगभग 20 से अधिक बसो से मध्य प्रदेश के श्रमिकों को रवाना किया जाएगा, जिनके भोजन, पानी, मास्क सहित विभिन्न व्यवस्थाओं का प्रबंध जिला प्रशासन की ओर से किया जाएगा। जिला कलेक्टर ने बताया कि जिले में फसे बिहार राज्य के लोगों के लिए राज्य स्तर पर टे्रन की व्यवस्था करने के प्रयास किये जा रहे है, ताकि श्रमिक सकुशल अपने घर जा सकें। उन्होंने बताया कि श्रमिकों का पंजीयन किया जा रहा है जल्द ही उनकी भी घर वापसी होगी। इसी प्रकार पश्चिम बंगाल के भी श्रमिक एवं प्रवासी भी जिले में लॉक डाउन के दौरान फस चुके है उनके लिए भी घर वापसी के प्रयास किये जा रहे है।
**न्यायालय परिसरों में लगाये सैनिटाईजर स्टेण्ड**
झुंझुनू, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण झुंझुनूं के अध्यक्ष चंचल मिश्रा व सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्रीमती मधु हिसारिया की प्रेरणा से श्री श्याम आशीर्वाद सेवा संस्थान द्वारा छह सेनीटाईटर स्टेण्ड पोक्सो न्यायालय झुंझुनूं, मोटर वाहन दुर्घटना दावा अधिकरण झुंझुनूं, पारिवारिक न्यायालय झुंझुनूं, रेल्वे स्टेशन झुंझुनूं, मुख्य अधिषाशी अभियन्ता अजमेर डिस्कॉम कार्यालय झुंझुनूं तथा रोडवेज बस स्टेण्ड झुंझुनूं में लगवाये गये। उक्त छह सेनीटाइजर स्टेण्ड न्यायाधीश सोहन शर्मा को पारिवारिक न्यायालय के लिए, न्यायाधीश सुकेश कुमार जैन को पोक्सो न्यायालय के लिए, न्यायाधीश गिरीजेश कुमार ओझा को एमएसीटी न्यायालय के लिए, बजरंग लाल शेखावत स्टेशन अधीक्षक को रेलवे स्टेशन के लिए, वासुदेश प्रसाद शर्मा को रोड़वेज बस स्टेण्ड हेतु, एवं चीफ इंजीनियर ऎके गुप्ता को संभागीय मुख्य अभियन्ता कार्यालय झुंझनूं हेतु भेंट किए गए। इन स्टेण्ड में सैनिटाइजर लगा हुआ है जिसे आसानी से कोई भी व्यक्ति बिना हाथ लगाए पैर से दबा कर हाथों को सैनिटाइज कर सकता है। इस अवसर पर लोक अदालत सदस्य डॉ. डी.एन. तुलस्यान, एडवोकेट श्रवण केजडीवाल एवं सीए पवन केडिया भी उपस्थित रहे।
**छात्रावास में प्रवेश के लिए विद्यार्थी कर सकते हैं ऑनलाईन आवेदन**
झुंझुनू, जिले में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा झुन्झुनूं प्रथम, झुन्झुनूं द्वितीय, सूरजगढ, पिलानी, बगड़, मण्डावा, उदयपुरवाटी, खेतड़ी, बुहाना, महरमपुर, मुकुन्दगढ, चिड़ावा, नवलगढ एवं अनुदानित छात्रावास नवलगढ मे विभिन्न स्वीकृत क्षमता के छात्रावासों का संचालन किया जा रहा है। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक नरेश बारोठिया ने बताया कि इन छात्रवासों में वर्ष 2020-21 के लिए प्रवेश प्रक्रिया दिनांक 20 मई से प्रारम्भ हो चुकी है। इच्छुक विद्याथी विभाग की वेबसाईट पर ऑनलाईन आवेदन कर सकते हैं। एक विद्यार्थी अधिकतम तीन छात्रावासों /आवासीय विद्यालयों के लिये ऑनलाईन आवेदन कर सकता है।
विद्यार्थी राजस्थान का मूल निवासी होना आवश्यक है, आवासीय विधालयो एवं छात्रावासो में प्रवेश के लिये कक्षा 6 से 12 मे अध्ययनरत छात्र-छात्रा एवं महाविधालय स्तरीय छात्रावासो में स्नातक एवं स्नातकोतर पाठयक्रमों में अध्ययनरत विधार्थियो को प्रवेश दिया जाएगा। छात्र -छात्रा का चरित्र प्रमाण पत्र विधालय के प्रधानाध्यापक/प्रधानाचार्य द्वारा प्रमाणित होना आवश्यक है। परिवार की वार्षिक आय रूपये 8.00 लाख से अधिक न हो। विभाग द्वारा संचालित इन छात्रावासों में अनुसूचित जाति,जनजाति, अन्य पिछडा वर्ग ,विशेष पिछडा वर्ग तथा आर्थिक पिछडा वर्ग के छात्र प्रवेश ले सकते हैं।
· छात्रावास में प्रवेश हेतु वरियता क्रमांक इस प्रकार रहेगा
पूर्व से आवासित छात्र/छात्रा , अनाथ छात्र/छात्रा, विधवा एवं परित्यक्तता स्वयं, विशेष योग्यजन स्वयं, विधवा/परित्यक्ता के बच्चे,
विशेष योग्यजन परिवार के बच्चे, बीपीएल परिवार के बच्चे , 8.00 लाख रूपये वार्षिक आय सीमा वाले परिवार के बालक/बालिका
· आवश्यक दस्तावेज
प्रवेश हेतु आवश्यक दस्तावेज ( ई मेल आई डी, मोबाईल नम्बर , आधार नम्बर/यू.आई.डी. अथवा आधार ई.आई.डी. रसीद, भामाशाह कार्ड नम्बर अथवा भामाशाह रजिस्ट्रेशन नम्बर, मूल निवास प्रमाण पत्र, गत वर्ष की अंक तालिका, जाति प्रमाण पत्र बीपीएल प्रमाण पत्र (केवल बीपीएल के लिए) ,निःशक्तता प्रमाण पत्र (केवल विशेष योग्यजन के लिये),आय प्रमाण पत्र (गैर बीपीएल हेतु ),माता और पिता का मृत्यु प्रमाण पत्र ( केवल अनाथ बालक/बालिका के लिये) पिता का मृत्यु प्रमाण पत्र (केवल विधवा के बालक/बालिका के लिये ) राजस्थान के निष्क्रमणीय पशुपालक होने का प्रमाण पत्र (केवल निष्क्रमणीय पशुपालकों के आवासीय विद्यालय के लिये) एवं राज्य के भिक्षावृति एवं अवांछित वृतियों में लिप्त परिवार होने का प्रमाण पत्र ( केवल भिक्षावृति व अवांछित वृतियों में लिप्त परिवारों के आवासीय विद्यालय के लिये। उक्त दस्तावेजों की स्वप्रमाणित स्कैन प्रति सलंग्न करनी होगी। फाईल का आकार 200 के बी. से कम होनी चाहिये। पूर्व में प्रवेशित उर्तीण विद्यार्थियों को गत परीक्षा की अंक तालिका पोर्टल पर अपलोड करनी होगी। ऎसे विद्यार्थियों को वर्ष 2020-21 के लिये पुनः पृथक से आवेदन करने की आवश्यकता नहीं होगी।
विभाग द्वारा नेतराम मघराज टिबड़ेवाल कॉलेज परिसर में महाविद्यालय स्तरीय कन्या छात्रवास का भी संचालन किया जा रहा है। शहर के विभिन्न महाविद्यालयों में अध्ययनरत छात्राऍं इस छात्रावास में ऑनलाईन आवेदन कर प्रवेश ले सकती हैं। संचालित विभागीय छात्रावासों एवं आवासीय विद्यालयों में प्रवेश हेतु स्थानीय विद्यालयों तथा महाविद्यालय स्तरीय छात्रावास हेतु महाविद्यालयों के प्राचार्यों सम्बन्धित छात्रावास अधीक्षक सम्पर्क स्थापित कर प्रवेश प्रक्रिया प्रारम्भ करें। प्रवेश हेतु आवेदन करने की अन्तिम तिथि विधालय स्तरीय छात्रावास के लिए 18 जून 2020 एवं महाविद्यालय स्तरीय छात्रवास के लिए 30 जून निर्धारित की गई है। उल्लेखनीय है कि इन छात्रावासों में आवासित छात्रों को भोजन, वस्त्र, बिस्तर, पलंग, खाना, नाश्ता, तेल-साबुन, पौशाक, समाचार-पत्र, पत्रिकाऎं इत्यादि सुविधाऍं निःशुल्क प्रदान की जाती हैं।