इस मौके पर उन्होंने जिले में कोरोना वायरस संक्रमण के दौरान रोग प्रतिरोधक क्षमता बढाने के लिए वितरित की जा रही आर्सेनिक अल्बा 30 के बारे में जानकारी ली और कहा कि दिए गए निर्देशों के साथ इसका वितरण करें। जिला स्तरीय नोडल अधिकारी डॉ नवीन बेनीवाल ने इस संबंध में जानकारी प्रदान की। इस दौरान जिला कलक्टर संदेश नायक का जन्मदिन भी सादगीपूर्ण ढंग से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए मनाया गया। डॉ बेनीवाल, डॉ सुदेश, रामावतार सैनी आदि ने जिला कलक्टर को जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं।
**पौधरोपण कर मनाया जिला कलक्टर संदेश नायक का जन्मदिन**
युवा शक्ति मंच संस्था के सदस्यों द्वारा मंगलवार को जिला कलेक्टर के जन्मदिवस के उपलक्ष में सरदारशहर उपखंड अधिकारी रीना छींपा के सान्निध्य में सरदारशहर में भी पौधारोपण किया गया। इस अवसर पर अध्यक्ष अभिषेक पारीक, सुनील मिश्रा, भरत शर्मा, संजय भाट, राजेंद्र शर्मा मौजूद रहे।
**चूरू शहर में 4 हजार 364 घरों में घर-घर सर्वे**
चूरू, चूरू शहर में मंगलवार को चतुर्थ चरण के तहत 118 चिकित्सा टीमों ने शहरी क्षेत्र में घर-घर सर्वे किया।
सीएमएचओ डॉ. भंवरलाल सर्वा ने बताया कि 118 चिकित्सा टीमों ने चूरू शहर के 4 हजार 364 घरों के 31 हजार 736 लोगों का घर-घर सर्वे किया। खण्ड मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.अहसान गौरी ने बताया कि सर्वे कार्य के लिये चूरू शहर को चार जोन में विभाजित किया गया है। जोन के लिये डॉ.सुमन धानिया, डॉ.अरविन्द तंवर, डॉ.अनिश कुरैसी, डॉ.इमरान गौरी को प्रभारी बनाया गया है। इस दौरान पूर्व में पाबंद किए गए लोगों को भी होम क्वेरेंटाईन के लिये पाबंद किया गया तथा उल्लंघन नहीं करने की हिदायत दी गई। सर्वे में महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता, एलएचवी, आशा सहयोगनी ,आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, चिकित्सा अधिकारी की टीम बनाई गई है।
मंंगलवार को वार्ड संख्या 41, मौजासिया चौक, निवारीयों का मौहल्ला, बालिका महाविद्यालय के पीछे सर्वे किया गया। इस दौरान राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन के कार्यक्रम प्रबन्धक संग्रामसिंह राठौड, खण्ड कार्यक्रम प्रबन्धक ओमप्रकाश प्रजापत, आयुर्वेद ब्लॉक अधिकारी डॉ.संजय तंवर मौजूद रहे।
**मोबाइल ओपीडी वैन से बीमार को मिल रही राहत
अब तक 9066 लोगों की जांच व किया उपचार**
चूरू लॉक डाउन के चलते कोरोना के अलावा अन्य बीमारियों से ग्रसित मरीजों का उपचार करने के लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से शुरू की गई मोबाइल ओपीडी वैन गली व कॉलोनी तक पहुंच कर आमजन को चिकित्सा सेवा से बीमारी में राहत प्रदान कर रही है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. भंवरलाल सर्वा बताया कि लॉकडाउन में आमजन को जांच एवं दवा वितरण की सेवाएं गली व कॉलोनी तक देने के लिये सात उपखण्ड मुख्यालय पर मोबाइल ओपीडी वैन 24 अप्रैल से शुरू की गई है। मोबाइल ओपीडी वैन में जांच एवं उपचार के साथ मरीजों को आवश्यक दवाईयां भी वितरित की जा रही है। जिले में सात उपखण्ड मुख्यालय क्षेत्रों में मोबाइल मेडिकल ओपीडी वैन से अब तक कुल 9066 लोगों की जांच एवं उपचार किया गया। जिनमें 3 हजार 138 पुरूष, 4 हजार 900 महिला व 1 हजार 28 बच्चे शामिल हैं। मोबाइल मेडिकल ओपीडी वैन से सर्दी, जुकाम के 1343, मधुमेह के 594, हाइपरटेंशन के 805 की जांच एवं उपचार के साथ-साथ 1 हजार 444 गर्भवती महिलाओं की एएनसी जांच की गई।
**विडियो कॉन्फ्रेंसिंग द्वारा समीक्षात्मक बैठक**
चूरू सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता व आपदा प्रबन्धन मंत्री मा. भंवरलाल मेघवाल 13 मई को प्रातः 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक सुजानगढ एवं बीदासर उपखण्ड स्तरीय अधिकारियों के साथ विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये कोविड-19 एवं अन्य सभी उपखण्ड स्तरीय कार्यों की समीक्षा करेंगे।
**जिला स्तरीय गोपालन समिति की बैठक**
चूरू जिला कलक्टर एवं जिला स्तरीय गोपालन समिति के अध्यक्ष संदेश नायक की अध्यक्षता में 13 मई को सायं 5.30 बजे कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में जिला स्तरीय गोपालन समिति की बैठक आयोजित होगी।
संयुक्त निदेशक डॉ. जगदीश प्रसाद बरबड़ ने बताया कि बैठक में गौ संरक्षण एवं संवर्धन निधि नियम अन्तर्गत गौशालाओं को माह जनवरी से मार्च, 2020 तक दी जाने वाले सहायता के संबंध में गौशालाओं की राशि का अनुमोदन किया जायेगा।
**जिले में कोविड केयर सेंटर के लिए पांच भवन अधिग्रहित**
चूरू कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव एवं रोकथाम के लिए जिले में प्रस्तावित कोविड केयर सेंटर की स्थापना के लिए पांच भवनों को अधिग्रहित किया गया है।
जिला मजस्टि्रेट एवं जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकारण के अध्यक्ष संदेश नायक ने बताया कि डेडिकेटेड कोविड सुविधाओं की तैयारी के लिए सुजानगढ़ के बालाजी नर्सिंग काॅलेज, राजगढ़ के ओपीजेएस यूनिवर्सिटी रावतसर कुंजला, सरदारशहर के गांधी विद्या मंदिर, रतनगढ़ के आदर्श विद्या मंदिर तथा चूरू के एएनएमटीसी सेंटर के भवनों को अधिग्रहित किया गया है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार 70 प्रतिशत पाॅजटिवि केसेज में या तो हल्के लक्षण पाए जाते हैं अथवा नहीं पाए जाते हैं। ऎसे प्रकरणों में देखभाल के लिए कोविड केयर सेंटर की व्यवस्था की जानी है।